मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की चेतावनी

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द्वाराहाट। दूनागिरि मंदिर में समझौते के अनुरूप अभी तक प्रशासन की टीम तैनात नही किए जाने को लेकर लोगों में रोष है। संघर्ष समिति ने प्रशासन पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए 28 अक्टूबर को द्वाराहाट आगमन पर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की चेतावनी दी।

दूनागिरि मंदिर से निजी ट्रस्ट को हटा वहां प्रशासनिक नियंत्रण वाली समिति को व्यवस्था सौंपे जाने की मांग को लेकर लोग लंबे समय से आंदोलनरत हैं। इसी क्रम में 21 सितंबर को आंदोलन शुरू हुआ था। इसके बाद 11 अक्टूबर को अपर जिलाधिकारी और विधायक की मध्यस्थता में समझौता हुआ था कि 12 अक्टूबर से मंदिर की व्यवस्था प्रशासनिक टीम को सौंपी जाएगी। साथ ही 15 दिन के भीतर मंदिर की पूरी व्यवस्था चाक चौबंद कर दिए जाने का लिखित आश्वासन दिया गया, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक मंदिर में राजस्व विभाग का हस्तक्षेप नही हो पाया है। इस कारण लोगों में रोष व्याप्त है। इसी मामले में दूनागिरि मंदिर सेवार्थ सयुंक्त संघर्ष समिति ने बैठक में प्रशासन पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। कहा कि प्रशासन जनभावनाओं की अनदेखी कर रहा है। समिति ने चेतावनी दी कि यदि समझौते के अनुरूप तत्काल कार्रवाई नही की गई तो जनता के साथ मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध कर काले झंडे दिखाए जाएंगे। इसके बाद पुनः आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर संघर्ष समिति अध्यक्ष विनोद भट्ट, हेम रावत, वनोद जोशी, डा डीपी चौधरी, भीम सिंह, विपिन चंद्र, नीरू आर्या, जगदीश भट्ट, महेंद्र मैनाली, हरिओम कांडपाल, महेश त्रिपाठी, हरीश कांडपाल, जीवन सिंह आदि मौजूद रहे।