रुड़की। कोतवाली सिविल लाइन पुलिस ने एक बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए बन्द मकानों में रेकी कर चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनसे तमाम घटनाओं के साथ ही रुड़की में रिटायर्ड आईआईटी कर्मी व दो अन्य लोगों के यहां हुई चोरी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। इनसे चोरी की इन घटनाओं में गया काफी माल भी बरामद कर लिया गया है। पकड़ा गया एक बदमाश आईआईटी में ही संविदा पर काम कर रहा था। तीनों के खिलाफ अलग अलग तीन दर्जन मुकदमें दर्ज हैं।
आईआईटी के रिटायर्ड कर्मचारी एवं पूर्व नगर पालिका चेयरमैन दिनेश कौशिक के भाई सच्चिदानंद कौशिक के सिविल लाइन स्थित घर से छोटी दीवाली की रात्रि चोरी हो गई थी। उस समय जब कौशिक का परिवार नोएडा गया हुआ था। चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए घरेलू सामान नकदी व जेवरात आदि चोरी कर लिए गए थे। इसी प्रकार की एक चोरी इससे कुछ रोज पूर्व आईआईटी गेट के सामने गली में रहने वाले यशवीर सैनी नामक व्यक्ति के यहां हुई थी। इस वारदात में भी बंद मकान को निशाना बनाया गया था। एससपी केके वीके के निर्देशन में इन चोरी की वारदातों के खुलासे को लगी सिविल लाइन कोतवाली पुलिस के शक की सुई आईआईटी के फर्नीचर विभाग में संविदा पर काम करने वाले दीपक धीमान पुत्र सुखबीर सिंह निवासी ग्राम हसनपुर लुहारी थानाभवन जिला शामली हाल निवासी आमोद कुंज एनआईएच गेट के पास रुड़की की ओर घूमी। दरअसल, सच्चिदानंद के आईआईटी में कार्यरत रहने के दौरान दीपक उनके संपर्क में आया था और बिजली मिस्त्री का काम जानने वाला दीपक यदाकदा किसी बिजली संबंधी काम के लिए उनके घर आता जाता था। उनके यहां हुई वारदात से कुछ रोज़ पूर्व भी दीपक उनके घर बिजली का कुछ काम करके गया था। सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने दीपक को केंद्र में रखते हुए जांच आगे बढ़ाई तो पूरा मामला साफ हो गया। पुलिस ने दीपक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो उसने सच्चिदानंद कौशिक के साथ ही इससे कुछ रोज पूर्व आईआईटी गेट के सामने गली में रहने वाले यशबीर सिंह सैनी के मकान में भी इसी प्रकार चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। उसने बताया कि वह अपने दो अन्य साथियों मयंक उर्फ टिंकू पुत्र नत्थूराम निवासी बड़ौत हाल निवासी आवास विकास रुड़की एवं उधम सिंह उर्फ लंगड़ा पुत्र स्वर्गीय खचेड़ू निवासी गांव मंसूरी थाना इंचौली जिला मेरठ के साथ दीपक इस प्रकार की वारदातों को अंजाम देता रहा था। पुलिस ने दिन रात भाग दौड़ कर इन दोनों को भी पकड़ लिया।
एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि इन तीनों से दोनों वारदातों के साथ ही कुछ रोज पूर्व गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास में शिव नारायण नामक व्यक्ति के यहां हुई चोरी की वारदात का सामान भी बरामद हुआ है। इस वारदात को भी इन तीनो ने ही अंजाम दिया था। दीपक धीमान ने अपने साथियों के साथ सच्चिदानंद कौशिक के यहां वाली वारदात को कुछ इस प्रकार अंजाम दिया कि उनके घर बिजली का काम करते समय बातों-बातों में उसकी जानकारी में आ गया कि श्री कौशिक का परिवार छोटी दीपावली पर नोएडा जाएगा और घर खाली रहेगा। इसके बाद उसने अपने रिश्तेदार मयंक उर्फ टिंकू को सूचित किया और बकायदा उसे सच्चिदानंद के घर की रेकी कराई। यशवीर सैनी के घर वाली वारदात को भी रेकी करके ही अंजाम दिया गया था। एसपी देहात ने बताया कि यह तीनों लोग तमाम वारदातों को इसी प्रकार अंजाम देते थे। तीनों बदमाशों के खिलाफ अलग अलग तीन दर्जन मुकदमे दर्ज हैं और लूट तक का मुकदमा भी इन पर है।





















































