गंगा में छोड़ा गया जल, तीर्थनगरी की रौनक लौटी

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गंगा
लगभग एक माह बाद उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने दीपावली की मध्य रात्रि रात 12 बजे भीमगोड़ा बैराज से हरकी पैड़ी पर गंगा में जल छोड़ दिया।  हरकी पैड़ी पर पर्याप्त पानी पहुंचने से घाटों की रौनक बढ़ने के साथ घाट गुलजार हो गए। इससे पहले गंगा बंदी के दौरान घाटों की सफाई कार्य पूरा किया गया।
उल्लेखनीय है कि  उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग प्रतिवर्ष गंगनहर की सफाई के लिए दशहरे से दीपावली कि मध्य रात्रि तक गंगनहर का पानी बंद कर देता है। इस बार उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने कुम्भ मेले के निर्माण कार्यों के मद्देनजर दशहरे से पूर्व ही नहर बंदी का आदेश जारी कर दिया था। प्रति वर्ष दीपावली की मध्य रात्रि गंगा में जल की धारा छोड़ी जाती है। इस धारा से उत्तर प्रदेश के कई शहरों के लोगों की प्यास बुझती है। खेतों की सिंचाई होती है। गंगा बंदी के दौरान मेला प्रशासन, जिला प्रशासन, संत समाज, सामाजिक और धार्मिक संगठनों की ओर से गंगा सफाई अभियान चलाया। गंगा में जल छोड़े जाने के बाद सुनसान पड़ी तीर्थनगरी की रौनक पुनः लौट आई है।