फिल्मों की तरह गीतों के लिए भी सेंसर बोर्ड बनाया जाए : गुलाटी

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चंडीगढ़, पंजाबी गीतों में दिन-प्रतिदिन बढ़ रही अश्लीलता पर नकेल डालने के लिए पंजाब राज्य में फिल्मों की तरह गीतों के लिए भी सेंसर बोर्ड बनाया जाये। यह बात पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने कही।
उन्होंने कहा कि, “हमारे समाज में गीत-संगीत की अहम भूमिका है। यह हमारे रीति रिवाज़ों का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि हनी सिंह द्वारा गाए गए गीत ‘मक्खना’ एक शर्मनाक काम है, क्योंकि आजकल नौजवान प्रोग्रामों में चल रहे संगीत पर जब नाच रहे होते हैं तो वह गीत के बोलों की तरफ ध्यान नहीं देते और इस गीत के बोलों ने बेशर्मी की सभी सीमाएं पार कर दी हैं। इस गीत के बोलों द्वारा मानव को जन्म देने वाली महिला के प्रति बहुत ही गंदी बातें कही गई हैं।”
उन्होंने कहा कि यह मामला बाकी गायकों, गीतकारों और प्रोड्यूसरों के लिए सबक होगा। मनीषा गुलाटी ने कहा कि गायकों द्वारा जल्द प्रसिद्ध होने के चक्कर में परोसे जा रहे अश्लील गीतों सम्बन्धी समाज और सरकार को गंभीर होने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि मोहाली पुलिस द्वारा हनी सिंह के विरुद्ध कानून के अनुसार मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे गिरफ़्तार करने के लिए कोशिशें आरंभ कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा हमेशा की तरह इस मामले में भी आयोग को पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन ने कहा कि, “आयोग पंजाब सरकार के वकीलों के द्वारा हनी सिंह की तरफ से इस मामले में लगाई जा रही ज़मानत याचिका को ख़ारिज करवाने के लिए भी पूरी सक्रियता के साथ यत्न किया जायेगा।” उन्होंने पंजाबी के मशहूर गायक गुरदास मान से भी अपील की कि वह आयोग द्वारा अश्लील गीतों के विरुद्ध आरंभ की गई इस मुहिम में अपना सहयोग देें और गायकों, गीतकारों और प्रोड्यूसरों को इस बात के लिए राजी करें कि वह भविष्य में इस तरह का अलबम न बनाएं।