किडनी गैंग: दून पुलिस ने खंगाले आरोपियों के बैंक अकाउंट

0
595

किडनी कांड में शामिल मास्टरमाइंड और गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए दून पुलिस ने पूरा जोर लगा दिया है। पुलिस जांच में अब तक जो बात सामने आई है, उसमें मुख्य आरोपी डा. अमित और उसका पूरा परिवार नटवरलाल साबित हुआ है। पुलिस ने डा. अमित के बेटे अक्षत और लालतप्पड़ में चलाए जा रहे गोरखधंधे के मुख्य लाइजनर राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा शर्मा के बैंक अकाउंट को खंगाल कर अहम जानकारी जुटाने का दावा किया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल रिपोर्ट मे भी हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट करने की पुष्टि की गई है। बुधवार को दून पुलिस की 5 टीमें गुजरात, महाराष्ट्र, गुडगांव के अलावा देश के अन्य राज्यों के लिए रवाना कर दी गई है।

अक्षत के अकाउंट में करीब 73 लाख रूपये जमाः एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि मामले में अब तक पुलिस ने आरोपियों के बैंक अकांउट की डिटेल निकलवाई है। एसएसपी ने बताया कि डा. अक्षत का अकांउट अक्षय संतोष राउत के नाम से संचालित किया जाता है। अभी तक अलग-अलग बैंको में अक्षत के पास करीब 73 लाख रूपये जमा है। इसके अलावा अक्षत एक कंपनी के जरिए भी कारोबार करता था। जिसमें मुम्बई में लिबर्टी होटल भी शामिल है। एसएसपी ने बताया कि इसके अलावा लालतप्पड़ में लाइजनर का काम करने वाले राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा शर्मा का भी लालतप्पड़ देहरादून में पीएनबी का अकाउंट है। जिसमें सबसे ज्यादा ट्रांजेक्शन होता था। एसएसपी ने बताया कि अनुपमा के अकांउट से ही हॉस्पिटल में दवाईयां और अन्य लेन देन का काम होता था। अब तक कुल मिलाकर पुलिस को अलग-अलग बैंकों के 9 संधिक्त बैंक खातों के संबंध में जानकारी मिली है। जिसमें लगभग 74 लाख 50 हजार रुपये जमा है।

 नेचर विला रिसोर्ट से खुलेंगे अहम सुरागः एसएसपी ने बताया कि लाल तप्पड़ स्थित नेचर विला रिसोर्ट में किडनी कांड से संबधित लोगों को रुकवाया जाता था। पुलिस ने नेचर विला रिसोर्ट के गेट एंट्री रजिस्टर को कब्जे में लेकर कमरों की तलाशी हेतू सर्च वारंट प्राप्त किया। साथ ही बुधवार को पीड़ित व्यक्तियों के मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान अंकित कराये गये। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए 5 अलग-अलग टीमें बनाकर गुजरात, महाराष्ट्र, गुडगांव आदि राज्यों में भेजी गई है।

4 परिवार किडनी कांड में संलिप्तःकिडनी कांड में अब तक जिन परिवारों की संलिप्तता पाई गई है। उनमें डा. अमित कुमार उसका बेटा डा. अक्षय और उसके एक ओर भाई का नाम सामने आया है जिसका नाम जीवन बताया जा रहा है। डा. अमित का पूरा परिवार इस गोरखधंधे में शामिल है। इसके अलावा पुलिस की पकड़ में जो आरोपी आया है जावेद उसकी पत्नी चंदना रानी गुड़िया भी इस गोरखधंधे में सब कॉन्ट्रेक्टर के रूप में काम करती थी। लालतप्पड़ में मेन लाइजनर राजीव चौधरी की पत्नी अनुपमा के बैंक अकाउंट से भी अनुपमा के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी अनुपमा को गिरफ्तार नहीं किया है। इसके अलावा जो डॉक्टर परिवार इस गोरखधंधे में डा. अमित का साथ देते थे उनमें डा. संजय दास, सुषमा कुमारी भी पति पत्नी हैं।


पुलिस जांच मेें अब तक सामने आए नाम:-

  • डॉ. अमित कुमार पुत्र पुरुषोत्तम निवासी 215 खक्करपुर सौरा मंगल गुडगांव कौशाल्या/2 एड हॉस्पिटल खार मुम्बई।
  • डॉ. अक्षय कुमार उर्फ राउत पुत्र अमित कुमार निवासी उपरोक्त।
  • डॉ. संजय दास पुत्र श्री छोटेलाल दास निवासी नगर परिषद वार्ड नं. 05 फोर्सगंज अररिया बिहार।
  • सुषमा कुमारी पुत्री रतन लाल केडिया निवासी सोन वर्षा राज सहरसा बिहार।
  • राजीव चौधरी पुत्र सुरेन्द्र पास सिंह निवासी क14/41 आदर्श नगर बडोत जिला बागपत।
  • चन्दना गुड़िया निवासी कलकत्ता पश्चिम बंगाल।
  • जगदीश भाई निवासी शिव ट्रेडिंग उदयनगर सचिन जीआईडीसी सूरत।