यमकेश्वर ब्लॉक के वर्णित नेगी को यूपीएससी में मिला 13वां स्थान

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संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया जा चुका है, इस बार उत्तराखंड के वर्णित नेगी ने देशभर में 13वीं रैंक हांसिल की है और प्रदेशवाशियों को गौरवान्वित होने का मौका दिया है। वर्णित मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित किमसार गांव के रहने वाले हैं और यह सफलता उन्हें उनके तीसरे प्रयास में मिली है। वर्णित के पिता देवेंद्र सिंह नेगी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में हाईस्कूल के प्रधानाचार्य हैं। मां डॉ. सीमा नेगी बिलासपुर महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। बड़े भाई डॉ. अंकित नेगी बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हैं।वर्णित नेगी ने छत्तीसगढ़ के जसपुर से शुरुआती शिक्षा लेने के बाद बिलासपुर डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की और उसके बाद कोटा से 11वीं और 12वीं पास की। इंजीनियरिंग करने के लिए एनआईटी सूरतकल में दाखिला लिया था। इसके बाद वर्ष 2014 में उन्होंने बीटेक पूरा किया था। उसके बाद पावरग्रिड कारपोरेशन में उन्हें नौकरी मिल गयी थी। करीब डेढ़ साल नौकरी करने के बाद वर्णित ने इस्तीफा दे दिया। इंजीनियरिंग के दौरान राजस्थान के धौलपुर में एक आईएएस अधिकारी के साथ काम करने के बाद उन्होंने मन में आईएएस बनने की ठान ली थी। इसके बाद उन्हों मार्च 2016 से सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी थी अपने पहले प्रयास में वर्णित को यह सफलता नहीं मिली। दूसरे प्रयास में उन्होंने 504वीं रैंक हासिल की थी और उनका चयन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में बतौर असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर हुआ। लेकिन, आईएएस बनने की जिद ने उनका हौसला बनाए रखा।

तीसरी बार सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और देश में 13वीं रैंक हासिल की है। वर्णित का इस पूरी सफलता पर कहना है कि मन से डर निकाल दो और शुरू हो जाओ। कामयाबी निश्चित तौर पर आपके कदम चूमेगी। उन्हें भी लगता था कि जो युवा इतनी अच्छी रैंक कैसे लाते हैं? वह लाखों में से 100 ही होते होंगे। लेकिन जब उनके बीच के एक सीनियर ने गत वर्ष 98वीं रैंक हासिल की तो वर्णित का हौसला बढ़ गया और उनके अन्दर का डर भी खत्म हो गया था। सिविल सेवा परीक्षा के लिए आपके भीतर यही विश्वास होना चाहिए। दूसरी बात यह है कि हमेशा इस परीक्षा की तैयारी में पूरी परीक्षा पास करने का लक्ष्य होना चाहिए।