चमोली आपदा : समय के साथ टूटती उम्मीद, मृतकों की संख्या पहुंची 62

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चमोली जिले में आयी आपदा में लापता 204 लोगों में से गुरुवार को तीन शव व एक मानव अंग तपोवन टनल के अंदर से तथा एक शव रैंणी में मिला है। इस प्रकार आपदा में मरने वालों की संख्या अब तक 62 पहुंच गई है जबकि 142 लोग अभी भी लापता चल रहे हैं।
पंप द्वारा टनल (सुरंग) से पानी और मलबा कुछ हद तक साफ होने के बाद गुरुवार को दो और शव टनल से मिले हैं। इस तरह टनल से अब तक 14 शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि एक लापता स्थानीय महिला का शव रैणी में भी मिला।
बीते दिन टनल में पानी व मलबे की ज्यादा मात्रा होने के कारण कोई भी शव नहीं मिल सका था। तब टनल से पानी व मलबा बाहर करने के लिए पंप लगाया था। इसके बाद हालांकि मलबा अभी भी काफी है लेकिन पानी पंप से बाहर आने के कारण राहत कर्मियो को मलबे मे शवों की तलाश में आसानी हुई और आज  दो शव एवं एक मानव अंग टनल से मिला। इनके अलावा रैणी में भी एक स्थानीय महिला का शव नदी के उस तरफ मिला। टनल में आज मिले दो शवों की पहचान जगदीश तोमर, निवासी कालसी-देहरादून तथा बिक्की भगत निवासी-झारखंड के रूप मे हुई जबकि रैणी में मिली महिला माधी देवी पत्नी चैत सिंह जुगजू-रैणी की निवासी है।
उधर टनल में अभी भी मलबा व पानी हटाने का काम जारी है लेकिन पहले ही दिन से जिस 180 मीटर प्वाइंट पर पहुंचने के लिए जद्दोजहद हो रही है, वहां तक 12वें दिन में भी नहीं पहुंचा जा सका। इसी स्थान पर घटना के दिन 35 लोग कार्य पर मौजूद बताए जा रहे हैं लेकिन इस रहस्मय स्थान तक पहुंचने के लिए अभी भी 18 मीटर का फासला है।
बताया जा रहा है कि अब तक करीब 162 से 165 मीटर तक मलबा हटा लिया गया है लेकिन टनल में पानी व मलबा अत्यधिक होने के कारण वहां पंहुचना मुश्किल हो रहा है। अब दो पंपों से पानी बाहर निकाला जा रहा है।
दूसरी ओर रैणी में सेना की बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप द्वारा निर्मित अस्थाई पैदल पुल से आवाजाही शुरू हो गई है। इस पुल के तैयार हो जाने के बाद बीते 12 दिनों से रैणी पल्ली, लाता, सुराईथोटा, भलगाव आदि गाॅवो का आवागमन शुरू हो गया है। बीआरओ का वैली ब्रिज निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
बीते सात फरवरी को चमोली जिले के ऋषिगंगा में आयी भारी तबाही में रैंणी स्थित ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट व तपोवन स्थित एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना नेस्तनाबूत हो गई थी। इस तबाही में 204 लोग लापता हो गये थे। साथ ही जल विद्युत परियोजना के टनल के अंदर 35 से 40 लोगों के फंसे होने की संभावना जतायी जा रही थी, जिनकी खोजबीन के लिए पहले दिन से ही रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को 12वें दिन रेस्क्यू अभियान के दौरान तपोवन की जल विद्युत परियजाना की टनल के अंदर से दो शव तथा एक मानव अंग मिला है। इस तरह से टनल के अंदर से अभी तक 13 शव बरामद हो गये हैं। वहीं एक शव रैंणी में मिला। इस आपदा में अब तक मरने वालों की संख्या 61 पहुंच गई है।