खुबसूरत फूलों की खुशबू वाले वसंतोत्सव का आगाज़

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राजभवन में आज दो दिवसीय वसंतोत्सव का रंगारंग आगाज हो गया है।इस मौके पर पुष्प प्रदर्शनी, पेंटिंग, फिलैटली प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।इस मौके पर कुमाऊं की हिल यात्रा और आईटीबीपी के जवानों ने खुखरी प्रदर्शन के साथ वसंत्सोत्व में मौजूद लोगों का ध्यान सुरक्षा की तरफ आकर्षित किया।राजभवन में राज्यपाल केके पाल ने रिबन काटकर दो दिवसीय वसंतोत्सव का शुभारम्भ किया।

इस वर्ष आयोजित होने वाले वसन्तोत्सव में राजभवन उद्यान शाखा व उत्तरखण्ड उद्यान विभाग के प्रयासों से राजभवन में लगाये गये विभिन्न प्रकार के फूलों के साथ-साथ वर्टिकल गार्डन, हर्बल गार्डन, एरोमैटिक गार्डन, स्पाइस गार्डन मशरूम व ताजे पुष्प, रंगोली, हैंगिंग पॉट्स, स्कूल चिल्ड्रन पेंटिंग प्रतियोगिता, कट फ्लावर, लूज फ्लावर प्रबंधन, फूलों के पॉटेड प्लान्ट्स आदि विशेष आकर्षण थे।

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इस मौके पर राज्यपाल ने डाक तार विभाग का टिकट जारी किया जिस पर उत्तराखंड की विशेष प्रजाति की बद्री तुलसी के चित्र को दर्शाया गया है।इस वर्ष बद्री तुलसी के फूल को विशेष आवरण के लिए चुना गया।बद्री तुलसी तीव्र सुंगधीय,बहुवार्षिक,औषधीय और धार्मिक महत्तव का राजा पौधा है और उत्तराखंड के समुद्र तल से 2000-3000 मीटर की ऊंचाईं वाले क्षेत्रों में पाया जाता है।

वसंतोत्सव में हर आयु वर्ग के लिए आकर्षण केंद्र का माध्यम था,कहीं रेशम के स्टाल तो कहीं मशरुम उत्पादन के,कहीं बच्चों की पेंटिंग प्रतियोगिता चल रही तो कहीं फ्रेश पैटल रंगोली प्रतियोगिता।हर उम्र के लोग वसंतोत्सव का आनंद उठाते हुए दिखाई दे रहे थे।कालेज के बच्चों से लेकर छोटे छोटे बच्चे भी रंगबिरंगे फूलों के बीच फोटो खिंचाते हुए नजर आए।

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साल 2013 से यह उत्सव हर साल आयोजित किया जाता है।इसका मुख्य उद्देश्य जनमानस,फूल उत्पादकों,विकास अधिकारियों,नीति निर्धारकों आदि लोगों को पुष्प उत्पादन के बारें में जानकारी देना।आंकड़ो के मुताबिक उत्तराखंड राज्य के निर्माण से पहले केवल 150 हेक्टेयर में पुष्प उत्पादन होता था लेकिन वर्तमान में लगभग 1400 हेक्टेयर में पुष्प उत्पादन का काम हो रहा है।आपको बता दें कि कट फ्लावर के क्षेत्र में भारतवर्ष में उत्तराखंड राज्य का आठवां स्थान है।यह उत्पादन मुख्यतः देहरादून,हरिद्वार,उधमसिंह नगर,नैनीताल और अल्मोड़ा जनपदों में किया जाता है।

अपनी खुबसूरती के लिए मशहूर उत्तराखंड के वसंतोत्सव को देखने के बाद हर एक पर्यटक कह सकता है कि उत्तराखंड वाकई बहुत ही खुबसूरत व प्राकृतिक के करीब ले जाने वाला राज्य है।