एसआरएचयू की ओर से चलाया गया एड्स जागरूकता अभियान

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डोईवाला, विश्व एड्स दिवस पर स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटिका व रैली के जरिए एड्स की रोकथाम को जागरुक किया। अभियान में कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के मेडिकल व नर्सिंग छात्र-छात्राएं शामिल हुए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वावधान में एसआरचयू के हिमलायन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के कम्यूनिटी विभाग के मेडिकल छात्र-छात्राओं ने राजीव नगर व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला में नुक्कड़ नाटिका के जरिये एड्स से बचाव की जानकारी दी। डोईवाला बाजार से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक जागरुक्ता रैली भी निकाली। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने लोगों को लाल रिबन भी बांधे। वहीं, हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग के एमएससी व बीएससी नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने बुल्लावाला क्षेत्र में एड्स के खतरों के प्रति जागरुकता रैली निकाली। इस अवसर पर हिमालयन हॉस्पिटल के कुड़कावाला सेंटर में गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें डॉ.चंद्रा पंत ने बताया कि इस साल की थीम का लक्ष्य दुनिया भर में लोगों को HIV टेस्ट कराने के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने मौजूद लोगों को एड्स के कारण, लक्षण व बचाव की जानकारी दी।

अभियान को सफल बनाने में डॉ.ए.के.श्रीवास्तव, डॉ.नेहा शर्मा, डॉ.पुनीत कालरा नर्सिंग फैकल्टी से अतुल चौधरी, चंदन कुमार, जॉन डेविडसन, नवीन सिंह, शिवानी वर्मा, शोभा, मुग्धा एवं एकता बहुगुणा सहयोग दिया।

एड्स क्या है एड्स का पूरा नाम ‘एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम। यह बीमारी एच.आई.वी. वायरस से होती है। यह वायरस मनुष्य की प्रतिरोधी क्षमता को कमज़ोर कर देता है। एड्स फैलने के कारण- असुरक्षित यौन संबंध, एचआईवी संक्रमित रक्त के चढ़ाए जाने पर, संक्रमित सुई के इस्तेमाल से, एचआईवी पॉजिटिव महिला की गर्भावस्था या प्रसव के दौरान या फिर स्तनपान कराने से भी नवजात शिशु को यह मर्ज हो सकता है, एचआईवी संक्रमित रोगी पर इस्तेमाल की गई ब्लेड, उस्तरा और टूथ ब्रश का इस्तेमाल करने से भी खतरा रहता है ।

एड्स के लक्षण- एड्स होने पर मरीज का वजन अचानक कम होना, लंबे समय तक बुखार, काफी समय तक डायरिया बना रह सकता है, शरीर में गिल्टियों का बढ़ जाना व जीभ पर भी काफी जख्म आदि हो सकते हैं।