आईएमए पासिंग आउट: भारतीय सेना को मिले 382 जांबाज अफसर

0
557

(देहरादून) कदम-कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा..ये जिंदगी है कौम की, तू कौम पे लुटाए जा।’ आत्मविश्वास से लबरेज 459 जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे, तो लगा कि विशाल सागर उमड़ आया है। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे। शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 382 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 77 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। दक्षिण पश्चिम कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने परेड की सलामी ली।

शनिवार सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेंट मेजर प्रसून शर्मा, अमन कुंडु, अमरजीत सिंह, वत्सल पांडे, अतुल पाटिल, दीपक कुमार, पुनीत, अंकुश सिंह ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध कर दिया। इधर, युवा सैन्य अधिकारी अंतिम पग भर रहे थे, तो आसमान से हेलीकाप्टरों के जरिये उन पर पुष्प वर्षा हो रही थी।

परेड की सलामी लेने के बाद साउथ वेस्टर्न कमांड के जीओसी इन चीफ चेरिश मैथसन ने कैडेट्स को ओवरऑल बेस्ट परफॉरमेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। इस दौरान आइएमए के कमान्डेंट ले. जनरल एसके झा, डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जीएस रावत समेत कई सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

ये हैं श्रेष्ठ में सर्वश्रेष्ठ 

  • स्वार्ड आफ ऑनर-अक्षत राज
  • स्वर्ण पदक—सुरेंद्र सिंह बिष्ट
  • रजत पदक–कौशलेस कुमार
  • कांस्य पदक—अक्षत राज
  • रजत पदक टेक्निकल ग्रेजुएट—करन सिंह
  • चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर—केरन कंपनी