प्याज 100 पार, सड़क से सदन तक संग्राम।

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प्याज आजकल लोगों की आखों से आंसू बहा रहा है। पिछले काफी समय से बढ़ी दरों ने लोगों का प्याज खाना मुश्किल किया हुआ है, लोगों के खाने का जायका बिगाड़ दिया है। राजधानी देहरादून में विधानसभा सत्र चल रहा है, ऐसे में जहाँ विपक्ष सरकार को सदन के अंदर घेर रहा है, तो विधानसभा के बाहर भी विपक्ष सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। कांग्रेसियों ने प्याज की मालाएं पहन कर विधानसभा पहुँचे, तो सदन में भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा।

प्याज लोगों के थाली से गायब हो चुका है क्योकि उत्तराखंड में काफी समय से यह सौ रूपये से ज्यादा पहुँचा हुआ है। ऐसे में लोग अब प्याज से परहेज करने लग गए हैं, तो वही विधानसभा सत्र भी शुरू हो चुका है , ऐसे में विपक्ष भी इस मुद्दे पर सदन में सरकार को घेरने पर लगी हुई है।

 

विपक्ष सरकार के खिलाफ विधानसभा में प्याज को हाथ मे लेकर पहुँचा, तो सड़को पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्याज की मालाएं पहन कर सरकार का पुतला फूंका और सरकार पर कई सवाल खड़े किये। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की सरकार ने लोगों की थाली का जयका खराब कर दिया है और ये सरकार महंगाई रोकने में नाकाम है, यह कहना था, कांग्रेस प्रवक्ता, गरिमा दसोनी का।

विजय थपलियाल, सचिव, मंडी समिति ने प्याज की बढ़ी कीमतों पर सफाई देते हुए कहा कि उत्तराखंड की ही नही पूरे देश की समस्या बना हुआ है, इसकी मूल समस्या महाराष्ट्र और नासिक में जो भारी बारिश हुई उससे वहां पर प्याज की फसलें बर्बाद हो गयी। साथ ही साउथ में आंध्र और बेंगलुरु में भी प्याज की फसलें बर्बाद होने से वहां से प्याज की कीमतों में उछाल आया है, जिसका असर इसकी कीमतों पर पूरे देश पर पड़ रहा है, अभी केवल अलवर के प्याज पर देश निर्भर है।

प्याज की कमी पर सरकार ने बाहरी देश अफगानिस्तान,टर्की,इजिप्ट से मंगाया जा रहा है, जिसके लिए भारत सरकार को 15 हजार मेट्रिक तन की डिमांड भेजी गई है, वहां से प्याज आने के बाद इसकी कीमतों में कमी आएगी। जनवरी तक नए प्याज की फसल भी उपलब्ध हो जाएगी तब तक लोगो को थोड़ा सब्र करना चाहिए।