मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग द्वारा बीजापुर हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में एस0सी0/एस0टी0 के मेडिकल/इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप वितरित किए। इस अवसर पर अरविन्द सिंह चैहान, हिमांशु राणा, नेहा आर्य, अमरीश कुमार, शुभम, पंकज, पूजा, रितिका एवं वैशाली को लैपटाॅप वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विभाग को बधाई देते हुए कहला कि इस योजना की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी थी परन्तु तकनीकी समस्याओं के कारण इसमें कुछ विलम्ब हो गया। इस योजना से कमजोर वर्गों के मेधावी छात्रों को अपने अध्ययन में सहायता मिलेगी।
गौरतलब है कि इस स्कीम के तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा 1425 लैपटाॅप एस0सी0/एस0टी0 वर्ग के मेडिकल/इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को वितरित किए जाने है। जिनमें से आज तीन जिलों से आये 9 छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप वितरित किए गए। चुनावी माहौल में उत्तर प्रदेश की तर्ज़ पर राज्य में लैपटॉप बाँट कर वोटर और ख़ासतौर पर युवा वोटरों को अपनी ओर करने की कोशिश की गई है। राज्य में आचार संहिता किसी भी समय लग सकती है ऐसे में आनन फ़ानन में ये कार्यक्रम किया गया। इस स्कीम के अंतर्गत क़रीब 1500 छात्रों को लैपटॉप दिये जाने हैं लेकिन ज़ाहिर सी बात है कि राज्य में हज़ारों ऐसे छात्र छात्राएँ हैं जो बेहतर सुविधाओं के अभाव में सही तरीके से अपना पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते। ज़रूरत है ऐसे सभी छात्रों को बेहतर सुविधाएँ देने के लिये पॉलिसी बनाने की जिसके चलते ठीक चुनावों से पहले फ़्री की रेवड़ियां बाँटने की ज़रूरत न पड़े।
उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में लैपटॉप राजनीति
विराट-अनुष्का ने सगाई की ख़बरों को बताया गलत
नया साल आने को है और ऐसे में आम लोगों के साथ साथ सितारें भी नये साल का आगाज़ करने के प्लैन बना रहै हैं। गुरूवार को सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और उद्योगपति अनिल अंबानी अपनी पत्नियों जया बच्चन और टीना अंबानी के साथ टिहरी स्थित आनंदा रिसार्ट पहुंचे। इन सितारों के यहां पहुंचने से अनुष्का शर्मा और विराट कोहली को लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म है। लेकिन शुक्रवार को विराट कोहली ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए अपनी सगाई की ख़बरों को गलत बताया। विराट कोहली ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर पर लिखा कि “सगाई की ख़बरें गलत हैं, जब सगाई होगी तब सबको बतायेंगे”। इससे पहले अनुष्का शर्मा की मैनेजर ने भी सगाई की ख़बरों को गलत बताया था। विराट और अनुष्का पहले से ही अपने परिवार के साथ आनंदा में कुछ दिनों से रुके हुए हैं। वो विशेष विमान से देहरादून के जाॅलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से सीधे फाइव स्टार रिसोर्ट आनंदा पहुंचे। न केवल इस जोड़ी ने क्रिस्मस यहां मनाया बल्कि नये साल का स्वागत भी यहीं रह कर करेंगे।
हांलाकि इस जोड़े के साथ ही रिसोर्ट प्रबंधन ने इनकी यात्रा को काफी प्राइवेट रखने की कोशिश की है लेकिन रह रह कर दोने के यहां मस्ती करने की तस्वीरें सामने आ रही हैं।
उधर बाॅलिवुड अभिनेता और मुन्नाभाई के सर्किट अर्शद वारसी भी अपने परिवार के साथ उत्तराखंड पहुंचे हैं। वो पहाड़ों की रानी मसूरी में नये साल का स्वागत करेंगे। कुछ दिन पहले ही अभिनेता विवेक आॅबरोय भी अपने परिवार के साथ ऋषिकेश पहुंचे थे।
नए साल के जश्न की तैयारियां पूरी, पुलिस की रहेगी सख़्त नज़र
नया साल आने वाला है और इसके स्वागत के लिये राज्यभर में तैयारियां ज़ोरों पर है। चाहे वह युवा वर्ग हो या फिर बुजुर्ग लोग, नये साल की धूम तो हर किसी के लिए उत्सव जैसी है। हर साल की तरह इस साल भी देहरादून और पहाड़ी क्षेत्र मसूरी के सभी बड़े व छोटे होटल व्यव्सायी पर्यटकों को लुभाने के लिए अलग अलग थीम से अपने होटलों को सजा रहें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनके होटल में आए और दस्तक दे रहे नये साल का मजा ले सकें। पहाड़ो की रानी मसूरी में लगभग सभी होटल और रेस्टोरेंट व्यव्सायीयों ने आने वाले साल में पर्यटकों को लुभाने के लिए अपनी कमर कस ली है, तरह तरह के माध्यम जैसे कि डी.जे,गेम्स,थीम पार्टी,और लाजवाब खाने से वो ज्यादा से ज्यादा लोगों को आकर्षित करने की पूरी कोशिश कर रह हैं।
होटल व्यव्सायी रजत अग्रवाल ने बताया कि 30,31 और 1 तारीख मसूरी में पीक टाईम होता है और इस टाईम सभी होटल फुल टैरिफ लेते हैं। नए साल के स्वागत में सभी होटलों को सजाया जाता है,रंग बिरंगी लाईटें लगाई जाती है,डी.जे,बोनफायर और लैविस बुफे कि व्यव्स्था भी की जाती है। उन्होंने बताया कि मसूरी के लगभग सभी होटलों में म्यूजिक व बैंड को परफार्म करने कि इजाजत है लेकिन अगर किसी होटल में कुछ स्पेशल परफार्मेंस जैसे कि टी.सीरीज या सोनी कंपनी का प्रदर्शन करवाना चाहते हैं,तो उसके लिए पब्लिक परफारमेंस लाइसेंस लेना पड़ता है। रजत ने बताया कि मसूरी की मेजर पार्टियां यहां के बड़े होटल जे.डब्लू मैरियाट, फार्चून, जे.पी रेजीडेन्सी और ब्रेन्टवुड होटल में होगी। देहरादून के फोर पाइंट बाइ शेराटन होटल में भी नए साल की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और सभी की तरह यहां भी बेहतरीन बुफे के साथ लाइव म्यूजिक बैंड, डी.जे की व्यव्स्था होगी
जश्न तो होगा ही लेकिन जोश में होश को बैठने वाले लोगों के लिये चेतावनी भी है। राज्य पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती करने के लिये कमर कस ली है। शहर में जगह जगह पुलिस पिकेट लगाई जायेंगी और खास इलाकों में पुलिस की गस्त भी बढ़ाई जा रह ही ै। हम उम्मीद ये ही करेंगे कि नये साल का आगाज़ आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ पूरे जोश से मनाये लेकिन इन सबके बीच एक ज़िम्मेदार नागरिक की तरह अपना और अपने आस पास के लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखें।
देहरादून में हुआ डिजि धन मेले की शुरुआत
नोटबंदी के बाद केंद्र और राज्य सरकार कोशिशें कर रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग कैशलेस या डिजिटल पैमेंट को अपनाये। इसी कोशिश में राज्य सरकार 04 जनवरी तक डिजी-धन मेला आयोजित कर रही है। देहरादून में कैशलेस पेमेंट के बारे में डिजिटल मेला का शुभारम्भ गुरुवार को राज्यपाल के के पाॅल ने किया।। मेले में लकी ग्राहक योजना के अन्तर्गत ड्रा निकाला जायेगा। इस मेले में
- कैशलेस पेमेंट के बारे में बेस्ट स्लोगन, बेस्ट पोस्टर, बेस्ट जिंगल का पुरस्कार दिया जायेगा। पुरस्कार प्रथम, द्वितीय, तृतीय तीन श्रेणीयों में दिये जायेंगे। इसके अलावा तकनीकी और उच्च शिक्षण संस्थान अपने-अपने स्तर से प्रतियोगिता का आयोजन होगा।
- आधार कार्ड भी बनाये जायेंगे
- बैंक खाते खोले जायेंगे
- पीओएस मशीन की बिक्री, पंजीकरण भी किया जायेगा
- साथ ही ई-वैलेट, मोबाईल पेमेंट सेवाओं की जानकारी भी दी जायेगी
मेेले में विभिन्न बैंकों, खाद्य, बीज, दुग्ध, किसान सहकारिता, कृषि के स्टाॅल भी लगाये जायेंगे। कैशलेस पेमेंट करने वाले ग्राहकों और प्राप्त करने वाले व्यापारियों को भी प्रमाण पत्र और कैश एवार्ड दिये जायेेंगे। मेले में एनपीसीआई, पीओएस, टेल्को, बीएसएनएल, आईओसी, इफ्को आदि के प्रतिनिधि भी रहेंगे।
देश की इकाॅनमी को कैशलेस बनाने की कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन अबी भी देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा है जो बैंकिंग की बेसिक प्रक्रिया से भी वाकिफ़ नही है। ऐसे में इन सभी लोगों को ई पैमेंट सिस्टमों से परिचित कराना एक बड़ी चुनौती होगी।
नोटबंदी के पचास दिन बाद बैंकों और एटीएम में लाइनें हुई कम
नोटबंदी के पचास दिन पूरे हो चुके है और साथ ही पीएम मोदी द्वारा मांगे हुए 50 दिन की मोहलत भी खत्म हो गई है। इन पचास दिनों में देशभर ने कई तरह की तस्वीरें देखी। बैंकों के सामने लंबी लंबी लाइने, बैंको के अंदप परेशान स्टाफ और ग्राहक, राजनीतिक दलों द्वारा घरने, कैश डिपाॅसिट और निकालने को लेकर रैज़ बदलते नियम कायदे। लेकिन प्रदानमंत्री द्वारा देश की जनता से मांगी गई इस मोहलत के बाद क्या हालात है ये जानने की कोशिश की हमने।
देहरादून में एटीएम और बैंकों की लाईनें छोटी हो गई हैं और कैश की परेशानी पहले से काफी कम हो गई है। नेशविला रोड स्थित स्टेट बैंक के मैनेजर ने बताया कि “नोटबंदी के बड़े फैसले का शुरुआती दौर मुश्किलों भरा था लेकिन समय के साथ परेशानियां कम होती गई और आज पचास दिन बाद मेरे हिसाब से लोग इस फैसले से संतुष्ट हैं।अब हमारे ब्रांच में न तो लंबी लाइनें है न एटीएम में कैश की कमी है। लोग आते है अपना काम करते हैं और चले जाते हैं।” उन्होंने कहा कि “किसी भी बड़े फैसले को अमल करने में परेशानी तो होती है वही परेशानी शहर के बैंकों में आई थी और लोगों के जीवन में भी आई लेकिन अब स्थिति पहले से काफी बेहतर है।” उन्होंने बताया कि पिछले 50 दिनों में हमारे पास हजारों लोगों ने एटीएम कार्ड स्वैपिंग मशीन के लिए आवेदन किया है और हम जल्दी से जल्दी सभी को मशीन उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं।इसके साथ ही अब पब्लिक ज्यादा से आनलाईन लेन देन कर रही जो कि 50 दिनों में बड़ा बदलाव है।
लोगों की निगाहें 31 दिसंबर पर टिकी है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित कर सकते हैं। गौरतलब है कि 8 नवंबर को भी ऐसे ही एक अचानक संबोधन में प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का ऐलान किया था। ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री लोगों के लिये कुछ नये ऐलान कर सकते हैं।
अमूमन राज्य के अधिकतर इलाकों से इसी तरह की खबरे आ रही हैं। अब इसे मजबूरी कहें या बदलाव की तरफ बढ़ता देश लोग पेटीएम और आनलाईन लेन देन करने के लिए तैयार हो रहे है और एटीएम कार्ड स्वैपिंग मशीन की मांग बढ़ना इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि पीएम ने कालेधन के खिलाफ जो जंग छेड़ी थी उसमें अब हालात कुछ बेहतर हो रहे हैं। लेकिन अभी भी सरकार और खासतौर पर प्रधानमंत्री के लिये राह आसान नही है क्योंकि नोटबंदी तो सिर्फ पहला पढ़ाव है। अबी देश को कैशलेस इकाॅनमी बनाने और भ्रष्टाचार से निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिये सरकार को बहुत कुछ करना बाकी है।
रावत ने दिये मोदी के दौरे को ज़ीरो नंबर
मंगलवार को देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चारधाम सड़क परियोजना के शिलान्यास और उसके बाद जन संबोधन को सूबे के मुखिया हरीश रावत ने ज़ीरो नंबर दिये हैं। बुधवार को देहरादून में ख़ासतौर पर बुलाई गई प्रेसनोट कॉन्फ़्रेंस में रावत ने कहा कि ऑल वेदर रोड और चार धाम रोड प्रोजेक्ट कोई नई योजनाओं नहीं है। ये परियोजना यूपीए के समय शुरू की गई थी और इससे जुड़ेंगे मसलों पर लंबे समय से केंद्र और राज्य सरकार के बीच वार्ता होती रही है। ऐसे में राज्य में चुनावों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस परियोजना को नये नाम से की लॉंच कर दिया है।
चर्चित सीडी कांड पर भी रावत ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहला कि सीडी मसले पर ऐसा कुछ नहीं है जिसकी जाँच सीबीआई से कराई जाये। उन्होने कहा कि सीबीआई केंद्र सरकार का खिलौना बनकर रह गई है और चुनावों से ठीक पहले सोची समझी रणनीति के तहत केंद्र इस संस्था का इस्तेमाल कर रही है। रावत ने कहा कि क्यों ठीक चुनावों के ऐलान से पहले सीबीआई ने उन्हें सम्मन भेजा?
आपदा प्रबंधन और इससे जुड़े घोटालों के आरोप पर रावत मेल कहा कि उस समय जो लोग निर्णयसकरने की स्थिति में थे वो आज बीजेपी में ही हैं और प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा कर रहे थे। ऐसे में बीजेपी या उनके नेताओं को कोई अधिकार नहीं है आरोप लगाने का। रावत ने कहा कि आपदा से जुड़ेंगे मामलों की जाँच हो चुकी है और कोई घोटाला नहीं पाया गया। बक़ौल रावत उनकी सरकार के सामने आपदा के बाद यात्रा को दोबारा सुचारू रूप से शुरू करना सबसे बड़ी चुनौती थी। उन्होने उन अधिकारियों को इस काम की ज़िम्मेदारी दी जो इस कामों को बख़ूबी अंजाम दे सकते थे। और इन प्रयासों का नतीजा आज देखने को मिल रहा है जब यात्रा में वापस पुराने समय जैसी रौनक़ लौट आई है।
रावत ये सभी बातें पहले भी कहते रहे हैं लेकिन मोदी की देहरादून हुई जनसभ और उसमें आई भीड़ से ये साफ़ है कि रावत ने मुक़ाबला सीधे नरेंद्र मोदी से मान लिया है। इस लड़ाई का राउंड वन तो रावत ने अपनी सरकार बचाकर जीत लिया था लेकिन अभी फ़ाइनल मुकाबला बाकी है जिसे जीतने के लिये दोनों पक्ष अपनी पूरी ताक़त झोंक देने वाले हैं।
हर साल हज़ारों विदेशी पक्षियों का मेज़बान होता है आसन
देहरादून से पौंटा साहिब मार्ग पर स्थित, आसन नदी और यमुना नहर के संगम पर है उत्तराखंड का असन बैराज, भारत का पहला वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व जो लगभग 80 प्रजातियों के प्रवासी पक्षियों के लिए सर्दियों का घर है और सर्दियों में यह पक्षी अपना रास्ता खोज ही लेते हैं। साल दर साल ये जगह पक्षियों के साथ साथ पर्यटकों का भी लोकप्रिय स्थान बन चुका है। चकराता श्रृंखला की तलहटी में लगभग डेढ़ किलोमीटर में पसरा हुआ यह भारत का पहला वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व है।
असन बैराज में पक्षियों की आवाज वहां आने वाले सभी लोगों का स्वागत करती है,और अगर करीब से देखें तो आप हजारों पक्षियों को नदी के ऊपर क्रीड़ा करते हुए देख सकते हैं। लाल कलगी वाले पोचर्ड, वीजीएम, गुच्छेदार पोचर्ड, हजारों ब्राहम्णी बतख, जंगली बतख, और गडवाल जैसे पक्षी इसके कुछ वार्षिक मेहमान हैं। मध्य एशिया भर से लगभग 6000 प्रवासी पक्षी सर्दियों में इस बैराज को अपना घर बना लेते हैं। गढ़वाल मंडल विकास निगम के विनोद कुमार पैन्यूली बताते हैं कि “यहां पर ज्यादातर अक्टूबर के मध्य से लेकर मार्च के मध्य तक प्रवासी पक्षी आते हैं और ज्यादातर यह साइबेरिया,चाईना,थाईलैंड,पाकिस्तान आदि जगहों से आते हैं।” यह रिर्जव उन लोगों को पैडल नावों की सुविधा भी देते हैं जो इन मेहमानों को करीब से देखना चाहते हैं। वो लोग जो यहां पर रात का लुत्फ उठाना चाहते हैं उनके लिए उचित दामों पर ए.सी और डीलक्स हट की सुविधा उपलब्ध है। उन लोगों के लिए जो रोमांच पसंद करते हैं एक अतिरिक्त आकर्षण कि तरह है अप्रैल,जून और सितंबर से अक्टूबर के महीने जब बहादुर दिल वाले लोगों के लिए वॉटर स्की प्रशिक्षण करवाया जाता है और उस वक्त बैराज प्रवासी पक्षियों से महरुम होता है।
दिल्ली के रहने वाले नावेद और देवरंजन बताते हैं कि “वो यहां इसलिए आए हैं ताकि शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से कुछ दिन छुटकारा पा सकें,अच्छा लग रहा यहां दिल्ली की व्यस्ततापूर्ण जीवनचर्या से दूर, यहां एकांत में, बहुत अच्छा पाइंट है यहां पर आकर दिल को संतुष्टि मिलती है क्योंकि दिल्ली में हम सभी लोग काफी व्यस्ततापूर्ण जिंदगी व्यतीत करते हैं तो यहां आकर रिलेक्स हो जाते हैं और यह एक तरह से ताज़गी देने वाला स्पाट है।” पक्षियों का इस बड़े पैमाने पर पलायन एक जादुई पल जो हर किसी को तरोताज़ा और स्फूर्ति से भर देता है और इसे छोड़ने में ऐसा लगता है मानो ये दिल मांगे मोर।
लिफ़्ट के बहाने ठगने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश
देहरादून पुलिस को उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब पुलिस ने शहर मे लिफ़्ट देने के बहाने लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश करा। राजधानी की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने बुधवार को इस मामले में पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होने बताया कि देहरादून में सक्रिय डकैती की घटनाओं में शामिल कुल 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके कब्जे से पूर्व की 05 घटनाओं से सम्बंधित कैश व ज्वैलरी व पीड़ितों के पहचान पत्र बरामद हुए हैं। पकड़े गए सभी अपराधी शातिर किस्म के हैं तथा ज्यादातर दिल्ली के रहने वाले हैं। इनमें से एक व्यक्ति जगत सिंह बिष्ठ चमोली का रहने वाला है जो इस गैंग का सरगना भी है वह पहले भी ऐसी घटनाओं के लिए जेल जा चुका है और बुधवार को थाना नेहरु कालोनी क्षेत्र में हरिद्वार बाईपास रोड पर स्थित पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ पर इन्होने अपराध में शामिल होना स्वीकार किया गया है।इनके बताने पर इनके द्वारा इस्तेमाल में लाने वाले वाहनों से छुपाई हुई असली नंबर प्लेट बरामद की गई है। इन सभी लोगों से कैश के साथ साथ छोटे बड़े आभूषण भी जब़्त किये गये हैं।
देहरादून के शहर व देहात इलाक़ों से पिछले कुछ महींनों से ठगी की घटनाएं रिर्पोट हो रहीं थी। जांच करने पर पता चला कि इन घटनाओं में सक्रिय लोग ऐसी जगहों पर घात लगाकर तैयार होते थे जहां से लोग सफर के लिये सवारी गाड़ियों में बैठने का इंतजार करते हैं। ये लोग ख़ासतौर पर ज्यादा उम्र की महिलाएं,पुरुषों से बातचीत कर उनको अपने चार पहिया वाहनों में बैठने के लिए तैयार कर लेते थे और अपनी गाड़ी में कुछ दूरी पर ले जाने के बाद गाड़ी में सरकारी कैश या पार्सल होने की बात कहकर यात्री का सारा सामान जैसे कि कैश व ज्वैलरी पीले रंग के लिफाफों में रखवा लेते थे और धोखे से लिफाफे बदलकर यात्री की सारी सम्पत्ति लेकर यात्री को दूसरे स्थान से अन्य सरकारी कैश व पार्सल लेने के नाम पर अपनी गाड़ी से उतार देते थे।तथा वहीं पर इन्तजार करने को कहकर रफूचक्कर हो जाते थे।
मोदी ने लगाई चुनावी हुंकार, बीजेपी के आने से तेज़ होगी विकास की रफ़्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देहरादून दौरे को लेकर मंगलवार दिनभर देहरादून का सियासी माहौल काफी गर्म रहा। मौसम चुनावों का है और मौका था एक मंच पर प्रधानमंत्री समेत सारे प्रदेश के बीजेपी नेता और मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ होने का। इस मौके पर मोदी ने भी अपने “मन की बात” परेड ग्राउंड में मौजूद जनसमूह से खुल कर की। मौजूद विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए सबसे पहले मोदी ने नोटबंदी पर बात की, मोदी ने कहा कि
- जबसे नोटबंदी की है तबसे बेईमान पकड़े जा रहे हैं। देश के ग़रीबों ने देश में चल रहे इस सफ़ाई अभियान में उनका भरपूर साथ दिया है।
- कुछ मुट्ठी भर बेईमानों ने ईमानदारों को दबा रखा है और मैं उनकी लड़ाई लड़ रहा हूँ।
- राज्य में मौजूद फ़ौजी वर्ग को देखते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़े ओआरओपी को लागू करवाया है।
- पलायन के मुद्दे पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि आने वाले समय में पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी दोनों ही यहां के काम आयेंगे।
- मोदी ने चारधाम सड़क विकास परियोजना को केदारनाथ आपदा में मारे गये लोगों को समर्पित किया।
- राज्य में रोज़ाना हो रही घोषणाओं पर बोलते हुए मोदी ने हरीश रावत पर निशाना साधा और कहा कि जनता भी जानती है कि बिना पैसे में क कोई योजना पूरी नहीं होती सिर्फ़ घोषणाओं ही होती हैं।
- मोदी ने कहा कि कार्यकर्ता के रूप में उन्होने प्रदेशों में काम किया है और वो राज्यों की समस्याओं से वाक़िफ़ हैं।
- उन्होने राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया कि उसने उन्हें देश का चौकीदार बनाया है और यक़ीन दिलाया कि वो काम पूरी मेहनत से कर रहे हैं।
भाषण की शुरूआत में मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब मैं 2014 में यहाँ आया था तब मैदान ख़ाली सा था और आज सर ही सर नज़र आ रहे हैं, इसका मतलब आप लोग भी मेरी सरकार के समर्थन मे हैं।
इस दौरे को लेकर पहले ही सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत बीजेपी और मोदी पर वार कर चुके हैं। रावत ने आरोप लगाया था कि मोदी का या दौरा महज़ चुनावी खाना पूर्ती है। रावत ने कहा था कि चारधाम डेवेलपमेंट येजना कोई नई बात नही है और ये यूपीए के समय की परियोजना है जिसका महज़ कवर बदल कर बीजेपी चुनावी माहौल में फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। साथ ही उन्होने सीडी कांड में केंद्र द्वारा सीबीआई का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया था।
इस मौके पर देनें ही दलों द्वारा जमकर होर्डिंग और पोस्टर बाजी करी। जहां बीजेपी के सभी नेताओं ने राष्ट्रीय नेताओं के सामने अपनी समर्थकों की ताकत दिखाने के लिये तकरीबन सारे शहरे को होर्डिंग पोस्ट्रों से पाट रखा था वहीं कांग्रेस ने भी हाल ही में सहारा डायरी मामले में होर्डिंग लगाकर प्रधानमंत्री से जवाब मांगा।
माहौल चुनावी है औऱ मामला राज्य की राजधानी में अपना दमखम दिखाने का था इसलिये दोनों ही दलों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। लेकिन जो माहौल आज रहा उसे देख कर ये साफ है कि आने वाले दिनों में चुनावी रण और घमासान होने वाला है।
प्रधानमंत्री ने किया चार-धाम हाईवे डेवेलपमेंट प्रोग्राम का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देहरादून में उत्तराखंड के चार धाम के विकास के लिये भारत सरकरा की महत्वाकांशी “चारधाम हाई वे डेवेलपमेंट प्रोग्राम” का शिलान्यास किया। इस प्राॅजेक्ट के ज़रिये राज्य के चार धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री को करीब 900 किमी लंबे बेहतर सड़कों के नेटवर्क से जोड़ा जायेगा। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत:
- करीब 12000 करोड़ की लागत से मौजूदा सड़कों के नेटवर्क को सुधारा जायेगा
- तकरीबन 900 किमी सड़कों के नेटवर्क को सुदृड़ किया जायेगा
- 13 बाईपासों का री अलईनमेंट होगा
- 2 सुरंग, 25 बड़े पुल और 3 फ्लाइओवरों का निर्माण होगा।
- 154 स्टैंड और ट्रक ले बाई भी बनाये जायेंगे साथ ही मुसाफिरों की सुविधा के लिये 18 ज़ोन पब्लिक सुविधा के बनाये जायेंगे
इस परियोजना के तहत मौजूदा नेशनल हाइवे को कम से कम 10 मीटर चौड़ा किया जायेगा। राज्य की भूस्खलन को लेकर संवेजनशीलता को भी इस परियोजना में ध्यान में रखा गया है। इसके लिये स्लोप स्टेबलाईजेशन के ज़रिये भूस्खलन से बचा जायेगा। इस परियोजना के तहत:
- धरासू-यमुनोत्री (एनएच 94): 95 किमी
- धरासू-गंगोत्री (एनएच 108): 124 किमी
- ऋषिकेश-धरासू (एनएच 94): 144 किमी
- ऋषिकेश-रुद्रप्रयाग (एनएच 58): 140 किमी
- रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड (एनएछ 109): 76 किमी
- रुद्रप्रयाग-माणा गांव (एनएच 58): 160 किमी
- पिथौरागड़-टनकपुर (एनएच 125): 150 किमी का निर्माण या एक्सपैंनशन होगा
इन घोषणाओं के साथ ही सड़क परिवहन विंभाग के अंतर्गत आने वाले कुल 26 हज़ार करोड़ के कामों को भी मंज़ूरी दे दी है। इनमें चारधाम परियोजना के साथ राज्य के 15 स्टेट हाईवे को नेशनल हाइवे में बदलना शामिल है।
चुनावी माहौल में केंद्र सरकार की इस महत्वाकांशी परियोजना की घोषणा से प्रदेश बीजेपी को चुनावों में अच्छा फायदा मिलने की उम्मीद है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार ने चुनावों के समय इस तरह की परियोजना को लाकर विकास के कार्यों का राजनीतिक करण किया है।
इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय स्वासथ्य मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री हरीश रावत, कैंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी, रमेश पोखरियाल, भुवन चंद्र खंडूरी, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट और सांसद राज्य लक्ष्मी शाह मौजूद रहे।