सीएम त्रिवेंद्र से मुलाकात करने पहुंचे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता
कॉर्बेट पार्क के सरपदूली रेंज के राबदल क्षेत्र में मरा मिला बाघ
रामनगर। कॉर्बेट पार्क के सरपदूली रेंज के राबदल क्षेत्र में एक बाघ मरा मिला। सूचना पर वन कर्मी मौके पर पहुंच गए हैं बताया जा रहा है कि बाघ का शव सड़क किनारे पड़ा था। इसे मुंबई से आए पर्यटक बाल कृष्णन ने देखा। इसके बाद इसकी सूचना वन कर्मियों को मिली। इससे वन विभाग में भी हड़कंप मच गया। सूचना पर मौके पर पार्क निदेशक सुरेंद्र मोहन और उप निदेशक अमित वर्मा पहुंच गए।
वन विभाग के कर्मियों के मुताबिक बाघ की आयु लगभग पांच साल है। माना जा रहा है कि उसकी मौत दो या तीन दिन पहले हुई। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
सात आरोपी आज भी है पुलिस की गिरफ्त से बाहर
काशीपुर। प्रेमी प्रेमिका को सरेआम पीटने के मामले में तीन दिन बीत जाने पर भी नामजद सात आरोपी आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। दावे भले ही पुलिस आरोपियो को जल्द पकडने के कर रही हो लेकिन हकिकत तो ये है कि आरोपी सरेआम घुम रहे हैं और पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है। सबसे पहले इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था,जिसके बाद भले ही पुलिस हरकत में आयी और गांव में लगातार दबिश भी दी,लेकिन पुलिस के हाथ एक भी आरोपी नहीं लग पाया।

जबकि ग्राऊड जीरो पर जाकर पुरी पडताल की तो आरोपी गांव और उसके आसपास के क्षेत्र में घुमते नजर आये जिसमें से एक आरोपी को कैमरे में भी कैद कर लिया गया। ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस द्वारा सही दिशा में कार्यवाही नहीं की जा रही है,यही वजह है कि तीन दिन से पुलिस किसी को भी नहीं पकड पायी है।
वहीं ग्रामीणों ने कुण्डा चौराहे पर पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्सन करते हुए जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की, जबकि एएसपी जगदीश चन्द्र ने बताया कि आरोपियों की तलाश के लिए टीमें बना दी गयी है और सर्विंलांस के माद्यम से सभी की लोकेशन ट्रेश की जा रही है। साथ ही आरोपियों के परिजनों से पुछताछ की जा रही है और गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
नायाबः अब अंडर वाटर ओल्ड टिहरी ले जाएगी पनडुब्बी
हर साल उत्तराखंड में हजारों लाखों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं- चाहे वो उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र हो या मैदानी क्षेत्र लोगों का तांता लगा रहता है।हिल स्टेशन मसूरी हो या नैनीताल, या पवित्र केदारनाथ और बद्रीनाथ उत्तराखंड में पर्यटक आते ही रहते हैं।हमेशा से ही पर्यटन ने उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में सहयोग किया है और टूरिज्म से उत्तराखंड को सहयोग मिलता रहा है।उत्तराखंड की नई सरकार ने आते ही टूरिज्म को बढ़ाने के लिए एक अलग और रोचक पहल की है- जी हां हम बात कर रहे हैं सालों पहले डूबे टिहरी शहर की जिसकी यात्रा अब आपको पनडूब्बी कराएगा।
गौरतलब है कि ओल्ड टिहरी वर्ष 1990 में धीरे धीरे पानी में समाहित हो गया था, जब टिहरी डैम को बनाने के लिए सरकार ने हरी झंडी दिखाई थी।हालांकि पुरानी टिहरी में रहने वाले निवासी नई टिहरी में बस गए लेकिन पुरानी टिहरी की इमारतें अभी भी पानी के अंदर है।उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पानी के अंदर सफर करना एक अलग और उत्साहवर्धक अनुभव होगा और इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा खासकर के विदेशी पर्यटकों को।
अभी तक अंडर वाटर टूरिज्म के लिए भारत में संमुद्री इलाके और द्वीप ही मशहूर थे। लेकिन टिहरी में वाटर स्पोर्टस शुरु करने से पनडुब्बी के माध्यम से लोगों के लिए पानी के अंदर सफर करने का सपना पूरा हो सकता है।पर्यटन मंत्री के अनुसार पहले छोटी पनडुब्बीयों को टिहरी झील में भेजा जाएगा जो आपको ओल्ड टिहरी की छवि दिखाएगा।
पुरानी बिल्डिंग और स्वरुप जैसे कि घंटाघर, पुराना दरबार, नया दरबार, स्वामी राम तीर्थ आश्रम, मेन मार्केट एरिया, पकौड़े वाली गली आदि जगह डूबे हुए टिहरी के खास आर्कषण है जो पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित करते हैं।यह आम सफर नहीं होगा इसके जरिए पर्यटक वर्तमान समय से थोड़ा पीछे जाऐंगे और ओल्ड टिहरी के निवासीयों और टिहरी द्वारा किए हुए संघर्ष और बलिदान को अनुभव कर पाऐंगे।वैसे भी दुनिया के हर कोने में पनडुब्बियों की यात्रा मशहूर है।
उत्तराखंड पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार ओल्ड टिहरी को एक टूरिस्ट हाटस्पाट बनाना,नई सरकार के मुख्य कामों में एक है।इसके अलावा टूरिज्म डिर्पाटमेंट इस बात पर भी ध्यान देगा कि आर्युवेद टूरिज्म,इको टूरिज्म और इको टूरिज्म को प्रमोट कर सके।
उत्तराखंड सीएम ने थाई डेलीगेशन से मुलाकात में कहा हर क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
एक माह के लिए बढ़ा शराब की दुकानों का लाइसेंस
उत्तराखंड के अनिल बलूनी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी,बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया हेड बने
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के प्रवक्ता अनिल बलूनी को बीजेपी का राष्ट्रीय मीडिया हेड चुना और संजय मायूख को उनका डेप्यूटी।
बलूनी से पहले इस स्थान पर श्रीकांत शर्मा थे जो अब उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हैं।बलूनी उत्तराखंड राज्य के रहने वाले हैं।बलूनी को अमित शाह का एक खास आदमी माना जाता है और शाह के विश्वासपूर्ण लोगों में बलूनी एक हैं।
बलूनी के बीजेपी राष्ट्रीय मीडिया हेड चुने जाने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि बहुत ख़ुशी की बात है, जो उनको पूरी मीडिया डिपार्टमेंट सौंपा गया है। यह कोई हल्की फुल्की बात नही हैं और बलूनी जी को इस काम को करने की काबलियत भी रखते हैं। अजय भट्ट ने कहा कि मेै खुद अनिल बलूनी को बधाई देना चाहता हूँ और उन्होंने ना केवल बीजेपी बल्कि पूरे राज्य का गौरव बढ़ाया है।
हिन्दू नव वर्ष का शुभारंभ,आरएसएस ने किया पथ संचालन
नववर्ष प्रतिपदा पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने ऋषिकेश में बड़ी धूम धाम से संघ संस्थापक डा हेडगेवार कि जयंती को संकल्प दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर स्वयं सेवकों ने पूर्ण गणवेश में पथ संचालन किया और शारारिक गतिविधियों का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रांत कार्यवाहक दिनेश सेमवाल ने बताया कि हर साल की तरह नव वर्ष के मौके पर आरएसएस द्वारा पथ सञ्चालन किया जाता है , उन्होंने बताया की ये हमारे लिए बेहद खास दिन है क्योंकि आज के ही दिन संघ के संस्थापक डा हेडगेवार की जयंती भी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने सुनी आम जनता की फरियाद
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सीएम आवास, न्यू कैंट रोड़ स्थित जनता दर्शन हॉल में सैंकड़ों की संख्या में आए लोगों की शिकायतों व समस्याओं को सुना। मौके पर ही बहुत सी समस्याओं का निस्तारण किया गया। कार्यक्रम में शासन के अधिकारी, देहरादून के जिलाधिकारी, एसएसपी व वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद थे। आज का जनता दर्शन कार्यक्रम पूरी तरह व्यवस्थित तरीके से आयोजित किया गया। प्रत्येक फरियादी की शिकायत व समस्या को रजिस्टर में दर्ज किया गया। इसके बाद एक-एक व्यक्ति को बुलाया गया जिन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इत्मीनान से हर व्यक्ति की बात को सुना और मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। किसी की पेयजल आपूर्ति की समस्या थी तो किसी की अपने गांव, मोहल्लों में मार्ग निर्माण की मांग थी। लोक निर्माण विभाग में मेट बेलदारों की पुनर्नियुक्ति, स्वास्थ्य केंद्र उच्चीकरण, बेकलॉग की भर्ती, भू-अभिलेख में नाम दर्ज करवाने, समय पर वेतन न मिलने, विद्युत की झूलती लाईनों को ठीक करवाने, सार्वजनिक मार्गों से अतिक्रमण हटाने, आदि दर्जनों मामले मुख्यमंत्री के समक्ष जनसाधारण द्वारा रखे गए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वाजिब समस्याओं को समयबद्धता से हल किया जाए और संबंधित को अवगत भी कराया जाए।
उत्तराखंड की बसंती बिष्ट को मिला पदमश्री सम्मान
30 मार्च को पद्मश्री पुरस्कार विजेता बसंती बिष्ट को राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया।आपको बता दें कि उत्तराखंड की जागर गायिका को उनके भावपूर्ण गायन के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किय गया है।यह केवल बसंती के लिए नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
बसंती देवी बिष्ट को अपनी भावपूर्ण जागर के लिए न केवल उत्तराखंड में बल्कि विदेशों में भी बहुत पुरस्कार मिले है। जागर शैली का गायन देवी देवताओं को जगाने के लिये पारंपरिक तौर पर पुरुषों द्वारा गाया जाता रहा है। बसंती पहली और अकेली ऐसी महिला है जिन्होंने इस प्रथा को दरकिनार कर जागर सीखा और सालों से इस प्राचीन जागर के माध्यम से लोगों को जागृत करती रही हैं। इस कला को इन्होंने अपनी मां से सीखा। चमोली ज़िले केंद्र लुआनी गाँव में जन्मी बसंती ने बचपन से अपनी माँ को घर में जागर गाते सुना था। लेकिन घर ग्रहस्ती के चलते बसंती का जागर गायिका के रूप में करियर उनके 50 के हो जाने के बाद शुरू हो सका। शादी करके चंडीगढ़ जाने के बाद बसंती ने शास्त्रीय संगीत की शिक्षा चंडीगढ़ के प्राचीन कला केंद्र से ली। और वापस देहरादून आने के बाद बसंती ने अपने करियर की शुरुआत की। बसंती का कहना है कि देवभूमि के सांस्कृतिक जादू ने हमेशा उन्हे प्रेरित किया है।
बसंती देवी बिष्ट ने आल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर भी अपनी प्रस्तुतियां दी है।इनकी भावपूर्ण आवाज श्रोताओं को भावविभोर कर देती हैं और श्रोता के मन में इनको सुनने की इच्छा बार बार होती है। उत्तराखंड के पारंपरिक परिधान में सजी बसंती जब स्टेज पर आती हैं तो उनके गाने के साथ साथ उतनी ही तादाद में लोग उनकी तस्वीरें भी खींचते हैं।
निश्चित तौर पर बसंती ने जागर जैसी लोक कला को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान दिलाई है और इसके साथ ही उन्होने राज्य का भी नाम रौशन किया है।


























































