प्राथमिकता के आधार पर तय करें सीमांत क्षेत्रों की योजनाएं : डीएम

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गोपेश्वर। सीमांत क्षेत्रों में होने वाले विकास कार्यों के लिए इस वित्तीय वर्ष के लिए बनायी जाने वाली कार्ययोजना की बैठक में डीएम चमोली आशीष जोशी ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों के लिए बनायी जाने वाली योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित करते हुए दस मार्च तक कार्य योजना उपलब्ध करवा दें।
मंगलवार को आयोजित बैठक में डीएम ने कहा कि बीएडीपी में विभागों को निर्धारित धनराशि के अनुसार बजट उपलब्ध कराया जायेगा। इसलिए अति आवश्यकता वाली विकास योजनाओं को प्राथमिकता पर रखा जाय। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को बदरीनाथ, जोशीमठ व बांपा में प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटर में चिकित्सा उपकरणों की खरीद कर आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। डीएम ने जल संस्थान को बदरीनाथ नगरीय पेयजल योजना तथा विद्युत विभाग को विद्युत विहीन गांवों में विद्युत की व्यवस्था के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। पर्यटन विभाग को ट्रैक रूटों को ठीक करने, शिक्षा विभाग को स्कूलों में लाइब्रेरी, विद्यालय भवन, शौचायल निर्माण आदि कार्यो हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। सीमांत क्षेत्र में कोई भी स्कूल शौचायल विहीन न रहे, इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने माणा व गौचर स्थित आईटीबीपी यूनिट को भी बीएडीपी के तहत किये जाने वाले कार्यो का प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। बैठक में कृषि, उद्यान, पशुपालन, उद्योग, पर्यटन, खेल आदि विभागीय अधिकारियों के साथ सीमांत क्षेत्र में प्रस्तावित विभागीय योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गयी।
बैठक में पीडी डीआरडीए प्रकाश रावत, डीडीओ आनंद सिह, सीएमओ डॉ भागीरथी जंगपांगी, सीवीओ डॉ लोकेश कुमार, जीएम डीआईसी डॉ एमएस सजवाण, सीएओ आरएल चंद्रवाल, सीएचओ नरेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।