महिला मतदाता हो सकती हैं, जीत का फैक्टर

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गोपेश्वर। चमोली जिले के थराली विधानसभा उप चुनाव का निर्णय अब ईवीएम में बंद हो गया है। मतदाताओं के निर्णय की मशीनें लेकर मतदान कर्मी कुलसारी मतगणना केंद्र में आकर स्टांग रूम में जमा कर चुके हैं। अब कौन जीत रहा है, कौन पीछे रह सकता है और जीत हार के क्या कारण हो सकते हैं। इसका आब्जर्वेशन और अनुमान अपने अपने तरीके से लगने शुरू हो गए हैं, पर इस बहुचर्चित चुनाव के परिणाम में महिला मतदाताओ का पुरुष मतदाताओं की अपेक्षा अधिक संख्या में मतदान करने आना जीत का डिसाइड फैक्टर बनेगा यह तय है।
थराली विधानसभा उप चुनाव में 29 हजार 298 महिला मतदाताओं ने मतदान किया। जबकि 23 हजार 799 पुरुष मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया। इस चुनाव में पुरुष मतदाताओं की संख्या 50 हजार 991 थी, और महिला मतदाताओं की संख्या 44 हजार 830 थी। मतदान के प्रति महिला मतदाताओं की पुरुषों की अपेक्षा अधिक रुचि दिखाना जहां महिलाओं की मतदान जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के प्रति निष्ठा बताती है। वहीं, इस चुनाव में महिलाओ के अधिक संख्या में मतदान करने आना भाजपा अपने लिये शुभ मानती है। इस चुनाव में भाजपा की ओर से रणनीतिकार उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह व चुनाव प्रभारी तथा बदरीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट का मानना है कि मात्रृ शक्ति का आशीर्वाद हमेशा की तरह भाजपा को ही अधिक मिलेगा। महिला मतदाताओं की मतदान के प्रर्ति अधिक अभिरुचि से भाजपा उत्साहित नजर आती है। भाजपा के पक्ष में भाजपा की दृष्टि से सकारात्मक पक्ष यह भी है कि बुजुर्ग मतदाताओं ने उनकी सुनी और युवाओं ने चुनाव में अभिरुचि दिखाई। चुनाव लड़ रहे पांचों प्रत्याशियों में भाजपा की प्रत्याशी मुन्नी देवी शाह अकेली महिला उम्मीदवार थीं। इस सीट पर चुनाव उनके पति और इस सीट पर विधायक रहे मगनलाल शाह के आकस्मिक निधन के कारण हुआ। भाजपा ने मगन लाल शाह की पत्नी मुन्नी देवी शाह को अपना उम्मीदवार बनाया। चुनाव प्रचार में संवेदनाओं ने भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में सहानुभूति का काम किया। ऐसा तटस्थ लोग बताते हैं। इधर कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. जीत राम की बेदाग छवि और सौम्यता तथा शैक्षणिक व्यक्तित्व ने भी बडा प्रभाव बनाया। युवा पीढी खुलकर उनके पक्ष में दिखीं। एक प्रकार से युवाओं ऐसा उत्साह कांग्रेस कहें या डॉ. जीत राम के पक्ष में पहली बार दिखा। जीत हार का निर्णय तो 31 मई को ही आधिकारिक रूप से होगा। जब ईवीएम से मतदाताओं की उंगलियों से सुनाये गये निर्णय का पिटारा खुलेग। अपराह्न से पहले-पहले आने वाले चक्रों के रुझान से साफ हो जाएगा कि किसकी थाली में जाएगा थराली की जनता का निर्णय। पर भाजपा अधिक आश्वानित दिख रही है।