रक्षामंत्री ने भारत-चीन सीमा पर जवानों को अपने हाथों से परोसा नाश्ता

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(पिथौरागढ़) रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत-चीन सीमा पर स्थित नवीढांग पहुंचकर जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जवानों को अपने हाथों से नाश्ता परोसा और फिर उनकी समस्याओं के बारे में पूछा।

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण बरेली से हेलीकॉप्टर के जरिए सीधे भारत चीन सीमा स्थित नवीढांग गई। जहां पर उन्होंने सीमा पर तैनात जवानों से मुलाकात। धारचूला में पहली बार पहुंची रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवानों के बीच जाकर उनकी बात सुनी। उन्होंने जवानों से उनकी समस्याएं पूछते हुए कोई नकारात्मक पहलू होने पर उसे बेहिचक बताने को कहा। सीमा छोर में सरहद की रक्षा में जुटे जवान अपने बीच रक्षा मंत्री को पाकर गदगद हुए।

कार्यक्रम के अंत मे रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण चाय कार्यक्रम में पहुंची। जहां पर जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने हौसला बढ़ाया। इस दौरान वह सीधे कुमाऊं स्काउट, आर्टिलरी और पंजाब रेजीमेंट, पायनियर, वन आर्चर, 30 मोबाइल कंपनी के जवानों के बीच गई। जहां उन्होंने अपने हाथ से जवानों को नाश्ते की प्लेट परोसी। सबसे पहले उन्होंने कुमाऊं स्काउट के जवानों से समस्याए पूछीं।

सूबेदार मेजर देवकीनंदन ने कहा कि उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं है। दिनेश सिंह नयाल ने बताया कि जवानों का हौसला बढ़ा है। सीओ आरएस बिष्ट ने बताया कि स्काउट तीस साल से सरहद पर कार्य कर रही है। रक्षा मंत्री ने सीमा पर कार्य करने के दौरान संस्मरण सुनाने को कहा तो भूपाल सिंह ने वर्ष 1998 की मालपा आपदा और 2013 की आपदा के दौरान कुमाऊं स्काउट द्वारा किए कार्यों के बारे में बताया।

रक्षा मंत्री ने जवानों को बधाई दी। इसके बाद उन्होंने आर्टिलरी और पंजाब रेजिमेंट सहित अन्य जवानों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जवानों से कहा कि अधिकारियों से डरे बिना जवान यदि कोई नकारात्मक पहलू है तो उसे बताए। डरने की आवश्यकता नही है। जवानों द्वारा किसी भी तरह की कोई समस्या नही होना बताया। इस दौरान जवानों ने अपनी बटालियन के नारे और भारत माता की जय नारे लगाए। जवानों के नारों के जोश पर रक्षा मंत्री  ने खुशी जताई।

सेना के चिकित्सा शविर का किया शुभारंभ 

वहीं, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सेना द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर का दीप जलाकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज से देश मे सेवा सप्ताह शुरू हो रहा है। सेवा सप्ताह के लिए उन्हें धारचूला आने का सुअवसर मिला है। देश मे आयुष्मान भारत सेवा योजना शुरू हो रही है। देश के पांच करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा। देश के सभी राज्यो के साथ एमओयू हो चुका है। यह योजना विश्व की सबसे बड़ी हेल्थ केयर योजना है। प्रत्येक राज्य में पायलट प्रोजेक्ट के रूप योजना चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह योजना पीएम मोदी की सर्वोच्च प्राथमिक योजना है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि पहाड़ को अच्छे स्कूल अच्छी सड़कों और अच्छी चिकित्सा सेवा की आवश्यकता है। केंद्र और राज्य सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने उत्तराखंड की महिलाओं को देश भर में सबसे जीवट वाली महिलाए बताया और कहा कि साक्षर और पढ़ी लिखी होने के बाद वे पूरा घर चलाती है। उन्होंने पहाड़ की नारियों को सलाम करते हुए कहा कि उत्तराखंड वीरो की भूमि है। यहां हर घर से एक सदस्य सेना में जाकर देश की सेवा कर रहा है। यहां के लोगों को आधिक सुविधाए मिले यह प्रयास हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन सब बातों को लेकर ही उन्होंने सेवा सप्ताह का पहला दिन सीमा छोर धारचूला को चुना। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अति सुंदर है और सबसे बड़ी बात यह है कि यह भगवान शिव के धाम के पास है।