बालिका से दुष्कर्म के चलते उत्तरकाशी में हालात तनावपूर्ण, पुलिस जुटी जांच मे

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उत्तरकाशी जिले की डूंडा तहसील में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद जिले में माहौल अशांत हो गया है। बाजार बंद रहे और सड़कों पर वाहन भी नहीं चले। कुछ जगहों पर उपद्रवियों ने दुकानों में तोडफ़ोड़ भी की।  पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) संजय गुंज्याल इन हालातों पर काबू पाने के लिये उत्तरकाशी में ही कैंप कर रहे हैं। एहतियातन पांच कंपनी पीएसी तैनात करने के साथ ही अन्य जिलों से भी पुलिस बल मंगाया गया और प्रशासन ने सेना से भी तैयार रहने को कहा है। इसके बाद से सेना के दो सौ जवान रिजर्व में रखे गए हैं। रविवार दोपहर उत्तरकाशी में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया। उत्तरकाशी, टिहरी , चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी में इंटरनेट सेवाएं दूसरे दिन भी बंद रहीं।

शुक्रवार रात पारिवारिक सदस्यों के साथ बरामदे में सो रही किशोरी को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी गई। दरिंदे उसका शव घर से कुछ दूरी पर फेंक गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। घटना का पता चलने के बाद शनिवार सुबह से ही उत्तरकाशी में जनाक्रोश भड़कने लगा था। हालात को भांप पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन सफलता नहीं मिली। हालांकि उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के समझाने पर लोग शांत हो गए, लेकिन रविवार सुबह जिले में विभिन्न स्थानों पर लोग सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन कर अफसरों का घिराव किया।

उत्तरकाशी और डूंडा बाजार बंद रहे। वाहनों की आवाजाही भी नहीं हो पाई। हालात का जायजा लेने पहुंचे आइजी संजय गुंज्याल को भी जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। कुछ देर में भीड़ तोड़फोड़ पर उतारू हो गई तो पुलिस ने लाठियां फटकार कर तितर-बितर किया। इस बीच गुस्सायी महिलाएं दंराती लेकर प्रदर्शन करने लगीं। पुलिस ने उन्हें किसी तरह से समझा-बुझा कर शांत किया।

शव का अंतिम संस्कार कराना पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। प्रदर्शनकारी अस्पताल से शव को उठाने नहीं दे रहे थे। शाम को डीएम चौहान और पुलिस जिला अस्पताल पहुंची और परिजनों से बातचीत की। इस दौरान भीड़ नारेबाजी करती रही। बाद पुलिस ने लाठियां फटकार भीड़ को खदेड़ा। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। बताया जा रहा है कि जिलाधिकारी ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि एक सप्ताह में मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

दिनभर एसटीएफ, डॉग स्क्वायड और पुलिस की टीम मौके के मुआयने के साथ ही जांच में जुटी रही। इस पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) पुष्पक ज्योति हिरासत में लिए गए संदिग्धों से स्वयं पूछताछ कर रहे हैं। अब तक की प्रगति की जानकारी देते हुए आइजी संजय गुंज्याल ने कहा कि पुलिस टीम जांच में वैज्ञानिक तकनीक की मदद ले रही है। उन्होंने कहा कि इसमें डीएनए टेस्ट की भी मदद ली जाएगी। एसटीएफ व पुलिस ने पूछताछ के लिए गांव के दो चालक, दो खच्चर वाले और एक युवक को हिरासत में लिया है। जिन से पुलिस अलग अलग स्थानों पर पूछताछ कर रही है।