Women’s Day Special: जूनुन और ज़ज्बे से आगे बढ़ती गई शिवानी गुसाई

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इंटरनेशनल वूमेन डे को मनाने के लिए न्यूजपोस्ट ने कोशिश की आप तक उन लोगों को पहुचानें की जो अपने काम में परफेक्ट है और आए दिन कुछ बेहतर कर रहे हैं।

साल 2001 में केवल 13 साल की एक लड़की ने आसमान में एक उड़ान भरी जिसने नेशनल रिकॉर्ड बनाया और लिंम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपने लिए जगह बनाई। शिवानी गुसाई के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि तब मिली जब उन्होंने 8 जनवरी 2001 को महज 13 साल की छोटी सी उम्र में विश्व की सबसे कम आयु की पैराग्लाइडर का टाईटल मिला। पौडी से 10 किमी दूर कंडारा हिल में उडान भरकर शिवानी नें इतिहास रचा। जो लिम्का बुक में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। जिसके बाद से शिवानी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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शिवानी ने मन ही मन ठान लिया था की अब वो एडवेंचर को ही अपने जीवन का उद्देश्य बनायेगी। इसलिए वह महज पैराग्लाइडिंग तक ही सिमित नहीं रही बल्कि बेहद कम उम्र में शिवानी ने पर्वतरोहण, राफ्टिंग, स्कींग, में महारथ हासिल की। अपने जूनुन और जिद्द से वह आज पहाड़ के चप्पे-चप्पे से परिचित हैं और अपने हौसले से वह आज उत्तराखंड के हर युवा के लिए एक मिसाल हैं।शिवानी पौड़ी के कल्जीखाल की रहने वाली हैं,और उन्होंने साल 2017 में एमबीए की पढ़ाई पूरी की है।लेकिन यह केवल उनकी एकेडमिक क्वालिफिकेशन हैं,पढ़ाई में अच्छा होने के साथ-साथ शिवानी एडवेंचर स्पोर्ट्स में भी उम्दा हैं।

बीते दिनों उत्तरकाशी में हुए वॉटर स्पोर्ट में भी शिवानी ने अहम भूमिका निभाई और जिला मजिस्ट्रेट, उत्तरकाशी और उत्तरांचल कयाकिंग कैननिंग और राफ्टिंग एसोसिएशन (यूकेसीआरए) के तहत 20 जनवरी से 21 जनवरी 2018 तक आयोजित “अखिल भारतीय कैनोइंग स्प्रिंट कैंपियनशिप 2018” को आयोजित करने से लकेर हर महत्तवपूर्ण काम किए। और व्हाइट वॉटर स्पोर्ट्स “रेगाटा” के 40 उम्मीदवारों को 07 दिन गए प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी शिवानी की मौजूदगी थी और साथ ही उन्होंने सभी स्पोर्ट में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के आयोजन में शिवानी की महत्तवपूर्ण भूमिका थी। इसके अलावा 14 जनवरी से 21 जनवरी 2018 तक उत्तरकाशी में ग्यांन्सू झील में पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार के बेहतर अवसर तलाशने के लिए भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें शिवानी ने अपना योगदान दिया।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिलें में हुए सफल पैराग्लाईडिंग लैंडिंग में पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (पीएयू) और डीएम उत्तरकाशी के दिशानिर्देश में उत्तरकाशी पर्यटन में पैराग्लाइडिंग और एयरो स्पोर्ट्स के टीम सदस्य होने के कारण 14 फरवरी से 21 फरवरी 2018 तक वह उत्तरकाशी में रही। उत्तराखंड में पहली बार ऐतिहासिक क्षण बनाने के लिए एक फ्लोटिंग प्लेटफार्म पर पैराग्लाइडर की लैंडिंग में भी शिवानी मौजूद रहीं। ऐसे बहुत से ऐतिहासिक क्षण में अपनी मौजूदगी दिखाने वाली शिवानी उत्तराखंड राज्य के लिए एक ऐसा मिल का पत्थर हैं जो आए-दिन अपने हौसले से सुर्खियों में बनी रहती हैं।

शिवानी ने माउंटेन एडवंचर क्लब यानी की मैक की स्थापना की। जिसके तहत अब तक 3 हजार से भी अधिक युवा अभी तक मैक से जुड़ चुकें हैं। मैक के जरिये शिवानी युवाओं को एडवंचर, पर्यटन, लोक संस्कृति, को बढ़ावा देने का कार्य कर रहीं हैं।

2004 में शिवानी को विज्ञान भवन दिल्ली में बाल उत्कृष्ट अवार्ड (एडवंचर पैराग्लाइडिंग) मिला। जबकि 2004 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उत्तराखंड नारायणदत तिवारी ने पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए 15 अगस्त 2004 को सम्मानित किया। 2008 में उस वक्त राज्य के मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूरी और 2010 में  राज्यपाल मार्गेट अल्वा द्वारा भी राजभवन देहरादून में सम्मानित किया जा चुका है। 2014 में शिवानी को राज्यस्तरीय तीलू रैतोली पुरूस्कार से नवाजा जा चूका है। वहीं 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा उत्तराखंड की बेटियां सम्मान से नवाजा गया। इसके अलावा 2015 में यूथ आइकॉन सम्मान और 2016 में प्रथम उत्तराखंड उदय सम्मान में उल्लेखनीय कार्य हेतु पीपुल्स चॉइस अवार्ड सहित दर्जनों अन्य सम्मान भी मिल चुकें हैं।

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शिवानी से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि मेैं उत्तराखंड के गांव-गांव में एडवेंचर के माध्यम से पर्यटन और धर्मटन के लिए काम करना चाहती हूं और ऐसा करने की शुरुवात मैंने केदारनाथ आपदा 2013 के बाद से साल 2014 से शुरु कर दी है।शिवानी बताती हैं कि हर साल दल के साथ हम केदारनाथ कपाट बंद होने पर जाते है और गांधी सरोवर चौराबड़ी ताल तक कि यात्रा जरूर करते हैं। ये सिलसिला साल 2014 में शुरु हुआ और आज भी चल रहा है।शिवानी बताती है कि मै आजकल उत्तरकाशी देवभूमि में एडवेंचर के माध्यम से गंगोत्री वैली जो बेहद खूबसूरत है उस से सभी को रूबरू करवाना चाहती हूं और इसके साथ ही सबसे एहम गंगा के अस्तित्व को बचाने के लिए गंगा बचाओ अभियान शुरु करने वाली हूं।शिवानी ने कहा कि अप्रैल 2018 में मै अपने दल के साथ जाकर इसकी शुरुआत करुंगी और बहुत सी चीजें और मसलों पर काम करना है जो धीरे-धीरे पता चलती रहेंगी।

एडवेंचर स्पोर्ट मे बेहतरीन होने के साथ ही शिवानी अपने राज्य से बहुत जुड़ाव रखती हैं और इसके लिए कहती हैं कि  मेरा सपना है कि उत्तराखंड के हर घर में रोजगार से सरोकार हो और लोग स्वरोजगार अपनाये लोग खुद अपने लिए स्वरोजगार के आयाम चुने। उत्तरखंड हर कण कण में स्वरोजगार है जैसे पहाड़ो में ट्रैकिंग,हाईकिंग,कैंपिंग नदी में वाटर स्पोर्ट्स हवा में परग्लाइडिंग, जंगलो में कैंपिंग आदि के माध्यम से लोग रोज़गार पाने में सफल हो सकते है।शिवानी कहती हैं कि ना केवल पर्यटन उत्तराखंड में धर्मटन भी अपार है और दोनों ही दृष्टि से अपना उत्तरखंड धनी है और इस धन को कैसे उपयोग में लाना है वो काम हमें करना हैं।

तो ऐसे ही सोच और जज्बे के साथ शिवानी गुसाई हर कदम बढ़ा रही हैं और अपने साथ-साथ हजारों युवाओं को स्वावलंबी बना रही हैं और शिवानी के इस जज्बे को हम सलाम करते हैं।