स्मैक का कारोबार जोरो शोरों से रहा है फल फुल

0
1241

कोटद्वार/पौड़ी। जनपद पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार नगर व आस-पास के क्षेत्रों में इन दिनों स्मैक का कारोबार एक बार फिर जोरों से फल-फूल रहा है और स्मैक तस्कर जमकर चांदी काट रहे हैं। स्थिति यह है कि गली-मोहल्लों में जहां स्मैक की तस्करी खुलेआम हो रही है, वहीं युवाओं को स्मैक का नशा खुलेआम करते हुए देखा जा सकता है। बावजूद इसके कोतवाली पुलिस आंखें मूंदे बैठी है।

पूर्व में नगर व आस-पास के क्षेत्रों में स्मैक कारोबार जोरों पर था और युवा पीढ़ी लगातार नशे की गर्त में जा रही थी। जिस पर नशाबंदी को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने नगर में जुलूस निकालकर प्रदर्शन भी किया था। जनता के दबाव में पुलिस ने स्मैक तस्कर स्मैकिया चाची को गिरफ्तार कर लिया था। इसके साथ ही पुलिस द्वारा नगर व आस-पास के क्षेत्रों की स्कूलों में नशे के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया गया, जिससे काफी हद तक नशे की प्रवृत्ति पर अंकुश भी लग गया था, लेकिन कोतवाली पुलिस की लापरवाही के चलते एक बार फिर नशे का कारोबार फल-फूलने लगा है। स्थिति यह है कि नगर के साथ ही लालपानी, सनेह क्षेत्र व भाबर क्षेत्र के अंतर्गत मानपुर, सिताबपुर, शिब्बूनगर, सिम्मलचौड़ समेत भाबर के कई गांवों में स्मैक का कारोबार खुलेआम चल रहा है। रविवार को तो पटेल मार्ग पर सरेआम स्मैक कारोबारी खरीद-फरोख्त करते नजर आए। खरीद फरोख्त के बाद दोनों बाइक सवार अलग-अलग रास्तों से निकल पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो स्मैक तस्कर स्मैक को मोबाइल फोनों के कवर के अंदर के साथ ही मोबाइल की बैटरी निकालकर उसके अंदर तक रखते हैं, जिससे तलाशी के दौरान स्मैक पकड़ में न आए। स्मैक बेचने में केवल युवा पीढ़ी ही नहीं अपितु कुछ संभ्रांत घरों के युवा के साथ ही नई पीढ़ी की लड़कियां भी शामिल हैं। विगत दो वर्ष पूर्व बरेली जीआरपी पुलिस ने एक वेंडर की सूचना पर बरेली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से तीन युवकों व एक युवती को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए धर दबोचा था। तलाशी लेने पर इनके पास स्मैक बरामद हुई थी। पूछताछ में युवकों व युवती ने बताया कि वह कोटद्वार से आए थे और यहां स्मैक खरीदकर कोटद्वार ले जाना था। जीआरपी पुलिस ने कार्यवाही करते हुए युवती को एक चाकू के साथ व युवकों को स्मैक के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। ये चारों युवक व युवती कोटद्वार भाबर क्षेत्र के थे और चारों स्कूल के छात्र-छात्राएं थे। विगत दिसंबर माह में कोटद्वार आमपड़ाव के दो युवक जो मैकनिक का काम करने वाले थे अचानक ही लापता हो गए थे। घरवालों ने उनकी बरामदगी को लेकर पुलिस पर राजनीति दवाब बनाया था। पुलिस जांच में पता चला कि दोनों युवक बरेली जेल में बंद हैं और उन पर स्मैक तस्करी का आरोप था। इतना ही नहीं नगर के कुछ प्रतिष्ठित व्यापारियों के बच्चों के साथ ही संभ्रांत घरों के बच्चे भी स्मैक का नशा करने के साथ ही तस्करी में शामिल हैं। इसके अलावा स्थानीय ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि पेट्रोलिंग के लिए शासन से पर्याप्त पैसा न मिलने के कारण पेट्रोलिंग करने वाले पुलिस कर्मी स्मैक तस्करों से उगाही करते हैं, जिससे इनके हौंसले बुलंद हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार हरीश वर्मा ने कहा कि स्मैक की तस्करी रोकने के लिए कोटद्वार कोतवाली में एंटी स्मैक टीम गठित की गई है, जिसमें एक उपनिरीक्षक और कुछ कांस्टेबलों को शामिल किया गया है। जो सादे कपड़ों में नगर के विभिन्न क्षेत्रों में स्मैक की सुरागरसी, पतारसी में लगे रहते हैं। टीम में द्वारा तस्करों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाए नशेड़ियों को पकड़कर खानापूर्ति की जा रही है। इसको रोकने के लिए पुलिस लगातार प्रयास किए जा रहे है। तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।