नगर की हृदय स्थली त्रिवेणी घाट के सुंदरीकरण को लेकर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडी) द्वारा बनाए जा रहे जूता घर को तोड़े जाने के मामले में विभागीय अवर अभियंता अनुज कुमार पांडे ने कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के साथ लगभग 600000 लाख रुपए का हर्जाना का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल फुटेज को भी जांच में शामिल किया गया है। अनुज कुमार पांडे की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया कि त्रिवेणी घाट सौंदर्यीकरण योजना के तहत एमडीडीए की ओर से त्रिवेणी घाट में मुख्य द्वार उसके समीप जूता घर, पूजा डेक, आरती स्थल का विकास आदि कार्य किए जा रहे हैं। इसी शृंखला में प्राधिकरण की ओर से आरती स्थल तक जाने वाले मुख्य मार्ग पर जूता घर बनाया गया है जिसके समीप ही देवी का मंदिर है। स्थानीय संस्थाओं ने जूता घर को कहीं अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग प्राधिकरण से की थी। बीते पांच अगस्त को एमडीडीए की ओर से बनाए गए राष्ट्रीय ध्वज के अनावरण कार्यक्रम में नगर के जनप्रतिनिधियों ने जनभावनाओं के विपरीत बने जूता घर को यहां से हटाने की चेतावनी संबंधित अधिकारियों को दी थी। इसके तीसरे दिन आठ अगस्त की तड़के यहां जेसीबी चलाकर विवादित जूता घर को ध्वस्त कर दिया गया था। इसके बाद घटनास्थल पर जमकर आतिशबाजी भी की गई थी। प्राधिकरण सचिव हरवीर सिंह ने इस मामले में एसएसपी को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शिशुपाल का कहना है कि यह बहुत गंभीर मामला है जिसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने इस मामले में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल पर मौजूद रही जेसीबी की पहचान कर ली गई है। उन लोगों की भी शिनाख्त की जा रही है जो सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के बाद आतिशबाजी कर नारेबाजी कर रहे थे ।





















































