केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर कहा, ’30 जून की आधी रात 12 बजे संसद के सेंट्रल हॉल में जीएसटी कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, स्पीकर सुमित्रा महाजन और दो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी और देवगौड़ा जी मौजूद रहेंगे। जम्मू कश्मीर के लिए प्रक्रिया चल रही है। सारे निर्णय सर्वसम्मति से किए गए हैं। जीएसटी के बाद कुछ समय के लिए चुनौतियां का सामना करना पड़ेगा। सरकार संभवत: पहली बार नई कराधान प्रणाली शुरू करने के लिये केंद्रीय कक्ष का उपयोग करेगी। नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली 2,000 अरब डॉलर से अधिक अर्थव्यवस्था को नया रूप देगी।’
जेटली ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि 30 जून को जीएसटी पर विशेष सत्र बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी राज्यों के वित्त मंत्री को न्योता दिया जाएगा। इसके बाद एक जुलाई के पूरे देश में जीएसटी लागू कर दिया जाएगा। 30 जून को संसद में रात 12 बजे तक जीएसटी पर कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में दोनों सदनों के सांसद मौजूद रहेंगे। सभी राज्यों के वित्त मंत्री भी जीएसटी से जुड़े इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। दरअसल एक जुलाई से गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी लागू होने वाला है।





















































