पर्यटन पुलिस ने बदरीधाम में बिछड़े 40 को परिजनों से मिलाया

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    पर्यटन

    पर्यटन पुलिस चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को सुविधा को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद हैं। बदरीनाथ धाम में अब तक परिवार से बिछुड़े 40 लोगों को परिजनों से मिलाया गया है।

    बदरीनाथ यात्रा में पर्यटन पुलिस की सतर्कता से अपने परिजनों से बिछुड़े हुए कुल 40 लोगों को मिलाया गया है। साथ ही यमुनोत्री और गंगोत्री धामों में भी परिजनों से बिछुड़े यात्रियों को मिलाने में पुलिस ने अहम भूमिका निभाई है। केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर अपने परिजनों से बिछुड़ी बालिका को पर्यटन पुलिस ने सोशल मीडिया की मदद से मिलाया।

    स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से चारधाम यात्रा मार्गों पर 125352 तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। पर्यटन विभाग तथा एसडीआरएफ द्वारा बिना पूर्व पंजीकरण के उत्तराखंड पहुंचे तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। हेली सेवा के माध्यम से अब तक 33,432 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे। जबकि 32,754 तीर्थयात्री केदारनाथ से वापस लौटे। अभी तक कुल 09 ऑपरेटरों द्वारा सिरसी, फाटा और गुप्तकाशी से 6043 उड़ाने भरी गई हैं।

    सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि धाम में परिवार से खोए लोगों को मिलाया जा रहा है। अब तक 40 लोगों को मिलाया गया है। यात्रा मार्ग पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, होमगार्ड, पीआरडी तथा पीएससी तैनात की गई है। किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए चारों मार्गों पर एसडीआरएफ की टोलियां भी तैनात हैं। पर्यटन विभाग की ओर से चारों धामों की धारण क्षमता के अनुरूप ही ऑनलाइन पंजीकरण किए जा रहे हैं। जिन यात्रियों ने अनभिज्ञतावश अपनी यात्रा की टिकट बुक करा ली हैं और वे बिना पंजीकरण के ही दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आ चुके हैं उनके लिए पर्यटन विभाग व एसडीआरएफ के माध्यम से तत्काल ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया संचालित की जा रही है। पुलिस चारों धाम में सघन चेकिंग कर संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर बनाए हुए हैं।

    846 ऑनलाइन पंजीकरण-

    आईएसबीटी ऋषिकेश में पर्यटन विभाग व एसडीआरएफ की ओर से 26 मई को शाम 5 बजे तक कुल लगभग 846 ऑनलाइन पंजीकरण किए गए।

    स्वास्थ्य विभाग द्वारा चारधाम यात्रा मार्गों पर 46198 तीर्थयात्रियों को ओपीडी, 2599 को इमेरजेंसी, 123 घायल हुए तीर्थयात्रियों को उपचार उपलब्ध कराया गया। जबकि 227 घायल मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया गया। 125352 तीर्थयात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की गई।

    उत्तराखंड जल संस्थान विभाग की ओर से सूचित किया गया कि यमुनोत्री एवं केदारनाथ पैदल मार्ग पर उत्तराखंड जल संस्थान द्वारा पेयजल की किल्लत से निपटने के लिए पिलर टाइप स्टैंड पोस्ट (पीटीएसपी) और टैंक टाइप स्टैंड पोस्ट (टीटीएसपी) और हैंडपम्प की व्यवस्था की गई है। घोड़ा-खच्चरों के पेयजल की व्यवस्था के लिए चरही (पानी टैंक) बनाई गई है। इसके साथ ही पैदल मार्ग पर बनी शौचायल में पानी की व्यवस्था सुचारु की गई है।