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उत्तराखण्ड में अगले तीन दिनों तक मौसम रहेगा साफ

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देहरादून। राजधानी देहरादून सहित प्रदेश भर में बुधवार की सुबह खिली धूप निकलने से लोगों को गर्मी का अहसास हुआ। मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह मौसम में गर्माहट देखने को मिलेगी, जबकि शनिवार और रविवार को आसमान में बादल छाए रहेंगे, जिसके चलते उच्च क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है।

मंगलवार सुबह राजधानी देहरादून सहित आसपास के क्षेत्रों में तेज धूप निकलने से लोगों को ठंड से राहत मिली। दून में दोपहर तक 23 डिग्री सेल्सियस फॉरेनहाइट तापमान बना हुआ थ। जबकि पूरे राज्य में 14 डिग्री सेल्सियस तापमान था। वहीं राज्य के पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में सुबह आसमान साफ रहने से मौसम सामान्य बना हुआ था। देहरादून में आठ प्रति किलोमीटर की गति से हवा चल रही है और नमी 43 प्रतिशत है। वहीं उच्च क्षेत्र पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, केदारनाथ सहित अन्य क्षेत्रों में मौसम सामान्य बना हुआ था।
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि राज्य में इस सप्ताह मौसम में तिखापन देखने को मिलेगा। जबकि 24 व 25 फरवरी में आसमान में बादल बने रहेंगे। जिससे उच्चाई वाले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। जबकि 21 से 23 तक तेज धूप देखने को मिलेगा। 

सड़क दुर्घटना में 2 की मौत, 7 घायल

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ऋषिकेश। नई टिहरी-मलेथा-कीर्तिनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गडोलिया जाखधार से कोटी जा रहा एक टैक्सी वाहन ट्रक को पास देने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त होकर गहरी खाई में जा गिरा। इस घटना में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई जबकि 7 लोग घायल हो गए। 4 घायलों की गंभीर स्थित को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।

घनसाली के थानाध्यक्ष किशन टम्टा के अनुसार मंगलवार देर शाम सवा पांच बजे के करीब वाहन संख्या यूके 09 टीए-0491 नई टिहरी-मलेथा राजमार्ग पर जाखधार स्टेशन से कोटी गांव को जा रहा था। इस दौरान छुंयापानी के पास विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक को पास देते वक्त वाहन असंतुलित होकर गहरी खाई में जा गिरा। दुर्घटना में जबर सिंह (40) पुत्र गोकल सिंह निवासी स्यालकुंड मगरौं की मौके पर ही मौत हो गई। इसी गांव की बसुदेवी (40) पत्नी मकान सिंह ने इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। दुर्घटना में प्रेम बसनेत (55) पुत्र राम सिंह, उनकी पत्नी पिंगला देवी (52), वाहन चालक विक्रम सिंह (40) पुत्र कल्याण सिंह सभी निवासी मगरौं, कीर्ति सिंह (50) पुत्र बचन सिंह, उनकी पत्नी सुमति देवी (45) निवासी स्यालकुंड, रमा देवी (50) पत्नी सोबन सिंह सिंह और उनका पुत्र सुनील रावत (20) निवासी मगरौं घायल हो गए। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस के जवानों ने सड़क पर पहुंचाया। उन्हें 108 सेवा की मदद से इलाज के लिए पिलखी अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने चार घायलों कीर्ति सिंह, सुमति देवी, प्रेम बसनेत, पिंगला देवी की गंभीर स्थिति को देखते हुए हायर सेंटर, श्रीनगर बेस अस्पताल रेफर कर दिया है। 

विस अध्यक्ष ने किया नलकूप का उद्घाटन

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ऋषिकेश। उत्तराखंड के चंद्रभागा में भैरो मंदिर के पीछे 99.30 लाख की लागत से क्षेत्र की जनता के लिए जल निगम द्वारा निर्मित नलकूप का विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बुधवार को उद्घाटन किया। अग्रवाल ने कहा कि नलकूप से भैरव मंदिर कॉलोनी, चंद्रभागा, मायाकुंड सहित अन्य क्षेत्रों में पिछले काफी समय से चली आ रही जल की समस्या का समाधान हो गया है। राज्य सरकार क्षेत्र की जनता के लिए पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। इस अवसर पर भाजपा के मंडल अध्यक्ष चेतन शर्मा समेत पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

अब मरीजों को डायलिसिस की सुविधा देगा एम्स ऋषिकेश

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ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश में डायलसिस सुविधा का मंगलवार को एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मरीजों की बेहतर उपचार के लिए लगातार प्रयास किया जा रह है।

निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि एम्स में तीन डायलिसिस मशीन लगी हुई है। जिसमे से एक एम्स में भर्ती मरीजों के लिए, दूसरी हाई डिपेंडेंसी यूनिट में भर्ती मरीजों के लिए तथा तीसरी ओपीडी के जरिये आने वाले मरीजों के लिए उपलब्ध रहेगी।
जनरल मेडिसिन विभाध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी ने बताया की इसके लिए हमने प्रशिक्षित टेक्नीशियन की सेवाए ली है तथा फ्रिशियम कंपनी की ये मशीने अत्यधुनिक तकनीकी वाली हैं जिससे इंफेक्शन रेट नगण्य रहने की संभावना है। शुरुवात में सिर्फ सामान्य शिफ्टों में ही ओपीडी मरीजों को डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसका शुल्क 2000 रुपया प्रति डायलिसिस रहेगा जिसमे डैलयसर तथा ट्यूब की कीमत शामिल है। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मुकेश त्रिपाठी, मेडिसिन विभाग की सभी संकाय सदस्य, एनाटोमी तथा रेडियो थेरपी विभाग के डॉ. बिजेंद्र सिंह और डॉ. मनोज गुप्ता और सर्जरी विभाग प्रमुख डॉ. सोम प्रकाश बसु तथा अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे।

गैस गोदाम पर अवैध ​गैस रिफिलिंग करते पकड़ गऐ तीन

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देहरादून। जिला पूर्ति विभाग ने मंगलवार शाम थाना क्षेत्र नेहरूकालोनी जोगीवाल स्थित अधुनिक गैस गोदाम का औचक निरीक्षण किया।

इस दौरान उन्होंने अवैध तरीके से गैस रिफिलिंग करते तीन लोगों को उपकरण के साथ पकड़ा। उन्होंने अवैध रूप से गैस की रिफलिंग में लिप्त तीनों आरोपियों राजू पुत्र कृष्णा निवासी जगदीशपुर थाना जगदीशपुर जिला अमेठी उत्तर प्रदेश, हरकेश पुत्र रामकिशोर निवासी जगदीशपुर थाना जगदीशपुर जिला अमेठी उत्तर प्रदेश तथा मनोज कुमार पुत्र बचन सिंह निवासी बालावाला रायपुर देहरादून को पुलिस को सौंप दिया। यह कार्रवाई डीएसओ विपिन कुमार के नेतृत्व में की गई है। तीनों अभियुक्तों के विरूद्ध थाना नेहरूकालोनी में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। जिसकी विवेचना उप निरीक्षक सचिन पुंडीर द्वारा की जा रही है। अभियुक्तों को बुधवार को न्यायालय पेश किया जाएगा।

बोर्ड एग्जाम को लेकर प्रशासन ने शुरू की तैयारी

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देहरादून। आगामी 5 मार्च से शुरू होने जा रहे उत्तराखंड बोर्ड एग्जाम को लेकर जिला प्रशासन और शिक्षा महकमे ने अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार को देहरादून नगर निगम के टाउन हॉल में डीएम एसए मुरुगेशन ने बोर्ड एग्जाम में नियुक्त किए गए केन्द्र व्यवस्थापक और कस्टोडियन को जरूरी निर्देश दिए।

डीएम ने सभी केन्द्र व्यवस्थापक और कस्टोडियन को एग्जाम की तैयारियों को लेकर समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम और तहसीलदारों के अलावा राजस्व अधिकारियों के साथ सम्पर्क करने को कहा। केन्द्र व्यवस्थापकों और कस्टोडियनों को किसी भी प्रकार की आवश्यकता के लिए डीएम कार्यालय को सूचित करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने सभी को पहले से पुलिसकर्मियों की ड्यूटी को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही आस-पास के थाना क्षेत्रों को सुरक्षा के लिए अवगत कराने को कहा। केन्द्र व्यवस्थापकों और कस्टोडियनों को सीईओ एसबी जोशी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी कर्मचारी एग्जाम सेंटरर्स में खिड़की, दरवाजे, बैठने के लिए फर्नीचर, प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं के रखरखाव आदि की व्यवस्था करें। सीईओ ने पूरे बोर्ड एग्जाम के कार्यक्रम और जरूरी बातों को प्रजेंटशन के जरिए बताया।

शिक्षकों की तैनाती न होने से अभिभावकों में रोष

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साहिया/विकासनगर। अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी राजकीय पूर्व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हाजा में ‌शिक्षक तैनाती न होने से अभिभावकों में रोष है। उन्होंने शीघ्र शिक्षक तैनाती न होने पर 28 फरवरी से स्कूल में तालाबंदी की चेतावनी दी है। मांग के समर्थन में उन्होंने मुख्य ‌शिक्षाधिकारी को पत्र भेजा।

कहा स्कूल में 111 छात्र अध्ययनरत हैं। लेकिन बीते छह माह से स्कूल एकल शिक्षक के भरोसे चल रहा है। शिक्षक के अवकाश या सरकारी काम से बाहर चले जाने पर ताले लटक जाते हैं। एक शिक्षक के लिए तीन कक्षाओं को एक साथ पढ़ाना नामुकिन है। शिक्षक तैनाती न कर विभाग छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है। ग्राम प्रधान राजेंद्र सिंह नौटियाल, सुंदराम नौटियाल, आनंद सिंह आदि का कहना है कि मार्च माह में छात्रों की परीक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी। लेकिन अब तक शिक्षक तैनाती न होने से छात्रों का कोर्स ही पूरा नहीं हो सका है। छात्रों के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पूर्व में विभाग ने शीघ्र तैनाती का भरोसा दिलाया था। लेकिन अब तक शिक्षक तैनाती नहीं हो सकी है। जिला शिक्षाधिकारी हेमलत्ता भट्ट ने कहा कि नए शिक्षक की तैनाती न होने तक खंड शिक्षा अधिकारी चकराता को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत स्कूल में ‌शिक्षक तैनाती के निर्देश दिए गए हैं।

सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से मरीज हुए बेहाल

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देहरादून। दून अस्पताल में मंगलवार की सुबह मरीजों के लिए भारी गुजरी। उन्हें कई घंटे गंदगी और दुर्गंध के बीच रहना पड़ा। समय पर वेतन न मिलने से गुस्साए अस्पताल के सफाई कर्मचारी सुबह एकाएक हड़ताल पर चले गए। न वार्डों की सफाई हुई और न अस्पताल परिसर में कूड़ा उठा। जिस कारण चारों तरफ गंदगी पसर गई।

दून अस्पताल में उपनल के माध्यम से 66 सफाई कर्मचारी तैनात किए गए हैं। जिनका कहना है कि मेडिकल कॉलेज बनने से पूर्व उन्हें हर माह की दस तारीख तक तनख्वाह मिल जाती थी। लेकिन जब से मेडिकल कॉलेज बना वेतन समय पर नहीं दिया जा रहा। स्थिति यह कि इसके लिए कर्मचारियों को बार बार अधिकारियों से अनुरोध करना पड़ता है। उनका कहना है कि वेतन कम है और उसपर देर से मिलता है। ऐसे में घर चलाना भी मुश्किल हो जाता है। उन्हें तीन माह में एक बार प्रोत्साहन भत्ता दिए जाने का भी नियम है। जनवरी में भत्ता मिलना था और अब फरवरी भी बीतने वाली है। अधिकारियों से बार-बार अनुरोध किया जा रहा है पर भुगतान नहीं किया जा रहा। अगले माह होली है और कर्मचारियों को लंबित भुगतान शीघ्र किया जाना चाहिए।
बहरहाल, दोपहर बाद वेतन खाते में आ जाने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली। लेकिन इस दौरान मरीज व तिमारदार खासा परेशन रहे। उन्होंने सफाई शुरू होने के बाद ही राहत की सांस ली। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप भारती गुप्ता ने बताया कि बजट की कमी के कारण समस्या उत्पन्न हुई थी। सफाई कर्मचारियों के वेतन के एवज में मेडिकल कॉलेज उपनल को भुगतान करता है। पिछले कुछ वक्त से उपनल अपने स्तर पर भुगतान कर रहा था। लेकिन फिर उनसे हाथ खड़े कर दिए। अब बजट मिल जाने पर लंबित भुगतान कर दिया गया है।

महिलाओं और युवाओं को तकनीक की तलवार से आत्मनिर्भर बनाती कीर्ति

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उत्तराखंड में जहां एक तरप पहाड़ के लोग लगातार पलायन कर रहे हैं औऱ पलायन सरकार के लिये बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है वहीं आज हम आपको ऐसी युवती की कहानी बताते हैं जिन्होने बाहर से आकर इस पहाड़ी राज्य को ही अपना घर बना लिया। मूल रुप से राजस्थान निवासी साइंटिस्ट कीर्ति कुमारी रानीचौरी के कृषि विज्ञान केंद्र में कार्यरत हैं और अब तक बहुत सी महिलाओं और युवाओं को जीवन जीने की राह दे चुकी हैं।

अक्टूबर 2013 से अपने क्षेत्र में काम करते हुए कीर्ति ने लगभग छः सौ लोगों को ट्रेनिंग दी है और आज उत्तराखंड राज्य के अंदर इनके ट्रेनिंग और साथ से बहुत से युवा फूड प्रोसेसिंग में काम कर रहे हैं।

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26 साल की कीर्ति ने फूड प्रोसेसिंग टेक्नॉलिजी में एम.टेक किया है और फलिहाल वह फूड टेक्नॉलिजी में ही साइंटिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। फूड टेक्नॉलिजी के अलावा कीर्ति होम साइंस और पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी पर भी काम करती हैं।

कीर्ति से हुई न्यूज़पोस्ट की बातचीत में उन्होंने बताया कि “टिहरी में मेरी नौकरी की पहली पोस्टिंग है और मुझे यहां काम करना पसंद है।लगभग 5-6 सौ लोगों को ट्रेनिंग देने के बाद उनमें से कुछ लोगों को अपने लिए काम करता देख मुझे बहुत अच्छा लगता है।” कीर्ति बताती हैं कि “हम महिलाओं को ट्रेनिंग देते हैं ताकि वह आत्मनिर्भर हो सकें।इसके अलावा दूर दराज गांवों में हम प्रेग्नेंट महिलाओं को न्यूट्रीशन के बारे में जागरुक करते हैं जिससे होने वाला बच्चा स्वस्थ हो सके।” कीर्ति बताती है पहाड़ों में प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं की देखभाल को लेकर लोग कम जागरुक हैं और ऐसे में हम महिलाओं को मल्टी ग्रेन आटे से लेकर स्वास्थवर्धक खाना खाने की जानकारी देते है और उनके अंदर पोषण की कमी ना हो इसलिए हम उन्हें 3-4 महीने निशुल्क मल्टीग्रेन आटा भी उपलब्ध कराते हैं।

कीर्ति ने अब तक पहाड़ के लिए बहुत से युवाओं को तैयार किया जो आज अपने बल-बूते पर अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। चाहे वो कोदर्फी बनाने वाले देवकौश आर्गनाइजेशन हो, चाहें ऑयस्टर मशरुम की खेती मे क्रांति लाने वाले देवभूमि एग्रीवेंचर हो, चिया की खेती करने वाले आर्गेनिक गढ़वाल हो, देवभूमि नेचुरल फूड्स हो या फिर हिमालयन नेचुरल फूड प्राइवेट लिमिटेड हो।

कीर्ति भविष्य में राज्य में किसानों और युवाओं की बेहतरी के लिए टिहरी गढ़वाल में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री सेटअप करना चाहती हैं जिससे राज्य के किसान और यहां के युवाओं को खेती करने के लिए प्रेरणा मिल सके और साथ ही पहाड़ी राज्य में होने वाली फसल की एक ब्रांडिंग हो सके।

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कीर्ति ने बताया कि कुछ ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिसका प्रपोज़ल भी सरकार को जा चुका है जिसमें एक 25 लाख का मिलेट प्रोसेसिंग यूनिट और क्वालिटी कंट्रोल यूनिट फॉर कैपेसिटी बिल्डिंग हैं। उनका मानना है कि अच्छे और गुणवत्ता वाले ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना होने से किसान और युवा एंट्रोप्रेन्योर को बहुत मदद मिलेगी। इसके साथ साथ कीर्ती औऱ उनकी संस्थान

  • क्षेत्रीय फसलों जैसे कि फिंगर मिलेट, बार्नयार्ड मिलेट, अमरनाथ ग्रेन और फोक्सटेल मिलेट आदि पर है।
  • अब किसानों को बिना किसी फीस की ट्रेनिंग दी जा रही है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग फलों और सब्जियों को उगाने के लिए महत्तवपूर्ण पहलूओं को जाने सके।
  • मशरूम प्रोसेसिंग यूनिट, अदरक प्रोसेसिंग यूनिट, जंगली खुबानी के तेल एक्सट्रेक्शन यूनिट, मौजूदा खाद्य प्रोसेसिंग यूनिट के अपग्रेडेशन यूनिट जो किसानों के खेतों में ही स्थापित किए जाएंगे। ये सारी परियोजनाएं किसान समुदाय के बीच रोजगार प्रदान करेंगी।
  • स्थानीय फसल जैसे की मिलेट के फायदों और इसके बारे में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। हाल ही में सुर्खियों में आई मंडुवा बर्फी भी कृषि विज्ञान केंद्र की पहल थी।
  • इसके साथ साथ जैम, अचार, स्क्वैश, मुरबा, कैंडी आदि बनाने के लिए किसानों / महिलाओं / उद्यमियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

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अपने शहर और घर से दूर रहकर कीर्ति उत्तराखंड राज्य और यहां रहने वालों के लिए एक मिसाल की तरह हैं जो लोगों को काम करने के लिए प्रेरणा दे रही हैं। कीर्ति कहती हैं कि उत्तराखंड में काम करने का मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है और मैं अपने काम को ठीक तरह से कर रही हूं साथ ही यहां की खूबसूरती मुझे पसंद हैं इसलिए यहां रहना मेरे लिए ज्यादा मुश्किल नहीं है।

राज्य में बहुत से लोग कीर्ति की ट्रेनिंग के बाद अपना व्यापार शुरु कर चुके हैं और अपने साथ-साथ औरों को भी रोज़गार दे रहे हैं।कृषि विज्ञान केंद्र से ट्रेनिंग लेने के बाद बहुत से युवाओं ने नई शुरुआत की है और सफल भी रहे हैं। राज्य से पलायन रोकने के साथ-साथ युवाओं को आत्मनिर्भर होने की राह देने वाली कीर्ति जैसे बहुत से लोगों की राज्य को जरुरत है।

सीमांत क्षेत्र में आपदा से निपटने के लिए लोगों को प्रशिक्षत करें पूर्व सैनिक: वीके सिंह

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(पिथौरागढ़) सीमांत बसंतोत्सव के दूसरे दिन केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री व पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह व केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने मंगलवार को पूर्व सैनिक व शहीद सम्मान समारोह का दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने उत्तराखण्ड के वीर सपूतों को नमन करते हुए पूर्व सैनिकों को राज्य हित में आगे आने को कहा।

मंगलवार को देव सिंह मैदान में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह शामिल हुए। जनरल वीके सिंह व केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा का सीमांत सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष कैलाश थपलियाल, उपाध्यक्ष ललित पंत, संयोजक राकेश देवलाल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह रावत ने जोरदार तरीके से स्वागत किया। इससे दोनों केन्द्रीय राज्य मंत्री अभिभूत नजर आए।

पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने भारतीय सेना कुमाऊं रेजीमेंट की अराध्य देवी मां महाकाली के जयकारे और प्रणाम के बाद सैनिक व शहीद सम्मान समारोह से अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए सीमांत सेवा फाउंडेशन के प्रयासों की जमकर प्रशंसा की। इस दौरान पूर्व सैनिकों ने भी मां महाकाली के जयकारे लगाए।जिससे सम्मेलन का वातावरण पूरी तरह से कुछ समय के लिए धार्मिकता से भर गया।

वीके सिंह ने प्रदेश को आपदा की दृष्टि से संवेदनशील बताते हुए पूर्व सैनिकों से इसे चुनौती के रूप में लेने को कहा। सीमांत क्षेत्र में आपदा के खतरे अधिक हैं। इसलिए पूर्व सैनिक गांवों में जाकर यहां के लोगों को प्रशिक्षित करने का काम करें। कहा कि सेना में जाति, संप्रदाय के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। पूर्व सैनिक अपने को कभी भी पूर्व न समझें। वे स्कूलों में जाकर लोगों को सेना के बारे में छात्र छात्राओं को जागरूक करें।

उन्होंने उत्तराखण्ड से हो रहे पलायन पर बोलते हुए कहा कि यह चिंताजनक है। गांवों में सुविधाओं का विस्तार कर पलायन रोकना बहुत जरुरी है।कहा कि वे सेना में सेवा के दौरान कुमाऊं रेजीमेंट में सेवा दे चुके हैं। राष्ट्र रक्षा के लिए इस रेजीमेंट के जवानों में जो जज्बा है, वह किसी में नहीं है।

पिथौरागढ़ में शीघ्र खुलेगा पासपोर्ट कार्यालय

वीके सिंह ने पिथौरागढ़ में पासपोर्ट कार्यालय खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार अगले एक साल में देश के सभी प्रमुख डाकघरों में पासपोर्ट कार्यालय खोलेगी। इससे लोगों को पासपोर्ट बनाने में आसानी होगी।इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पंचेश्वर बांध को लेकर कहा कि नेपाल के साथ हमारे रोटी बेटी व सांस्कृतिक ,धार्मिक संबंध हैं। पंचेश्वर बांध बने या नहीं नेपाल का पानी हर तरह से भारत में ही आएगा और कहीं नहीं जाएगा। वीके सिंह ने कहा कि कुमाऊं वीरों की धरती है, यहां के लोगों ने हमेशा राष्ट्र की रक्षा में अग्रिम पंक्ति का योगदान दिया है। वीर नारियों का हर समय सम्मान किया जाना चाहिए। साथ ही कहीा कि पूर्व सैनिकों को ईसीएचएस से और बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी। इस मामले में उन्होंने केन्द्रीय रक्षा मंत्री से बात की है।