दिव्यांग दिवस से पहले दिव्यांगो की मैराथन

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देहरादून, दिव्यांग होना एक कमजोरी माना जाता है पर राजधानी देहरादून में दिव्यांगों ने एक मिनी मैराथन दौड़ कर इस बात को गलत साबित किया। इन सभी दिव्यांगों ने कृतिम अंगों के सहारे इस दौड़ में भाग लिया। विश्व दिव्यांग दिवस के मौके पर देहरादून के गांधी पार्क से मिनी मैराथन का आयोजन किया गया जिसको सुनील उनियाल गामा ने हरी झंडी दिखाते हुए रवाना किया। इस मैराथन में 300 से ज्यादा की संख्या में दिव्यांग जनों के साथ स्कूली बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।

पहली बार दिव्यांग जनों की मैराथन का आयोजन किया गया, इस मैराथन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण स्वच्छता व पॉलिथीन मुक्त पर्यावरण को बनाना था। तकरीबन 300 से ज्यादा संख्या में दिव्यांगजन और स्कूली बच्चों ने प्रतिभाग किया। समिति के आयोजक डॉ विजय कुमार नौटियाल का कहना है कि वह हर साल इस प्रकार के आयोजन दिव्यांग लोगों के साथ करते हैं और इस बार स्वच्छता का संदेश देने के लिए मिनी मैराथन का भी आयोजन किया गया। वहीं मैराथन में शामिल हुए बच्चों का कहना है कि उन्हें आज मैराथन के चलते समाज को एक अच्छा संदेश देने का मौका मिला ।

अपराध एवं कानून व्यवस्था संभाल रहे डीजे अशोक कुमार ने सम्मानित किया साथ ही उनका कहना है कि दिव्यांग जनों कि इस प्रकार की पहल से निश्चित तौर पर समाज जागरूक होगा। इससे पूर्व में ये दिव्यांग कई और पहल भी कर चुके हैं जिसमे गंगोत्री धाम की सफाई से लेकर अनेक दुर्गम जगहों पर ट्रैक कर अपनी कमजोरी को हरा चुके हैं।