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विशाल भारद्वाज की अगली फिल्म रस्किन बॉंड की एक और कहानी पर

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बॉलिवुड के प्रसिद्ध निर्देशक विशाल भारद्वाज को अपनी अगली फिल्म के लिये एक बार फिर मशहूर लेखक रस्किन बॉंड की कहानी रास आई है। फिलहाल मसूरी में अपनी फिल्म की शूटिंग कर रहे विशाल ने हाल ही में बॉंड की कहानी “मिस्टर ऑलिवर्स डायरी” के राइट्स खरीदे हैं।

विशाल इससे पहले भी बॉंड की कहानी ‘सुसेनस सेवन हस्बैंड्स’ पर प्रियांका चोपड़ा को लेकर ‘सात खून माफ’ और ‘द ब्लू अम्ब्रेला’ पर आधारित बच्चों के लिये ‘नीली छतरी’ नाम की फिल्म बना चुके हैं। 

रस्किन बॉंड द्वारा लिखी बहुत सी कहानियां सालों से फिल्मकारों की पसंद बनी हुई हैं। इस सिलसिले की शुरूआत हुई थी टॉम ऑलटर की ‘द लास्ट टाइगर’, लेकिन किन्ही कारणों से ये फिल्म कभी भी परदे पर नहीं आई । इसके बाद ऑस्ट्रेलियन निर्देशक रेयमंङ स्टायनर की बच्चों के लिये फिल्म “बिग बिसनेस” और श्याम बेनेगल की मशहूर फिल्म “जुनून” जो कि बॉंड के उपन्यास “ए फ्लाइट ऑफ पिजन्स” पर आधारित थी, ये फिल्म 1857 की आजादी की लड़ाई पर आधारित थी। निर्देशकों की इस लिस्ट में हाल ही में आसमिया निर्देशक भार्गव साइकिया का नाम जुड़ा है, साइकिया की फिल्म “द ब्लैक कैट” इसी नाम से रस्किन द्वारा लिखी गई कहानी पर आधारित है। इस पिल्म को कई मंचों पर सम्मानित भी किया गया है।

छोटे पर्दे पर भी रस्किन की कहानियों ने अपना झंडा गाड़ा है। इन सब में सबसे लोकप्रिय रही है निर्देशक शुभादर्शिनी सिंह की 52 एपिसोड वाला धारावाहिक “एक था रस्टी”। 

विशाल भारद्वाज की ये नई फिल्म जिस उपनायस पर आधारित है वो एक कॉमेडी कहानी है जोकि पहाड़ों में रहने वाले एक स्कूल मास्टर की। इस फिल्म की शूटिंग 2018  की गर्मियों में होने की उम्मीद है। 

पुलिस अधिकारी के ‘ख्वाबों के खत’ पहुंचे लोगो तक

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चमोली के पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट के कविता संग्रह ‘ख्वाबों के खत’ का विमोचन रविवार को देहरादून में हुआ। मुख्यमंत्री निवास पर सीएम त्रिवेंद्र रावत इस कविता संग्रह का विमोचन किया। इस मौके पर प्रख्यात कवि डॉ.हरिओम पंवार, कलाकार शबाना आजमी, कवि असीम शुक्ल और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी  मौजूद थे।गौरतलब है कि तृप्ति भट्ट एक आईपीएस अधिकारी हैं और चमोली की पुलिस अधीक्षक भी हैं। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने तृप्ति भट्ट की सराहना करते हुए कहा कि एक पुलिस अधिकारी के रूप में अपने व्यस्त दिनचर्या के बीच भी वे लेखन और कला के लिए समय निकालती हैं। 

अपनी किताब और लिखने के शौक के बारे में न्यूज़पोस्ट से बात करते हुए तृप्ती ने कहा कि “मुझे बचपन से ही लिखना का शौक रहा है। हांलाकि अब समय की कमी के कारण लिखना मुश्किलव हो जाता है पर मै कोशिश करके समय निकाल लेती हूं। लिखने के विषयों में मुझे समाजिक मुद्दे, भावनात्मक मुद्दों आदि पर लिखने में खास मजडा आता है”।

डॉ.हरिओम पंवार ने कहा कि यदि पुलिस अधिकारी एक कवि है तो उसके हाथों कभी अन्याय नहीं हो सकता और ऐसा अधिकारी कभी किसी दुर्बल को नहीं सताएगा। शबाना आजमी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुश्री भट्ट के कविता लेखन की सराहना की और जिस प्रकार से कविता संकलन में विभिन्न विषयों को स्पर्श किया गया है उसकी प्रशंसा भी की। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को उनके कार्य क्षेत्र की एकरसता से बचाने और अपनी आत्मा पर से धूल झाड़ने के लिए कला से बेहतर कोई मौका नहीं मिलता। 

मसूरी: कार खाई में गिरी, दो घायल

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आज शाम पुलिस कंट्रोल रूम से थाना मसूरी पर सूचना मिली कि ऐलन स्कूल, मसूरी के पास लंढौर क्षेत्र में एक कार 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई है।

सूचना मिलते ही थाना मसूरी का पुलिस बल तुरन्त मौके पर पहुँचा । पुलिस बल व स्थानीय जनता की सहायता से 2 घायलों को रेस्क्यू कर खाई से निकाला। सोहन सिंह नेगी,निवासी बार्लोगंज मसूरी अौर परशु निवासी किंगरेग मसूरी, को सी.एच.सी मसूरी में भर्ती कराया गया।

मौके पर मौजूद लोगों द्वारा बताया गया कि चालक सोहन द्वारा आई0 10(ब्लैक कलर) गाडी संख्या- UK 07 X 5529 को बैक कर रहा था व जहाँ सडक पर निर्माण कार्य चल रहा था और जगह कम होने की वजह से अचानक गाडी लंढौर क्षेत्र में गहरी खाई में गिर गई, उक्त सम्बन्ध में परिजनों को सूचित कर दिया गया है।

‘नशे के विरूद्ध जागरूकता’ निकाली गयी चीता मोबाईल की रैली

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उत्तराखण्ड के वर्तमान एवं भविष्य को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने के लिये उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा लिये गये अपने उद्देश्य पर आगे बढ़ते हुए उत्तराखण्ड में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति एवं प्रचलन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिये, अक्टूबर में नशें के विरूद्ध चलाये जा रहे अपने अभियान के अन्तर्गत जनपद देहरादून में पुलिस ने मोटर साईकिल रैली का आयोजन किया।

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जनपद के थानों की लगभग 50 पुरूष अौर महिला चीता मोबाईल ने प्रतिभाग किया। मोटर साईकिल रैली का उद्देश्य शहर में विशेषकर युवा वर्ग में नशे के विरूद्ध जनजागरूकता उत्पन्न करना था। मोटर साईकिल रैली सुबह रिजर्व पुलिस लाईन से शुरु होकर बन्नू स्कूल से रेसकोर्स से एमकेपी से दर्शनलाल चैक से राजपुर रोड सचिवालय से वापस पुनः पुलिस लाईन पर समाप्त हुई।

नशे के विरूद्ध जागरूकता के लिये निकाली गयी मोटर साईकिल रैली के लिये श्रीमती निवेदिता कुकरेती वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, श्री धीरेन्द्र गुंज्याल पुलिस अधीक्षक यातायात तथा श्रीमती सरिता डोभाल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण से मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देश प्राप्त करते हुए श्री राकेश देवली, क्षेत्राधिकारी यातायात ने अपने पर्यवेक्षण में निरीक्षक यातायात श्री राजपाल सिंह रावत व प्रतिसार निरीक्षक सुरेन्द्र प्रसाद बलूनी के सहयोग से मोटर साईकिल रैली का सकुशल सम्पन्न करवाया गया।

पीएम के दौरे के चलते मसूरी में ख़ुफ़िया विभाग सक्रिय

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प्रधानमंत्री के मसूरी आगमन के दृष्टिगत निदेशानुसार आज एल.आई.यू यूनिट मसूरी व विदेश शाखा देहरादून ने गांधी चौक मसूरी से केम्पटी रोड में होटल शिलटन, क्लासिक, रतन, जीत, विष्णु पैलेस, देवलोक, द्वापर, लाइब्रेरी प्रेसिडेंसी, क्वीन प्लाज़ा, मसूरी रेसीडेंसी, शालीमार, सिल्वर रॉक, मधुबन हीलैंड आदि होटलों को चैक किया गया।

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सभी होटल प्रबंधको को सतर्क रहने तथा किसी व्यक्ति के संदिग्द प्रतीत होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस व एल.आई.यू को सूचित करने को निर्देशित किया गया। होटल में ठहरे बाहरी व्यक्तियों की आई.डी चेक करी गई व सत्यापन के लिये सम्बन्धित राज्य के जनपदों को प्रेषित की जा रही है। चेकिंग के दौरान किसी संदिग्द व्यक्तियों का होना प्रकाश में नही आया।

6 लोगों की टीम ने सुबह 11:00 से 4:00 बजे शाम तक गांधी चौक से केम्पटी रोड होते हुए अकादमी गेट तक लगी चाय, सब्जी ठेली, नाई, रेस्टुरेंट आदि में कार्यरत बाहरी व्यक्तियों व आई.एस अकादमी परिसर में काम कर रहें मजदूरों, तिब्बती होम फाउंडेशन, पोलो ग्राउंड में कार्यरत मजदूरों तथा एल बी एस एकेडमी गेट, पोलो ग्राउंड के अास पास दुकानदार/किराएदारों का भौतिक सत्यापन भी किया।

तो गूगल ने मनाया उत्तराखंड के इस महान पर्वतारोही का जन्मदिन

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शनिवार को गूगल ने नैन सिंह रावत का 187वां जन्मदिन मनाया। इसके लिये खासतौर पर गूगल ने रावत को समर्पित एक डूडल बनाया। नैन सिंह रावत 19 वीं सदी के पर्वतारोही थे और ब्रिटिश सरकार के लिये हिमालय पर्वतों का मानचित्र बनाने वाले पहले व्यक्ति भी थे। उन्होने सबसे पहले तिब्बत का सर्वे कर तिब्बति राजधानी लाहसा की सटीक लोकेशन और ऊंचाी नापी थी।

गूगल का ये डूडल हरी और दीप्ति पानिकर ने बनाया है, इसमें एक पर्वातारोही (जो कि रावत को दर्शाता है) का प्रतिबिंब दिखाी देता है। इसके साथ ही चित्र में एक ट्राई पोड भी है जोकि रावत के काम को दिखाता है।

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रावत का जन्म 1830 में मिलम जो उत्तराखंड के जोहर घाटी में है हुआ था।रावत ने कम उम्र में तिब्बत जाकर अपने पिता के साथ लोकल भाषा और तौर तरीके सीख लिये जो आने वाले समय में उनके खासा काम आया।

19वीं शताब्दी में युरोपियन खोजकर्ताओं के सेंट्रस एशियन इलाके में कोज करने के सिलसिले शुरु हुए। इसके लिये उन्होने उन स्थानीय लोगों की मदद लेनी शुरू की जो इन दूर दराज के इलाकों की भाषा और तौर तरीकों से वाकिफ थे। रावत इन्ही चुनिंदा लोगों में से एक थे। स्थानीय लोगों के बीच जाने के लिये रावत भेष बदल कर कुमाऊं से लाहसा, काठमांडू जैसी जगहों तक पैदल गये। रावत के बारे में कहा जाता है कि वो एक मील 2000 कदम में पूरी कर लेते थो और मनको की माला से इसे नापते थे।

रावत का पहला दौरा जर्मन दल के साथ 1855-1857 के बीच रहा। उन्हेोने मानसरोवर और राकस ताल तक का सफर तय किया। इसके बाद आगेगारतोक और लद्दाख तक भी गये। इसके बाद रावत ने देहरादून के सर्वे दफ्तर से अपने काम आने वाली सर्वे की तकनीकी जानकारी हासिल की। कहा जाता है कि रावत का सबसे महत्वपूर्ण सफर 1873-1875 के बीच रहा जिसमें वो लेह से लाहसा होते हुए असम पहुंचे।

अपने जीवन काल में रावत को कई पुरसकारों से सम्मानित किया गया।जिनमें रॉयल जियोग्राफिक सोस्याइटी से मिले कई सम्मान शामिल हैं। जून 2004 में रावत की याद में एक पोस्ट स्टैंप भी जारी किया गया। निसंदेह रावत उत्तराखंड ही नही देश की ऐतिहासिक धरोहर का एक अमिट हिस्सा हैं।

 

खत्म हुई 2017 चारधाम यात्रा, सरकार ने यात्रियों की संख्या पर जताई खुशी

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हिमालई इलाकों में सर्दियों के आगमन के साथ ही इस साल की उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा भी समाप्ति की ओर आ गई है। इस याशत्रा में सालाना लाकों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मिलकर चार धाम बनाते हैं।इस यात्रा को पूरा करने के लिये लाखों की तादा में यात्री यमुनोत्री से शुरू कर गंगोत्री और केदारनाथ होते हुए बद्रीनाथ में अपनी यात्रा को खत्म करते हैं।

 इन सब के बीच कपाट बंद होने में चमोली ज़िले में मौजूद सिखों के घर्म स्थल हेंमकुड साहिब का रहा। करीब 15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित ये जगह सिकों के लिये अति धार्मिकमहत्व की है। हेंमकुड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर को शबद कीरितन के बीच बंद हुए।

इसके बाद शीतकाल के लिये गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद हुए। इस साल अप्रेल में खुले कपाट में गंगोत्री धाम के कपाट 20 अक्टूबर और यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट 21 अक्टूबर को बंद हुए।

विजयदश्मी के दिन बदर्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तारीख निकाली जाती है। इस साल बद्रीनाथ के कपाट 19 नवंबर शाम 7:28 पर बंद होंगे। 

इसी के साथ मध्यमहेशवर और तुंगनाथ धाम के कपाट भी 22 अक्टूबर और 27 अक्टूबर को होंगे। इसके साथ ही 2017 की चार धाम यात्रा  यात्रा का समापन भी हो जायेगा।  गौरतलब है कि 2013 में आी केदारनाथ आपदा के बाद से ही चारधाम यात्रा के पुनर्जन्म को लेकर तमाम कयास लगाये जाते रहे हैं। ये यात्रा उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था के लिये भी खासी महत्वपूर्ण रहती है। ऐसे में राज्य के लिये ये ज़रूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें हिस्सा लें। 

तो जिंदल ग्रुप करेगा केदारपुरी का जीर्णोधार

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केदारपुरी और आसपास के इलाके में होने वाले कई नये निर्माण कार्यों को सज्जन जिंदल समूह की कंपनी जिंदल स्टील वर्कस (जेएसडब्लू) करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे से केदारनाथ और आसपास के इलाके में होने वाले पुनर्निरमाण कामों को गति मिलने की उम्मीद है। अपने भाषण में भी प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत के दिग्गजों से आगे आकर देशभर और खासतौर पर केदारनाथ जैसे धार्मिक स्थलों को अपनाने और वहां सुविघाओं के निर्माण में योगदान करने की अपील की।

इस बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कंपनी के चेयरमैन और एमडी सज्जन जिंदल ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि ये उनका और उनकी कंपनी का सौभाग्य है कि भगवान केदारनाथ की सेवा करने का मौका उन्हें मिला। इस काम के तहत  कंपनी सरस्वती नदी पर बने घाटों, आदि शंक्राचार्य की कुटिया और केदारपुरी में रिहाईशी मकानों का निर्माण करेगी।

गौरतलब है कि 2013 में आी आपदा के बाद से ही केदारनाथ और आसपास के इलाके में कई पुन: निर्माण कार्य हो रहे हैं। राज्य औऱ केंद्र ,सरकार के साथ साथ की अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों जैसे की विश्व बैंक औख एशियन डेवेलेपमेंट बैंक ने धन मुहैया कराया है। केंद्र में और राज्य में बीजेपी सरकार आने के बाद से इन कामों में तेज़ी आने की उम्मीद की जा रही है।

अवैध चरस के साथ युवक गिरफ्तार

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चौकी धर्मावाला में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था, जिस दौरान मोटर साईकिल चालक पर शक होने पर रोका गया तो चालक वापस भागने का प्रयास करने लगा।

पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए चालक को पकड़ा,चालक ने अपना नाम सत्तार, पुत्र मेहँदी, निवासी मिर्जापुर पोल थाना मिर्जापुर सहारनपुर उ.प्र. बताया।

इसकी तलाशी में इसकी पैंट की जेब से 185 ग्राम अवैध चरस बरामद हुई जिसे नियमानुसार गिरफ्तार कर आवश्यक कार्यवाही की गयी है।उक्त सम्बन्ध में चौकी धर्मावाला में 8/20/60एनङीपीएस एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्त को अाज न्यायालय में पेश किया जायेगा।

मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाशों ने दिया कई घटनाओं को अंजामः एसएसपी

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मंगलौर में मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए बदमाशों ने जिले में पिछले दिनों रोड होल्डअप की कई घटनाओं को अंजाम दिया था।
कोतवाली सिविल लाइन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके ने बताया कोतवाली मंगलौर ने पुलिस कंट्रोल रूम रुड़की को सूचना दी थी कि देवबन्द-मंगलौर रोड पर रजवाहे की पुलिया पर कुछ बदमाश सडक पर पेड़ डालकर लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहे हैं। बदमाशों ने शहजाद उर्फ सद्दू पुत्र लियाकत निवासी लंढौरा को अपना शिकार बनाया है। पुलिस को जानकारी मिली कि बदमाश घटना को अंजाम देकर खेत में छुप हैं। सूचना पर मय फोर्स पहुंचे कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गिरीश चंद शर्मा और सूर्य भूषण ने और थाना प्रभारी झबरेड़ा सुखपाल सिंह ने बादमाशों की घेराबंदी की। इस दौरान मुठभेड़ में दरोगा रविंद्र कुमार गोली लगने से गंभीर घायल हो गए। वहीं पुलिस की गई फायरिंग में एक बदमाश याकूब निवासी रहकड़ा थाना भोपा जिला मुजफ्फरनगर भी घायल हुआ। एसएसपी ने बताया कि इन्हीं बदमाशों ने 19 अक्टूबर को झबरेड़ा थाना क्षेत्र के टिकोला गांव में कार सवार महिला से जेवर आदि लूटना, 13 सितंबर को लखनोता चौराहे के पास दो कारों से व्यक्तियों से लूट की घटना को अंजाम देना और 14 अक्टूबर को बहादराबाद से इब्राहिमपुर रोड से मोटरसाइकिल सवार मोबाइल लूटा व विरोध करने पर उसकी हत्या करना स्वीकार किया है। एसएसपी ने बताया कि इसके अलावा बदमाशों ने बहादराबाद में कार सवार लोगों से भी लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था।

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कैसे देते थे घटना को अंजाम
ये बदमाश सड़क पर पेड़ काटकर डालते थे और वाहनों को रोककर तमंचे के बल पर लूटपाट करते थे। पीड़ित द्वारा विरोध करने पर मारपीट से लेकर जान से मारने से भी पीछे नही हटते थे। पकड़े गए बादमाशों में याकूब उर्फ राशिद मूल निवासी रहकड़ा थाना भोपा जिला मुजफ्फरनगर, सतवीर उर्फ शाहबाज पुत्र जनेश्वर सुभाष नगर थाना नई मंडी मुजफ्फरनगर, राशिद उर्फ महबूब पुत्र सद्दीक सबीर निवासी मखियाली खुर्द निवासी नई मंडी जिला मुजफ्फरनगर है। बदमाशों के पास से दो तमंचे 12 बोर के मय कारतूस, एक तमंचा 315 बोर मय कारतूस, एक मोबाइल, 2700 नकद, वोटर कार्ड, आधार कार्ड समेत विभिन्न वारदातों में लूटा गया सामान बरामद हुआ है।