सोशल मीडिया पर उत्तरकाशी की अलग पहचान बनाते राहुल

उत्तराखंड के युवाओं ने समय-समय पर अपनी मेहनत और लगन से जहां चाह वहां राह को सार्थक करके दिखाया है। आज की कहानी ऐसे ही एक युवा कि है जिसने सोशल मीडिया को हथियार बनाकर देवभूमि को लोगों के बीच पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।

उत्तरकाशी में पैदा और पले-बड़े राहुल सोवंशी दो साल देहरादून में साइट इंजिनियर के रुप में काम करने के बाद उत्तरकाशी वापस आ गए और अपने जिले के लिए कुछ अलग करने लगे। आज उनका दो साल पुराने इंस्टाग्राम और फेसबुक पेज दि उत्तरकाशी सिटी के मिलाकर लगभग 20 हजार फॉलोअर हैं।

25 साल के राहुल बीटेक सिविल इंजिनियरिंग ग्रेजुएट है,  पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी के दौरान उन्हें अपने घर यानि की उत्तरकाशी की याद आने लगी, वह चाहें कहीं भी रहे उन्हें घर की याद हमेशा सताती रही। अपने घर के लिए उनका प्यार और अपनी जन्मभूमि व कर्मभूमि के लिए कुछ करने की चाह ने उन्हे दि उत्तरकाशी सिटी का अकाउंट शुरु करने का आइडिया दिया, और 17 अगस्त 2017 से इस पेज की अकेले शुरुआत रही।

The man behind ‘The Uttarkashi City.’

राहुल से पूछने पर कि यह किस तरह से काम करता हैं, उन्होंने बताया कि “मैं इस पेज पर अपने द्वारा खीचीं हुई तस्वीरों के साथ-साथ टूरिस्टों द्वारा खीचीं गई तस्वीरों को सबके साथ साझा करता हूं। इस पेज पर आपको हर तरह की फोटो और विडियो देखने को मिलेंगी।”

दुनिया के कोन-कोने से उत्तरकाशी आने वाले पर्यटकों द्वारा अलग-अलग तरह के दिलचस्प विडियो, फोटो, शॉर्ट विडियों और कैप्शन के साथ फोटो इस पेज पर शेयर किये जाते है। राहुल के इस पेज पर उत्तराकाशी की खूबसूरती बारिकी से पेश की जाती हैं।

शुरुआत में राहुल के माता-पिता उनकी इस सोच और पहल को लेकर बहुत ज्यादा आश्वस्त नहीं थे लेकिन जल्द ही उन्हें अपने बेटे के इस मुहिम का हिस्सा बनकर रहना अच्छा लगने लगा।

राहुल कहते हैं, “दि उत्तरकाशी सिटी के फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज को शुरु करने के पीछे सबसे बड़ा कारण था कि इन सभी माध्यमों से उत्तरकाशी जिले की खूबसूरती ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकें। मैं  पहले दिन से ही पॉजिटिव था, हमारे पास इस समय 20 हजार से ज्यादा फॉलोअर है जो इस पेज को आगे और अच्छा करने का मैसेज देता है।

दि उत्तराकाशी सिटी एक नॉन-प्रॉफिटेबल अकाउंट है, तो इससे आप पैसे कैसे कमाते हैं? राहुल कहते हैं, “मैं इस पेज से एक रुपया भी नहीं कमाता। यह सिर्फ उत्तरकाशी को बढ़ावा देने के लिए एक मीडियम है।”

इस पहल से एक पैसा नहीं कमाना, और अपने जन्मभूमि को दुनिया को दिखाने के लिए राहुल की मेहनत अपने आप में बड़ी बात है। अभी के लिए, राहुल अपना समय इंस्टाग्राम और फेसबुक पेज चलाने के साथ-साथ स्टेट इंजीनियरिंग सर्विसेज की तैयारी में बिताते है।

हम राहुल सोवांशी को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं।

इंस्टाग्राम हैंडल: The Uttarkashi City

फेसबुक पेज: The Uttarakashi City