उत्तरकाशी शहर के प्रवेश द्वार पर लगे कूड़े के ढेर, सीएम के आगमन पर बदला गया रूट

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विश्वनाथ की नगरी और गंगोत्री धाम का प्रवेश द्वार तांबाखानी में लगे कूड़े के ढेर नगर पालिका बाडाहाट की स्वच्छता और नमामि गंगा नमामि गंगे की पोल खोलने के लिए बहुत है।

आलम यह कि उत्तरकाशी में प्रवेश होते ही उत्तरकाशी शहर के तांबाखानी में लगे कूड़े के ढेर की बदबू के बीच शहर में पहुंचना हो रहा है। शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे हैं। इसके कारण प्रशासन को मुख्यमंत्री का रूट बदलना पड़ा।

इधर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनीष राणा ने कहा कि इस कूड़े की बदबू धामी जी को ना सुंघाई दे और नगर के प्रवेश द्वार पर सबसे पहले कूड़े का दर्शन न हो इसलिए मुख्यमंत्री का रूट ही बदल दिया गया। मुख्यमंत्री के ोहेलीकॉप्टर की लैंडिंग मातली की जगह सीधे पूरी खेत तय कर दी गई। ये शासन- प्रशासन का फेलेयर नहीं तो क्या है?

कांग्रेसियों ने कहा कि मां गंगा में कूड़ा डाला जा रहा है। ऐसे में देश -विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों और सैलानी क्या संदेश लेकर जा रहे होंगे? ये एक बड़ा और सोचनीय विषय है।

कांग्रेसियों ने कटाक्ष किया है कि वैसे कूड़े का ढ़ेर और उसकी सड़ांध न आये इसके लिए मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर मातली की जगह पुरीखेत मे ही उतारा गया, लेकिन उम्मीद है सायं मुख्यमंत्री गंगा आरती में शामिल होंगे और वहां से महज दो सौ मीटर दूर कूड़े के ढेर हैं मुख्यमंत्री खुद मुआयना कर कूड़े से बेहाल मां गंगा का आंखों देखा हाल भी जानेंगे।

नगरवासियों को भी इंतजार है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के मुहाने तांबाखानी स्थित कूड़े के ढेर और उसके रिसाव से मां गंगा की पवित्रता पर हो रहे कुठाराघात पर अपने जनपद दौरे के दौरान जरूर कुछ प्रभावी कदम उठाने के लिये कहेंगे।

शहर के लोगों का कहना है कि आखिर मां गंगा की आस्था और पवित्रता का सवाल है? सूबे के मुखिया होने के नाते मां गंगा की स्वच्छता के प्रति सबसे ज्यादा जिम्मेदारी भी उन्हीं की है।