महिला अपराध के बढ़ते ग्राफ ने बढ़ाई चिंता, दावों की खुली पोल

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अंर्तराष्ट्रीय सीमा और पड़ोसी राज्य की सीमाओं से लगता जिला उधम सिंह नगर में महिलाएं कितनी मफूज है इस बात का अंदाजा एक साल के आकड़ो से लगाया जा सकता है हालांकि पुलिस कई अपराधों को कम करने में कामयाब भी रही है लेकिन जिले में महिलाओ के साथ किये गए अपराधों के आंकड़े कम होने का नाम नही ले रहे है देखिये हमारी खास रिपोर्ट ।

साल का अंतिम माह चल रहा है ऐसे में जिले में महिलाओ की सुरक्षा के प्रति सरकार ओर प्रशासन कितना गम्भीर है इसकी बानगी इन आकड़ो में दिखाई दे रही है 1 जनवरी 2018 से 15 दिसम्बर 2018 तक के आकड़ो को देखा जाए तो जिले की 17 कोतवाली/थानों में महिलाओ से सम्बंधित 710 मामले दर्ज हुए है जिसमे सबसे अधिक मामले रेप के दर्ज हुए है, 1 जनवरी से 15 दिसम्बर तक उधम सिंह नगर जिले में सबसे अधिक रेप के मामले सामने आए है, जिले भर के थानों में 102 रेप के मामले दर्ज हुए है दूसरे नम्बर पर आईपीसी 498 ए तहत 98 मामले दर्ज किये गए है यही नही जिले के विभिन्न थानों में 96 मामले अपहरण के भी दर्ज किए गए है इसके अलावा हत्या 10, दहेज 11, दहेज आत्महत्या 1, चैन स्केचिंग 3, छेड़खानी 8, सेक्सरेकेट 6 मामलो के साथ साथ कई हस्तक्षेपिय अपराधों के 275 मामले दर्ज हुए है।
ऊधमसिंहनगर जिले का वर्ष 2018 मासूमो के लिए बड़ा ही दुख दाई रहा जिले में हवस के पुजारियो द्वारा मासूमो को भी नही बख्सा जिले के तमाम थाना ओर कोतवालियो में सबसे अधिक मामले नाबालिक या फिर मासूम बच्चियों को लेकर दर्ज किये गए है जिले के विभिन्न थाना ओर कोतवालियो में 105 मामले दर्ज किए गए है जिसमे मासूमो के साथ हुये अत्याचार के है।
तीन सालों के आकड़ो पर नज़र दौड़ाई जाए तो कुछ मामलों में पुलिस ने कुछ हद तक सफलताएं प्राप्त की है जबकि रेप,अपहरण और 498 ए के मामलों में जिले की पुलिस फिसड्डी साबित हुई है, वर्ष 2016, 2017 ओर 2018 में महिलाओ से सम्बंधित अपराधों में लगाम लगाने में पुलिस महकमा नाकाम साबित हुआ है क्या कहते है आंकड़े आप भी देखिए।

2018 2017 2016

हत्या – 10 11 20
रैप – 102 80 81
शीलभंग – 105 100 88
अपहरण – 96 83 104
छेड़खानी – 8 8 7
चेन स्केचिंग – 3 3 2
498 a – 98 84 90
देह व्यपार – 6 8 6
दहेज – 11 11 12
दहेज आत्म हत्या – 1 3 5
हस्त क्षेपीय अपराध – 275 241 139
इस वर्ष यानी कि 1 जनवरी 2018 से 15 दिसम्बर 2018 तक महिला अपराध बलात्कार, अपहरण और दहेज में जिले के टॉप थ्री कोतवाली/थानों में सबसे ऊपर की पायदान में बलात्कार ओर अपहरण के मामले में जिला मुख्यालय रुद्रपुर की कोतवाली नम्बर वन बनी है रुद्रपुर कोतवाली में अपहरण के 11, बलात्कार के 12 मामले दर्ज है जबकि दूसरे नम्बर में जिलामुख्यालय रुद्रपुत का ट्रांज़िट केम्प थाना जहा पर रेप के 15 मामले जबकि दहेज के 3 मामले पंजीकृत है वही तीसरे नम्बर में काशिपुर व सितारगंज रहा है काशिपुर में अपहरण के 14 मामले जबकि सितारगंज में बलात्कार के 11 मामले दर्ज है जिले के 17 कोतवाली/थानों में रेप, अपहरण, दहेज के दर्ज मामले।
रैप अपहरण दहेज

जसपुर – 08 10 00
कुंडा – 02 01 00
काशिपुर – 03 14 02
आईटीआई – 05 09 03
बाजपुर – 06 05 00
केलाखेड़ा – 03 02 00
गदरपुर – 06 03 01
दिनेशपुर – 06 07 02
पन्तनगर – 03 01 00
ट्रांजिट कैम्प – 15 07 03
रुद्रपुर – 12 17 00
किच्छा – 04 04 00
पुलभट्टा – 02 03 00
सितारगंज – 11 03 01
नानकमत्ता – 02 02 00
खटीमा – 12 05 01
झनकइया – 02 03 01
वही एएसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि महिलाओ से सम्बंधित अपराधों में पीड़िता को न्याय दिलाया जा रहा है इसके साथ ही पुलिस महकमा महिला की तत्काल सहायता कर मुकदमा दर्ज कर रही है महिला से सम्बंधित अपराधों को रोकने के लिए सभी कोतवाली, थाना ओर चौकियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए गए है इसके अलावा महिलाओ के साथ छेड़छाड़ के मामले में सीपीयू को निर्देशित किया जा चूका है साथ ही स्कूल के बाहर छुट्टी होते वक्त गस्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए है यही नही 112 भी बेहतर कार्य कर रही है साथ ही विभाग द्वारा स्कूल कॉलेज में छात्र ओर छात्राओं को जागरूक भी किया जा रहा है।
ऊधम सिंह नगर जिले में महिलाओं संबंधित अपराध का अभी ये वो ग्राफ है जो कि पुलिस विभाग में दर्ज है जबकी धरातल पर इसका रिकॉर्ड अभी कही और ज्यादा होगा।