कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का हमला, सरकार के लोग खनन व भ्रष्टाचार में मशगूल ,बीजेपी का पलटवार

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प्रीतम सिंह
देहरादून, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश की बदहाली को लेकर त्रिवेन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि डेंगू सहित अन्य बीमारियां घर-घर पैर पसार चुकी हैं। लेकिन सरकार के लोग खनन और भ्रष्टाचार में मशगूल है।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा में पीड़ित परिजनों की कोई सुध लेने वाला नहींं है। आज राज्य की जनता सरकार से उम्मीदें खो चुकी है।उन्होंने कहा कि, “पौने तीन वर्ष के कार्यकाल की बात की जाए तो वह बेहद निराशाजनक रहा। सरकार भ्रष्टाचार पर लगातार पारदर्शिता की बात करती है और उसी के नाक के नीचे खुलेआम खनन का खेल चल रहा है। ऐसे में सरकार के ​कथनी और करनी की सच्चाई से कोसों दूर है।”
प्रीतम सिंह ने जुड्डों हथियार जल विदयुत परियोजना का कार्य कर रही गेमन इंडिया पर अवैध खनन में शमिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तहसीलदार कालसी इस कार्य में शामिल हैं। स्थानीय लोग इस संबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। खनन माफिया कंपनी के साथ तहसीलदार की मिलीभगत से अवैध खनन जारी है। इस कार्य में कंपनी की जेसीबी और पोर्कलैंड अवैध खनन में लगी हुई है। जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से इस कार्य की जानकारी दी लेकिन प्रशासन आज तक कार्रवाई करने की हिम्मत नही जुटा पाया।
सरकार के पास नहीं हैं डेंगू मरीजों के आंकड़े
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार की बदहाल स्वास्थ्य सेवा के बारे में कहा कि डेंगू के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम और उपचार में स्वास्थ्य महकमा असमर्थ है। डेंगू ने पूरे प्रदेश को अपनी जद में ​ले लिया है। राज्य में सरकारी और निजी चिकित्सालय में कितने मरीज भर्ती हैं, इसका आंकड़ा आज तक सरकार के पास उपलब्ध नहीं है। अस्पताल में मरीजों को देखने के लिए सरकार के पास चिकित्सक ही नहीं हैं। मरीज खून और प्लेटलेट्स के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। सरकार न जाने कौन सी विकास व जनता की सुविधा देने की बात कर रही है। जबकि स्वास्थ्य विभाग स्वयं मुख्यमंत्री संभाल रहेे हैंं।
प्राकृतिक आपदा से पीड़ित आरकोट में नहीं जाते अधिकारी
प्रीतम सिंह ने हाल ही में अपने उत्तरकाशी दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के हालात बेहद खराब हैं। पिछले दिनों आराकोट प्राकृतिक आपदा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पीड़ित परिजन और मृतक परिवार की सुध लेने वाला कोई नहींं है। प्रकृति की मार से परेशान लोगों का जीवन संकट में है।
सत्ता के मद में चूर है सरकार
प्रीतम सिंंह ने प्रदेश के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी चुनाव पर सरकार की हठधर्मिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्ता के मद में सरकार चूर है। छात्रों को अधिकारियों पर अपना वर्चस्व दिखाकर संग्राम करना ठीक नहीं है। बेवजह छात्रों पर लाठियां भांजना सरकार की नीयत पर सवाल उठता है।
वहीं भाजपा प्रदेश मीडिया प्रमुख डाॅ. देवेंद्र भसीन ने  शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में उत्तराखण्ड विकास के मार्ग पर तेज़ी से चल रहा है। जहां तक डेंगू का सवाल है तो सरकार इसे लेकर सतर्क है। कांग्रेस में नेतृत्व का संकट है। वे अपनी अंदरूनी लड़ाई में सरकार पर बेवजह आरोप मढ़ रही है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े घोटालों को लेकर उनके ख़िलाफ़ कहीं सीबीआई और कहीं ईडी की कार्यवाहियां कर रही है, यही उनकी बेचैनी का असली कारण है। कांग्रेस नेता को अपने कारनामे से जेल जाना पड़ा है।  कई नेता तो जमानत पर हैं। इन सबके के बीच कांग्रेस नेता जनता का ध्यान हटाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस द्वारा राज्य सरकार को आरोपित करना इसी कोशिश का प्रयास है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए गए हैं। साथ ही रक्त की जांच के साथ इलाज के विशेष प्रबंध किए गए हैं। स्थान-स्थान पर फॉगिंग कराई जा रही है। प्रदेश में डेंगू के कारण कुछ लोगों की मृत्यु हुई है जो दुखद है। सरकारी अस्पतालों में किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है। डेंगू के प्रकोप बढ़ने का मुख्य कारण मौसम का विचित्र रुख है जिससे डेंगू के मच्छर अधिक पनप रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यदि यह सोचते हैं कि वे जनता को भ्रमित कर सकेंगे तो यह उनकी भूल है।