भारतीय सैन्य अकादमी में 12 जून को परेड, तैयारी शुरू

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भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) मसूरी की पासिंग आउट परेड जेंटलमैंन कैडेट से एक युवा सैन्य अधिकारी के रूप में परिवर्तित होने का क्रम है। इसमें कठोर प्रशिक्षण तथा राष्ट्र प्रेम की घुट्टी पिलाई जाती है।  यह कहना है आईएमए की समीक्षा परेड के मुख्य प्रशिक्षक एवं डिप्टी कमांडेंट मेजर लनरल जेएस मंगत का। वैश्विक महामारी कोरोना काल में डिप्टी कमांडेंट ने यह परेड ऐतिहासिक चैटवुड ड्रिल स्क्वायर में आयोजित की। इसमें 341 भारतीय और 84 विदेशी जेंटलमैंन कैडेट ने प्रदर्शन किया। 12 जून को होने वाली मुख्य परेड की यह तैयारी है।
इसकी समीक्षा डिप्टी कमांडेट एवं मुख्य प्रशिक्षक मेजर जनरल जेएस मंगत ने की। उन्होंने जेंटलमैंट कैडेट को बधाई देते हुए भारतीय सेना का श्रेष्ठ अधिकारी बनने को प्रेरित किया। मंगत ने कहा कि भारतीय सेना वीरता, सम्मान, लोकाचार एवं श्रेष्ठ परंपराओं की वाहक है। मेजर जनरल जेएस मंगत ने कहा कि प्रशिक्षकों के प्रयास और प्रशिक्षुओं की मेहनत इस मार्च पास में दिखती है। भारतीय सैनिक दुनिया के सबसे श्रेष्ठ सैनिक हैं। वह  दिल से सरल, निर्विवाद तथा देशभक्ति से भरे रहते हैं। इन सैनिकों के साथ एक अधिकारी के रूप में आप सबको अपने कार्य और आचरण, सच्चाई और शुद्धता से उनका विश्वास अर्जित करना होगा। एक बार जब हम सैनिकों का विश्वास प्राप्त कर लेंगे तो वह हर लड़ाई में हमारा अनुसरण करेंगे और युद्ध को हमारे लिए जीतेंगे।
प्रशिक्षण के सफल समापन पर ले. जनरल मंगत ने मित्र देशों के जेंटलमैंन कैडेटों को बधाई दी तथा कहा कि अपने-अपने राष्ट्रों में वह भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की यादों को लेकर साथ चलेंगे। मंगत ने कहा कि 12 जून के निर्धारित मुख्य कार्यक्रम में आपकों विशेष प्रदर्शन करना है। परेड में उत्कृष्टता दिखानी है। उन्होंने कहा कि परेड का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया पर होगा। यह जानकारी भारतीय सैन्य अकादमी की जनसम्पर्क अधिकारी ले.कर्नल हिमानी पंत ने मंगलवार को दी।