Page 335

राज्य के विकास के लिए खोजने होंगे आय के नए स्रोत’

0

हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने मंगलवार को हरिद्वार भ्रमण के दौरान उन्होंने शहर में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। राज्य अतिथि गृह डाम कोठी पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।

कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड परिवहन विभाग का जो वार्षिक राजस्व प्राप्ति का बजट है, वह 660 करोड़ रुपये है। हम 660 करोड़ के लक्ष्य से आगे बढ़ेगें। यशपाल आर्य ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य के विकास के लिए हमें बुनियादें ढांचे को मजबूत करने के लिए राजनीति से हटकर कार्य करना चाहिये। राज्य की प्रथम सरकार से लेकर हम लगातार चाहे कोई भी सरकार रही हो सभी ने अपने-अपने समय पर लोन लिये हैं। प्रदेश में खर्चे लगातार बढ़े हैं, इस कारण हमें प्लान में दिक्कतें पेश आ रही हैं। सरकार को आय के नये स्रोत खोजने होगें तभी प्रदेश की स्थिति में सुधार हो सकता है।
मंत्री ने 2022 में होने वाले महाकुंभ की तैयारी पर कहा कि हरिद्वार आने वाले तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा ना हो यह हमारी प्राथमिकता है। बस अड्डे के जहां तक शिफ्ट होने की बात है, उसमें जो भी निर्णय लिया जायेगा, वह जन भावनाओं के सम्मान को ध्यान में रखते हुए लिया जायेगा। स्वागत करने वालों में मृदुल कौशिक, नरेश शर्मा, आशीष चैधरी, शिवम वालिया, विशाल गोस्वामी, विनित जौली आदि उपस्थित रहे।

बच्चों ने सिविल जज व पुलिस उपाधीक्षक को बांधा रक्षा सूत्र

0

गोपेश्वर। चाइल्ड हेल्प लाइन सेवा 1098 के तहत पीस पब्लिक स्कूल एवं सुबोध विद्या मंदिर गोपेश्वर के छात्र-छात्राओं ने चाइल्ड लाइन से दोस्ती सप्ताह अभियान संचालित किया, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकारण के सचिव सिविल जज सीनियर डिविजन रवि प्रकाश शुक्ला व पुलिस उपाधीक्षक मिथिलेश कुमार को रक्षा सूत्र बांधे।
मंगलवार को स्कूली बच्चों ने विभिन्न विभागाध्यक्षों से बच्चों की सुरक्षा के लिए पहल करने का आह्वान किया गया। अभियान के तहत बच्चों द्वारा जिला विधिक सेेवा प्राधिकरण के कार्यालय में जाकर सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण सिविल जज सीनियर डिविजन को 1098 का रक्षा सूत्र बांधा गया। इस अवसर उन्होेंने बच्चों से संबंधित कानूनों के साथ ही बाल अधिकार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्याें एवं भूमिकाओं की भी जानकारी दी। अभियान दल एवं चाइल्ड लाइन टीम के सदस्यों द्वारा पुलिस उपाधीक्षक से मुलाकात कर सुबह ट्यूशन के समय बच्चों के साथ होने वाली छेडछाड़ की जानकारी दी, जिस पर पुलिस उपाधीक्षक ने इस पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने बच्चों को पुलिस विभाग के कार्यों एवं करियर कांउसिंलिग, महिला हेल्प लाइन 1090, चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पुलिस हेल्प लाइन 100 की जानकारी भी दी। अभियान ने थाना गोपेश्वर मेें थानाध्यक्ष कुन्दन राम को भी रक्षा सूत्र पहनाकर बच्चों की सुरक्षा के लिए संकल्पित किया। इस अवसर पर थानाध्यक्ष द्वारा बच्चों के साथ होने वाले भेदभाव, छेडछाड़, दुव्र्यवहार के लिए बनाये गए कानूनों की जानकारी के साथ ही निर्भीक पुलिस यूनिट के बारे में अवगत कराया गया। अभियान में चाइल्ड लाइन टीम उमाशंकर बिष्ट, प्रभा रावत, सुभाष कुमार, दीपक रावत, पुष्कर लाल, समेकित बाल सुरक्षा कार्यक्रम के अनिल नेगी पीस पब्लिक स्कूल के अंजलि फस्र्वाण, भवान चौहान, विपिन पाल, आकृति बिष्ट, साक्षी भंडारी आदि मौजूद रहे।

पार्किंग स्थल बनके रह गया ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय

0

ऋषिकेश। अस्पताल सन्नाटा और पार्किंग पूरी तरह से गाड़ियों से गुलजार ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय लंबे समये से चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण जहां रोगी नहीं आ रहे हैं, वहीं इस चिकित्सालय का पूरा परिसर गाड़ियों से अटा रहता है। अस्पताल की तस्वीर देख के कह सकते हैं कि चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा यह अस्पताल अब पार्किंग स्थल बनके रह गया है।

अस्पताल परिसर के आसपास बेतरतीब खड़े वाहनों से हालात इतने बदतर हो रहे हैं कि कई बार एंबुलेंस भी इनके बीच में फंस जाती है। कई बार वाहनों की संख्या इतनी ज्यादा हो जाती हैं कि अस्पताल के कर्मचारियों को अपने वाहन खड़ा करने के लिए भी जगह नहीं मिल पाती है। अस्पताल प्रशासन हर बार बैठक में इस बारे में चर्चा करता है, लेकिन होता कुछ भी नहीं। कांग्रेस के प्रदेश सचिव सनत शास्त्री का कहना है कि इस संबंध मे कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

राशन डीलरों की मनमानी के विरोध में पीएम को लिखा पत्र

0

हरिद्वार। समाजसेवी रोशनलाल चौधरी ने राशन डीलरों की मनमानी के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर उपभोक्ताओं को मिट्टी तेल, चीनी, निष्पक्ष रूप से वितरित किये जाने की मांग की।

रोशनलाल चौधरी ने पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए राज्य में चीनी माह अप्रैल 2017 से राशन डीलरों की दुकानों से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत वर्तमान में चीनी का वितरण नहीं किया जा रहा है। अन्तोदय अनयोजना में प्रति राशन कार्ड एक किलो प्रतिमाह चीनी वितरित के आदेश दिये गये हैं, लेकिन राशन डीलर मानकों को ताक पर रखकर उपभोक्ताओं का उत्पीड़न कर रहे है।
उन्होंने यह भी मांग की है कि मिट्टी तेल बिना गैस कनेक्शनधारी परिवारों को मैदानी क्षेत्र में एक लीटर एवं पर्वतीय क्षेत्र में 2 लीटर देना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने खाद्य पूर्ति अधिकारी को भी इस विषय में पत्र देकर अवगत कराया। मिट्टी तेल चीनी वितरित करने में पारदर्शिता अपनाई जाए।
चौधरी ने कहा कि हरिद्वार के समस्त राशन डीलर मानकों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। राशन डीलर समय पर अपनी दुकानें नहीं खोलते हैं। दुकानों पर किसी भी प्रकार का नोटिस उपभोक्ताओं के लिए नहीं लगाया जाता है, जिन कारणों से उपभोक्ताओं को समय पर राशन नहीं मिल पाता है। असहाय निर्धन गरीब परिवारों के लोग बार-बार राशन डीलरों की दुकानों पर चक्कर लगाते रहते हैं। अधिकांश राशन डीलरों की दुकानों पर उपभोक्ताओं की लम्बी कतारें उस दौरान देखने को मिलती है, जिस समय वह उपभोक्ताओं को खाद्य सामग्री वितरित करते हैं, कई बार राशन डीलरों से उपभोक्ताओं की नोंक-झोंक भी हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में होती रहती है।

विकास और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक बने’

0

देहरादून। विकास और पर्यावरण दोनों की दोस्ती जरूरी है। विकास और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक बने यह आज की जरुरत है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को होटल सॉलिटेयर में ‘हिमालय क्षेत्र में आपदा सुरक्षित इंफ्रास्ट्रक्चरः संभावनाएं एवं चुनौतियां’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में कहा कि एक तरफ विकास की मांग और एक तरफ पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धताएं, इनके बीच का अंतर्द्वंद चुनौतीपूर्ण होता है, जो भी विकास कार्य हो वह आपदा प्रबंधन के मानकों के अनुसार हो। लोग सुरक्षित रहें, यह सरकार की चिंता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों में उत्तराखंड में 38 हल्के भूकंप आए हैं। छोटे भूकंपों से एनर्जी रिलीज होती रहती है अतः इनकी चिंता नहीं होती है, परंतु फिर भी पिछले कुछ वर्षों में भूकंप अतिवृष्टि और बादल फटने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। निश्चित रूप से पर्यावरणीय असंतुलन इन घटनाओं का जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बचाव उपचार से बेहतर होता है। आपदाओं से बचने के लिए सबसे बेहतर तरीका है कि हम उनकी तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण शैली, पर्यावरण का ध्यान और लगातार सतर्कता यह तीन बातें हमें सदैव ध्यान में रखनी चाहिए। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में परंपरागत वास्तु शैली की तारीफ भी की। उत्तरकाशी के भूकंप का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि यमुना घाटी में पुराने निर्माण शैली के भवनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था।
भारत सरकार के एटॉमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड के सदस्य प्रो. हर्ष कुमार गुप्ता ने कहा कि भूकंपों के पूर्वानुमान से कहीं अधिक आवश्यक इनके लिए तैयार होना है। उन्होंने कहा कि भूकंपों का सबसे अधिक नुकसान प्रायः स्कूलों में देखा जाता है अतः यह आवश्यक है कि इन की तैयारी बच्चों से की शुरू की जाए। एनडीएमए के सदस्य कमल किशोर ने कहा कि जलवायु परिवर्तन भूकंप और अतिवृष्टि की घटनाओं को समग्रता से देखने की जरूरत है। उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन के कार्य अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का विषय है। उन्होंने कहा कि उपलब्ध जानकारी को अपने व्यवहार में ढालना, प्रैक्टिस में लाना एक बड़ी चुनौती है। देश में और साथ-साथ हिमालयी राज्यों में भी बहुत तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ हो रहा है। जैसे-जैसे आपदा के प्रति हमारी समझ बढ़ रही है वैसे-वैसे भविष्य की अवसंरचना सुविधाओं के प्रति चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि एनडीएमए से उत्तराखंड सरकार को जो भी मदद की जरूरत होगी वह प्रदान की जाएगी।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स के प्रोफेसर वीके गौर ने कहा कि हिमालय क्षेत्रों में मैदानी क्षेत्रों से अलग बिल्डिंग डिजाइंस और मटेरियल का प्रयोग होना चाहिए। उन्होंने प्रश्न किया कि क्या हिमालय की आवश्यकता के अनुरूप अलग स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग और मटेरियल पर विचार नहीं किया जा सकता? उन्होंने कहा कि पर्वतीय पारिस्थितिकी के अनुसार भवनों की डिजाइन होनी चाहिए। हिमालय के राज्य दुनिया की नकल करें, यह जरूरी नहीं है। इससे पूर्व सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी ने उत्तराखंड सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में आपदाओं की दृष्टि से वल्नेरेबिलिटी और रिस्क मैपिंग कर ली गई है। दो दिन चलने वाली इस कार्यशाला में उद्घाटन सत्र और समापन सत्र के अतिरिक्त तीन तकनीकी सत्र भी होंगे, जिनमें देश विदेश से ख्याति प्राप्त विषय विशेषज्ञ, पर्यावरणविद, वास्तु विद अपने विचार रखेंगे। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित रहे।

’48वें आईएफएफआई इंडियन पनोरमा’ का उद्घाटन करेंगी श्री देवी

0

गोवा में शुरू हुए ‘48वें अन्तराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव’ में आज 22 नवम्बर को ‘इंडियन पनोरमा सेक्शन’ का उद्घाटन श्री देवी करेंगी। इंडियन पनोरमा सेकशन की शुरुआत फीचर फिल्म ‘पीहु’ से होगी।

विनोद कापड़ी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘पीहू’ एक दो साल की बच्ची की कहानी है। पीहू का मुख्य किरदार मायरा विश्वकर्मा निभा रही हैं। पूरी कहानी उसी के इर्द-गिर्द घुमती है।

बॉलीवुड फिल्म ‘मिस टनकपुर हाजिर हों’ राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुकी शार्ट फिल्म ‘कांट टेक दिस शिट एनिमोर’ जैसी फिल्म बना चुके विनोद कापड़ी ने दर्शकों को एक नए सिनेमा से रुबरू कराया है।

‘टाइगर जिंदा है’ का पहला गाना हुआ रिलीज

0

अली अब्बास जाफर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘टाइगर जिंदा’ है का पहला गाना ‘स्वैग से स्वागत’ रिलीज कर दिया गया है। इस गाने में कटरिना और सलमान दोनों ही मस्तमौला अंदाज में नज़र आ रहे हैं।

‘स्वैग से स्वागत’ के गाने के बोल इरशाद कामिल ने संगीत दिया है विशाल और शेखर ने। गाने को अवाज दी है शेखर ददलानी।  उल्लेखनीय है कि ‘टाइगर जिंदा’ है के ट्रेलर लांच होते ही यूट्यूब पर धामाल मचा दी है। इस लगबग 24 मिलियन व्यूज मिले थे।
‘टाइगर’ का निर्देशन कबीर ने किया था। वहीं टाइगर जिंदा का निर्देशन अली अब्बास जाफर कर रहे हैं अली ने सलमान की फिल्म सुल्तान का भी निर्देशन किया था।

यशराज प्रोडक्शन में बनी फिल्म टाइगर जिंदा है 22 दिसम्बर 2017 को रिलीज होगी।

कांग्रेस ने उत्तराखंड सरकार को कानून-व्यवस्था पर घेरा

0

देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने रुड़की न्यायालय परिसर की घटना की निंदा करते हुए प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में चारों तरफ आराजकता का माहौल बना है, फिर भी सरकार हाथ पे हाथ धरे बैठी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकरों से बातचीत में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार के आठ महीने के कार्यकाल के दौरान राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है, फिर भी सरकार कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के बजाए भ्रष्ट्राचारियों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि रुड़की न्यायालय परिसर में दिन दहाड़े पेशी के दौरान गोली चलाने की घटना सरकार के ‘कुंभकर्ण की नींद को दर्शा रहा है। उन्होंने भाजपा नेताओं की दबंगई पर सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में जो भी घटनाएं घट रही उसमें भाजपा पदाधिकारी कहीं ना कहीं परोक्ष और अपरोक्ष रूप से शामिल है फिर भी सरकार उन पर कार्रवाई करने की हिम्मत नही जुटा पा रही है। ऐसे में इस सरकार से लोग क्या उम्मीद रखें। जिस सरकार के नेता ही राज्य की कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेकर खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ पर काम करने की जगह-जगह ढिंढोरा पीट रहे हैं। यह कैसी भ्रष्ट्राचार पर सरकार की नीति है। सरकार जीरो टॉलरेंस की बात कह कर राज्य की भोली-भाली जनता को गुमराह कर रही है। इससे सरकार से जनता का विश्वास धीरे-धीरे हटने लगा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के मंत्री के घर परिवार को लेकर किडनी ट्रांसप्लांट जैसे काम को अंजाम दे रहे है। हरिद्वार से रुड़की तक किट्टी प्रकरण में भाजपा नेत्री का सीधे-सीधे नाम जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एनएच प्रकरण से लेकर अन्य मामले में भाजपा के लोग सीधे-सीधे शामिल हैं। राज्य में चोरी, हत्या, बलात्कार व रंगदारी जैसे अनेकों घटनाएं रोज घट रही हैं, जिससे लोगों को घर से बाहर निकाल मुश्किल हो गया है। ऐसे में सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नही बनता है, जो सरकार जनता के हित में काम न करे वह किस बात की सरकार है। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष पृथ्वी राज, पूर्व विधायक राजकुमार, मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, प्रवक्ता गरीमा दसौनी, संजय पालीवाल मौजूद रहे।

हरिद्वार कोर्ट परिसर में बढ़ाई सुरक्षा-व्यवस्था

0

हरिद्वार। रुड़की कोर्ट परिस में हुई गोली काण्ड के बाद हरिद्वार एवं रुड़की कोर्ट परिसर में सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्थाओं को बढ़ाया गया। हरिद्वार कोर्ट में मैटल डिटेक्टर लगा दिए गए हैं। किसी भी व्यक्ति को बिना चेकिंग के परिसर के भीतर नहीं जाने दिया जा रहा है, कोर्ट परिसर में जिले भर से वादकारी मुकदमों की पेशी पर पहुंचते हैं। रुड़की कोर्ट परिसर में दिन दहाड़े हुई हत्या से पुलिस-प्रशासन चौकन्ना हो गया है, जिसके चलते हरिद्वार कोर्ट में सुरक्षा के चलते अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था को भी लागू कराया गया।

एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि कोर्ट एवं जेलों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। गैंगवार की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। हरिद्वार पुलिस किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है, परिसर में दाखिल होने वाले लोगों को दिक्कतें तो आएंगी, लेकिन चेकिंग लगातार जारी रहेगी। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की है। कोर्ट परिसर में सुबह से ही गहमा गहमी का माहौल बना रहा। मुख्य गेट पर पुलिस की तैनाती रही। कोर्ट परिसर में दाखिल होने वाले वादकारियों की चैकिंग की गई। कोर्ट परिसर में पाॅलीथीन या बैंग ले जा रहे लोगों की भी चेंकिग की गई। पार्किंगं स्थल पर भी पुलिस की निगरानी रही। पार्किंगं स्थल को भी कोर्ट परिसर से कुछ दूरी पर ले जाया गया। रुड़की कोर्ट परिसर में हुए गोलीकाण्ड से सबक लेते हुए कोर्ट परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।

राठी तक नम्बर पहुंचाने वालों की हो रही तलाश

0

हरिद्वार,  कनखल के किराना कारोबारी व प्रॉपर्टी डीलरों को कुख्यात सुनील राठी द्वारा धमकी दिए जाने की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। सवाल यह कि आखिर कारोबारियों के मोबाइल नम्बर जेल में सुनील राठी तक पहुंचे कैसे? पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। जेल में बैठकर कारोबारियों को धमकी देने के मामले का खुलासा करीब एक वर्ष बाद हुआ है, जिसके बाद से पुलिस महकमें में हडकंप मचा है, पुलिस कुख्यात के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने के काम में जुट गई है।

कनखल के किराना कारोबारी रामप्रकाश, प्रापर्टी डीलर प्रद्युम्न अग्रवाल व रियल स्टेट के कारोबार से जुड़े एक कांग्रेसी नेता को सुनील राठी द्वारा चौथ वसूल की धमकी दी गई थी। सुनील राठी के आतंक से परेशान कारोबारियों ने अपना मुह बंद रखा। अब मामले का खुलासा होने के बाद सभी में खलबली मची हुई है। जेल में बंद सुनील राठी तक कारोबारियों के मोबाइल नम्बर कैसे पहुंचे।

पुलिस के अनुसार, सुनील राठी तक नम्बर पहुंचाने वाले के भी कारोबारियों से मधुर संबंध बताए जा रहे हैं। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि, “मामले की प्रत्येक कड़ी पर बारीकी से जांच की जा रही है, कारोबारियों के नम्बर सुनील राठी तक किसने पहुंचाए और उसका सुनील राठी से क्या संबंध है, इस मामले का शीघ्र पता लगा लिया जाएगा।”