टिहरी में अनुपस्थित रहने वाले डाक्टरों की जाएगी नौकरी

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जनपद में लंबे समय से अनुपस्थित चले आ रहे डाक्टरों की वजह से जिले की स्वास्थ्य सेवायें प्रभावित हो रही हैं। सीएमओ डॉ संजय जैन ने 15 दिनों के भीतर 10 डाक्टरों को डीजी कार्यालय में साक्ष्यों के साथ उपस्थित होकर जवाब देने को नोटिस जारी किया है। उपस्थित न होने पर राजकीय सेवा से समाप्ति की कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही है।

जनपद के विभिन्न अस्पतालों में दस डाक्टर लंबे समय से अनुपस्थित चले आ रहे हैं। इन डाक्टरों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी से डॉ. जीशान उमर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलेथ से डॉ. रिद्धिमा वाधवा, सीएचसी चौंड से राहुल बधानी, सीएचसी मदननेगी से डॉ. अपूर्वा, उप जिला चिकित्सालय नरेंद्र नगर से डॉ. सोहित नाकरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाईप ए से डॉ डिम्पी नागपाल, सीएचसी प्रताप नगर से डॉ. दीपलता, सीएचसी चौंड से डॉ. प्रतीक मल्होत्रा, प्राथमिक स्वास्थय केंद्र टाईप केंद्र ए पिलखी से डॉ. सुहैल अशरफ और सीएचसी बेलेश्वर से डॉ. वर्षा बड़कोटी हैं।

डाक्टरों की अनुपस्थिति का आलम यह है कि कुछ डाक्टर तो जनवरी 2018 से ही अपने चिकित्सा केन्द्र पर नहीं आए। स्वास्थ्य विभाग की शिथिलता के कारण अनुपस्थित डाक्टरों की सेवा समाप्ति के लिए त्वरित कार्रवाई न किये जाने से इन डाक्टरों के स्थान पर नये डाक्टरों की भर्ती भी नहीं की जा सकी है। इसका खामियाजा क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ न मिलने के चलते लंबे समय से भुगतना पड़ा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय जैन का कहना है कि नोटिस के बाद भी उपस्थिति न होने पर राजकीय सेवा से समाप्ति की अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।