उत्तराखंड में चमोली जिले के सीमा क्षेत्र सुमना-2 में ग्लेशियर टूटने से आयी आपदा में बीआरओ के मजदूर इसकी चपेट में आ गये थे। सोमवार को तीन और शव मिलने के बाद इस आपदा में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है। तीनों शवों को आर्मी के हेलीकाप्टर से जोशीमठ लाया गया है। वहां पोस्टमार्टम होगा।
जिला प्रशासन के अनुसार सोमवार को सुमना-2 में ग्लेशियर आपदा में बचाव व राहत कार्य के दौरान तीन और शव बरामद हुए है। अब मृतकों का आंकड़ा 15 पहुंच गया है। अभी भी रेस्क्यू जारी है।
सुमना-2 में शुक्रवार शाम ग्लेशियर की चपेट में बीआरओ की ओर से निर्माणाधीन सीमा सड़क के मजदूर आ गये थे।यहां पर 402 मजदूर थे। इनमें से 377 को सुरक्षित निकाल दिया गया था। अभी तीन लोग लापता बताये जा रहे हैं। उनकी खोजबीन जारी है।
उल्लेखनीय कि सीमावर्ती क्षेत्र सुमना-2 में शुक्रवार शाम ग्लेशियर के टूटने से इसकी चपेट में बीआरओ की ओर से निर्माणाधीन सीमा सड़क के मजदूर आ गये थे। आर्मी, बीआरओ, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवानों ने यहां पर मोर्चा संभालते हुए रेस्क्यू अभियान शुरू किया था।बताया गया कि यहां पर 402 मजदूर सड़क निर्माण के कार्य में जुटे हुए थे। इनमें से 377 को सुरक्षित निकाल दिया गया था। जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया व पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान जोशीमठ में रहकर पूरे रेस्क्यू आपरेशन पर नजर रखे हुए हैं।




















































