वृद्धावस्था में हड्डियों की मजबूती आवश्यक : डाॅ. विमल

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देहरादून, उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन चार अगस्त को नेशनल बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाने जा रहा है जो रोगियों के लिए लाभदायक होगा। इस अवसर पर एसोसिएशन की ओर से एक अगस्त से सात अगस्त तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
हिन्दी भवन में उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष डाॅ. विमल नौटियाल ने बताया कि सप्ताह भर विभिन्न कार्यक्रमों में लोगों को मुफ्त बोन मिनिरल टेस्ट, स्वास्थ्य शिक्षा पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही जागरुकता रैली भी निकाली जाएगी।
डॉ. विमल नौटियाल ने बताया कि वृद्धावस्था में और हर समय मजबूत हड्डियों के साथ ही स्वस्थ जीवन हम सबके लिए जरूरी है। इसी जानकारी को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए एसोसिएशन पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
डाॅ. नौटियाल का कहना है कि 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में से 75 प्रतिशत से अधिक वृद्धाें में हड्डियों की वजह से स्वास्थ्य खराब रहता है, जिनके लिए बढ़ती उम्र समस्या का कारण बनती है। बढ़ती उम्र के साथ-साथ हड्डियों में होने वाला सर्वाधिक रोग ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया का होता है।
डाॅ. नौटियाल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन का हवाला देते हुए बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस (कमजोर हड्डियां) एक साइलेंट किलर है। इससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैंं, फ्रेक्चर की संभावनाएं प्रबल हो जाती है। इसके कई कारण हो सकते हैं। कम शारीरिक क्रियाकलाप, धूम्रपान, अधिक शराब का सेवन और कैल्शियम की कमी।
हड्डी रोगों से बचने के लिए दैनिक खानपान में कम से कम 1000 मिलीग्राम कैल्शियम लेना जरूरी है। शरीर में विटामिन डी की जांच समय-समय पर करानी चाहिए। उन्होंने सलाह दी कि प्रत्येक व्यक्ति को दैनिक दिनचर्या में व्यायाम करना जरूरी है।