बटालिक सेक्टर में शहीद हवलदार रमेश पंचतत्व में विलीन 

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ऋषिकेश,  पाकिस्तान सीमा से सटे सियाचिन के बटालिक सेक्टर में तैनात हवलदार रमेश बहुगुणा का तीर्थनगरी ऋषिकेश स्थित कैलाश गंगा घाट पर सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। हवलदार रमेश की ड्यूटी दौरान अत्याधिक ठंड और ऑक्सीजन की कमी की वजह से तबीयत खराब हो गई थी, जिसको चंडीगढ़ स्थित सेना के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने सोमवार को दम तोड़ दिया था। शहीद को श्रद्धांजिल देने के लिए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल , कृष्ण कुमार सिंघल सहित कई गण्यमान्य नागरिक शामिल हुए।
टिहरी जिले के चम्बा ब्लाक स्थित साबली गांव निवासी हवलदार रमेश की शहादत की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई थी। 38 वर्षीय हवलदार रमेश बहुगुणा, पुत्र स्व टीकाराम बहुगुणा फरवरी 2002 में 1-महार रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। अगस्त 2019 में उनकी तैनाती सियाचिन से सटे बटालिक सेक्टर में हुई थी। 31 जनवरी को हवलदार रमेश की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एक फरवरी को चंडीगढ़ स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लगभग तीन दिनों तक अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने सोमवार रात को अंतिम सांस ली।
तीन भाइयों में सबसे छोटे हवलदार रमेश अपने पीछे दो छोटे बच्चे, पत्नी और मां को छोड़ गए हैं। उनके भाई दिनेश बहुगुणा ने बताया कि रमेश के बीमार होने की सूचना पर वे चंडीगढ़ गए थे, जहां चिकित्सकों ने रमेश की मौत का कारण अत्यधिक ठंड और ऑक्सीजन की कमी होना बताया है। हालांकि इस संबंध में सेना के हवाले से आधिकारिक बयान के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी।