उत्तराखंड एसटीएफ ने किया करोड़ों की साइबर ठगी का पर्दाफाश

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एसटीएफ
उत्तराखंड पुलिस और स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) के संयुक्त अभियान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोबाइल एप के माध्यम से 250 करोड़ की धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है। आरोपित की गिरफ्तारी नोएडा से गिरफ्तार की गई है। इस गिरोह के सदस्य 15 दिन में पैसा दोगुना करने के नाम पर पैसा निवेश करवाते थे। आरोपित के पास से 19 लैपटाप, 592 सिम कार्ड, पांच मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड और एक पासपोर्ट बरामद किया गया है।
एडीजी व पुलिस के मुख्य प्रवक्ता अभिनव कुमार ने बताया कि पावर बैंक नाम से एक एप में निवेश कर पैसे दोगुना करने का लालच देकर अंतरराष्ट्रीय गिरोह कोरोड़ों की ठगी कर चुका है। विदेशी व्यापारियों द्वारा भारत के बैंक खातों के माध्यम से ऑनलाइन धोखाधड़ी की जा रही थी।
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को पीड़ित रोहित कुमार निवासी श्यामपुर हरिद्वार और राहुल कुमार गोयल निवासी कनखल हरिद्वार ने शिकायत दी थी, जिसके बाद एसटीएफ इसकी जांच में जुट गई थी। पुलिस जांच में पता चला कि प्रतिदिन करोड़ों का लेन-देन इस एप और संबंधित बैंक खातों में किया गया है, जिसका संचालन पवन कुमार पांडेय निवासी नोएडा (उत्तर प्रदेश) कर रहा है। पुलिस के अनुसार इस एप को तकरीबन 50 लाख लोग डाउनलोड कर चुके हैं।
एडीजी ने बताया कि यह पावर बैंक एप फरवरी 2021 से 12 मई 2021 तक खातो में करीब 250 करोड़ धनराशि की धोखाधड़ी प्रकाश में आई है। अनुमानित और भी अधिक धनराशि की धोखाधड़ी हो सकती है।
उन्होंने बताया कि प्रकश में आया है कि भारत में कुछ निवेशको से दोस्ती कर उनको भारत में विभिन्न व्यापार के नाम पर अपने साथ कमीशन देने के नाम पर जोड़ते है। प्रारम्भ में कुछ व्यक्तियों को पैसे वापस भी किये जाते है जिससे सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार से इनका यह अन्तराष्ट्रीय संगठित अपराध पूरे देश मे पैर पसार सके। प्रतिदिन करोड़ों धनराशि एक खाते से दूसरे खाते और उसके आगे विभिन्न खातो में स्थानान्तरित कराकर पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास करते है। अपराध में प्रयोग बैंक खाते विभिन्न फर्जी कम्पनियों के नाम से पंजीकृत है। इसी प्रकार 25 एप जो संदिग्ध कार्य मे लगी है उनकी सूची प्राप्त हुई है।
इस धनराशि को क्रिप्टो करेंसी मे बदलकर यह विदेश राष्ट्रो में भेजी जा रही है, जहा इसको स्थानीय मुद्रा में परिवर्तित कर दिया जाता है। इस प्रकार भारत के पैसे को अन्य राष्ट्र की मुद्रा में परिवर्तित करने का एक बहुत बड़ा संगठित अन्तराष्ट्रीय गिरोह चल रहा है। इस तरह के प्रकरण में 20 अन्य शिकायतें भी प्राप्त हुई है जिनका परीक्षण किया जा रहा है।