श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने से पहले आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों का शुभारंभ हो गया है। डिमरी पुजारियों द्वारा भगवान बदरी विशाल का प्रसाद नरेंद्रनगर टिहरी ले जाया गया है। प्रसाद के अलावा तुलसी माला, चंदन, केसर व भगवान के अंगवस्त्र भी बदरीनाथ धाम से नरेंद्रनगर ले जाए गए हैं।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी पर तय की जाएगी। परंतु इससे पहले कई अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया जाता है। इसी में से एक है भगवान बदरी विशाल का प्रसाद नरेंद्रनगर टिहरी के राज दरबार तक पहुंचाना। यह कार्य डिमरी पुजारियों की ओर से किया जाता है।
शनिवार को डिमरी पुजारियों का दल बदरीनाथ धाम से प्रसाद लेकर नरेंद्रनगर के लिए रवाना हुआ है। प्रसाद बदरीनाथ से नरेंद्रनगर पहुंचाने की परंपरा भी सदियों पुरानी है। इस वर्ष डिमरी पुजारी विपुल डिमरी, अनुभव डिमरी प्रसाद के साथ तुलसी माला व अन्य धार्मिक वस्तुएं लेकर नरेंद्रनगर के लिए रवाना हुए हैं। श्री बदरीनाथ धाम में डिमरी पुजारियों के अपने अधिकार व कार्यक्षेत्र है। यहां पर डिमरी पुजारी धाम में भगवान का भोग तैयार करने के साथ भीतली बड़वा, प्रसादी बड़वा, भोग मंडी ब्राहमण, सेवाकार बटवाल की परंपरा भी निभाते हैं। साथ ही लक्ष्मी मंदिर, गरुड़ मंदिर, कामधेनु, नारदशिला, सूर्य कुंड, नृसिंह मंदिर आदि स्थानों पर पूजा का अधिकार डिमरी पुजारियों को ही है।
 
                





















































