चमोली की इस गांव में दून के छात्रों ने बिखेरे रंग

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Wall painting in chamoli

टूरिज्म और आपदा के क्षेत्र में काम करने वाला सेवा इंटरनेशनल एनजीओ एक बार फिर अपने बेहतरीन काम को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। टूरिज्म के क्षेत्र में काम करते हुए रुद्रप्रयाग और चमोली के कुछ दूर-दराज के गांवों में आगे बढ़ाने के लिए यह एनजीओ काफी समय से काम से काम कर रहा है।

इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए इन दिनों चमोली के दूर-दराज के गांव वाण की दीवारें खिलखिलाने लगी है। देहरादून से आये युवाओं और सेवा इंटरनेशनल के सहयोग से ग्राफिक ऐरा, देहरादून के छात्र छात्राओं नें गांव के 10 मकानों की दिवारों पर चित्रकारी (वाल पेंटिंग) करके जीवंत कर दिया। जहां एक तरफ गांव के गांव पलायन से खाली हो रहे वहीं इस गांव की दिवारें मानों आने-जाने वालों से बाते कर रही हों।

 

सेवा इंटरनेशनल के सहयोग से की जा रही वाल पेंटिंग में वाण गांव की लोक-संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है। इन सभी पेंटिंगों की खास बात यह है कि यह सब राज्य की परंपरा और संस्कृति को लोगों तक बहुत ही रंगीन माध्यम से पहुंचा रहें हैं। किसी दिवार में नंदा देवी राजजात यात्रा को प्रदर्शित किया गया है, तो किसी दिवार पर बकरी का छोटा बच्चा गोद में लिए महिला का चित्र है तो एक दीवार में गांव के ग्रामीणों द्वारा पहनें जाने वाले परम्परागत परिधानों को प्रदर्शित किया गया है। इसी तरह अलग-अलग कॉंसेप्ट से गांव के दस मकानों की दीवारों पर वाल पेंटिंग की गयी है।

इसके बारे में और बात करते हुए सेवा इंटरनेशनल एनजीओ के विजय रावत ने हमें बताया कि, “हम पिछले कुछ समय टूरिज्म और डिजाज्टर के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। इसके लिए हम दो-चार गांवों में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं। चमोली जिले के गांव वाण और कर्छू में हमने दिवारों को पहाड़ी संस्कृति से जीवंत कर उसके माध्यम से लोगो को जागरुक करने का फैसला किया है।इसके लिए हमने ग्राफिक ऐरा विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट के कुछ छात्र और छात्राओं को बुलाया है जो गांव की दिवारों को नया जीवन दे रहे हैं। बीते 13 जून से 19 जून यानि की आज शाम तक ये बच्चे अपना काम पूरा कर लेगें।

आपको बता दें कि वाण गांव में वाल पेंटिंग देहरादून के ग्राफिक ऐरा विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट के छात्र छात्राएँ कर रहे है।पेंटिंग करने वाले छात्रों में आयुष,कपिल,स्वालिया,श्रेया, सपना, श्रुति, दिया शामिल है।

सेवा इंटरनेशनल एक गैर सरकारी संगठन है, जो वर्तमान में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग और चमोली जनपद के विभिन्न गांवों में लोगों को मोबाइल वेन से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहीं हैं। वहीं इको टूरिज्म, होम स्टे के जरिये लोगों को प्रोत्साहित कर रहीं हैं।। सेवा इंटरनेशनल के विजय रावत कहते हैं कि, “हमारा उद्देश्य ग्रामीणों के जीवन स्तर में परिवर्तन लाना है, उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। गांव में  युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों को पैदा करना है ताकि लोगों की आजीविका के साधन मिल सके। हम इन गांवों में समय समय पर विभिन्न गतिविधियों को संचालित करते हैं। वाण में वाल पेंटिंग का मुख्य उद्देश्य गांव की लोकसंस्कृति को लोगों तक पहुंचाना है। इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा साथ ही लोकसंस्कृति का संरक्षण भी होगा।”