भाई यहां तो डीएम साहब ही ठगे गये

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जी हां ठगी के मामले तो आपने बहुत सुने होंगे लेकिन जो मामला हम आपके सामने ला रहे हैं, वह हाइप्रोफाइल है। इसके शिकार खुद रुद्रपुर जिले के सर्वोच्च अधिकारी यानी जिलाधिकारी हुए हैं। मामला डोमिनोज पिज्जा से जुड़ा है, निर्धारित कीमत से अधिक पर खाद्य सामग्री बेचने के मामले में पिज्जा निर्माता इस फर्म के खिलाफ जांच बैठा दी गई है। इस मामले में एसडीएम ने न सिर्फ वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर न केवल जानकारी जुटाई बल्कि फूड सेफ्टी अधिकारी से भी चर्चा की। उपभोक्ता फोरम में कार्रवाई के लिए शासकीय अधिवक्ता को भी अवगत कराया गया है।

कभी रुपये ठगने तो कभी सम्मोहित कर जेवरात उड़ाने के मामले जिले में हर रोज सामने आते रहते हैं। कुछ मामले पुलिस में दर्ज होते हैं तो कुछ से पुलिस दामन छुड़ा लेती है लेकिन यह मामला कुछ हटकर है। हाइप्रोफाइल इसलिए क्योंकि डीएम से ही धोखाधड़ी कर दी गई। दरअसल पिछले दिनों जिलाधिकारी ने अपने चालक को पिज्जा लेने के लिए भेजा और उसे पांच सौ रुपये दिए थे, ड्राइवर लौटा तो पूछने पर बताया कि पिज्जा तो अधिक का आया है। डीएम ने बिल देखा तो निर्धारित दर से अधिक दाम लिखे गए थे। हालांकि अंतर 100-125 रुपये का ही था लेकिन यह ठगी तो आम लोगों से भी हो रही होगी। इस बिना पर डीएम ने चालक को बिल लेकर दोबारा भेजा तो भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस पर डीएम ने पूरा मामला एसडीएम रोहित मीना को सौंप दिया।

शुक्रवार को इस मामले में मीना ने वाणिज्य कर के उप आयुक्त भुवन चंद्र भट्ट व हेमा बिष्ट को कार्यालय बुलाया। उनसे इस मामले में विचार विमर्श किया। इसके बाद फूड सेफटी विभाग के अधिकारियों से भी बात की गई। शाम को कार्रवाई के लिए कागजात और वह बिल एडीएम को सौंप दिए गए। अब यह मामला उपभोक्ता फोरम में भी दर्ज किया जाएगा। इसके लिए शासकीय अधिवक्ता को भी अवगत करा दिया गया है।