हरिद्वार व ज्वालापुर के विभिन्न क्षेत्रों के डेंगू की जद में आने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की नाकामी के कारण लोगों में गुस्सा है। अभी तक कई मौतें डेंगू से हो चुकी हैं। यहां तक की सरकारी कर्मचारी भी डेंगू से सुरक्षित नहीं है।
कनखल थाने का आलम यह है कि हेड मोहर्रिर सहित पांच पुलिस कर्मियों को डेंगू ने अपनी चपेट में ले लिया है। निजी चिकित्साल्यों के अलावा सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डेंगू के अभी तक जनपद में 350 केस सामने आ चुके हैं। जिनकी जांच में पुष्टि हुई है। डेंगू से निपटने के उपाय नहीं हो पा रहे हैं। नगर निगम के अधिकारी सफाई व्यवस्था को लेकर कोई भी अभियान क्षेत्र में नहीं चला रहे हैं।
सरकारी अस्पताल में डेंगू के मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा जिससे लोग निजी चिकित्साल्यों में महंगे इलाज करवाने को मजबूर हैं। ज्वालापुर के अहबाब नगर, मैदानीयान, कडच्छ, घोसियान, तेलियान, कोटरवान, नानकपुरी के अलावा कनखल, भूपतवाला, आदि क्षेत्र पूरी तरह से डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। जगह-जगह जलभराव होने के कारण मच्छर पनप रहे हैं नगर निगम दवाइयों का छिड़काव नहीं करा रहा। जल्द ही सफाई व्यवस्था की सुध नहीं ली तो पूरा क्षेत्र डेंगू की चपेट में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सुध लेनी चाहिए।
 
                





















































