दावत के नाम पर रचा गया षडयंत्र

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अल्मोड़ा, के विकासखंड धौलादेवी में ग्राम विकास अधिकारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव दो मंजिले से खींच कर नीचे लाया गया। हत्यारों ने पीट-पीट कर हाथ तक तोड़ डाले। राजस्व पुलिस ने शक के आधार पर उद्यान विभाग के सचल दल प्रभारी को हिरासत में लिया है।

मूलरूप से बागेश्वर के लोहार खेत निवासी पनीराम पिछले दस साल से धौलादेवी में ग्राम विकास अधिकारी थे। पनीराम, भनोली की ओर जाने वाली सड़क किनारे स्थित एक मकान के दो मंजिले पर रहते थे। इसी मकान के बगल में उद्यान विभाग का सचल केंद्र भी है। इसमें सचल दल प्रभारी, ग्राम मेल्टाजोल निवासी, दीपक बिष्ट रहता है। पुलिस के मुताबिक बुधवार रात सचल केंद्र में मीट बनाया गया था। मीट बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी के मेट (मजदूर) खीम सिंह, पुत्र नैन सिंह, निवासी रैपड़ गुणादित्य को बुलाया गया था। मीट बनाने और खाने के बाद खीम सिंह ड्यूटी पर चला गया। इसके अलावा घटना स्थल पर मौजूद एक जेई भी था। रात में खाना खाने के बाद पनीराम अपने कमरे में चला गया।

पुलिस मान रही है कि कत्ल की योजना पहले से ही बनाई जा चुकी थी। जैसे ही पनीराम अपने कमरे में पहुंचा तो उसे घेर लिया गया। घर में ही पड़ी लकड़ी की कुर्सी के दो डंडों से पनीराम के सिर पर ताबड़तोड़ हमले किए गए। उसके दोनों हाथ तोड़ डाले गए। कमरे की दीवारें और फर्श खून से सना हुआ था। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे पनीराम के शव को दो मंजिले की सीढि़यों से खींचते हुए नीचे ग्राउंड फ्लोर में लाए और बरामदे में फेंक कर फरार हो गए। गुरुवार सुबह साढ़े छह बजे सचल दल प्रभारी दीपक बिष्ट ने लाश देखी और सूचना ग्राम प्रधान खीमानंद पालीवाल को दी।

राजस्व पुलिस के साथ एसडीएम ए.के सिंह मौके पर पहुंचे। दोपहर बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी घटना स्थल से सुबूत जुटाए। बाद में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ कत्ल और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज लिया। शक के आधार पर हिरासत में लिए दीपक बिष्ट से पूछताछ कर पुलिस मामले की तह तक जाने में जुटी है।