मोदी सरकार ने पांच सालों में लिए पचास बड़े फैसले : अमित शाह

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नई दिल्ली, केंद्रीय गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि, “2013 में भ्रष्टाचार चरम पर था, सीमाओं की सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं थे, आंतरिक सुरक्षा चरमराई हुई थी और हर मंत्री खुद को ही प्रधानमंत्री मानता था.. उस वक्त सभी के मन में सवाल उठता था कि देश किस दिशा में जाएगा लेकिन 2014 में केंद्र की सत्ता में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार आई तो लोगों के मन में एक विश्वास जगा।” उन्होंने कहा कि मोदी ने जनता के मन में विश्वास जगाया कि 21वीं सदी भारत की हो सकती है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने 30 सालों में पांच बड़े फैसले लिए लेकिन मोदी सरकार ने पांच सालों में 50 बड़े फैसले लिए हैं।

राजधानी दिल्ली में ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन(एआईएमए)के 46वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि इत्तेफाक ही है कि वह आज इस कार्यक्रम में आएं और आज ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन भी है। सभी देशवासियों के लिए मोदी जी का जन्मदिन खास और शुभ है क्योंकि नरेन्द्र मोदी ने ही लोगों के मन में वो विश्वास जगाया है कि आप के साथ से ही 21वीं सदी भारत की हो सकती है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति शायद कुछ न कर सके लेकिन 130 करोड़ लोग एक-एक कदम आगे बढ़ा लें तो देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने न्यू इंडिया की जो कल्पना की है उसमें सभी वर्गों की तरक्की है। ‘सबका साथ सबका विकास’ के विचार के आधार पर न्यू इंडिया की कल्पना है और इसी के आधार पर महान भारत की परिकल्पना की सिद्धि होगी। हमें यह सोचना होगा कि हम कहां तक पहुंचे हैं और कहां तक पहुंचने का हमारा लक्ष्य है।

गृहमंत्री ने केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों की फेहरिस्त गिनाते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 पर हमारी पार्टी का रुख पहले से ही साफ था। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर फैसला लिया और इसे कर दिखाया। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त से लेकर आज 17 सितम्बर तक कश्मीर में एक भी गोली नहीं चलानी पड़ी है, एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। कश्मीर में शांति का माहौल है और कोई भी आसानी से वहां जा सकता है।

‘एक देश, एक कर’ की बात करते हुए शाह ने कहा कि वस्तु एवं सेवाकर(जीएसटी) लागू करने का जब फैसला सरकार ने किया तो बहुत से लोग उसकी आलोचना कर रहे थे, आज वही इसकी तारीफ कर रहे हैं। देशभर के अर्थशास्त्री मिलते हैं और कहते हैं कि ये बहुत साहसिक कदम है। उन्होंने कहा कि पांच साल हो गए हैं और एक लाख करोड़ से ज्यादा रेवेन्यू कई बार जनरेट किए जा चुके हैं। साथ ही 60 लाख से लेकर 95 लाख तक करदाताओं का रजिस्ट्रेशन करके सफलतापूर्वक एक देश, एक कर की कल्पना को इस सरकार ने साकार कर दिखाया है।

गृहमंत्री ने कहा कि, “सरकार जब कोई फैसला लेती है तो उसके हर पहलू पर गंभीरता से विचार किया जाता है। हमने जब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसे फैसले लिए तो हर बिंदू पर गहनता से विचार किया। हम उस समय भी दृढ़ता के साथ कहते रहे कि देश की सुरक्षा के साथ एक इंच भी समझौता नहीं किया जाएगा। इस दृढ़ निश्चय के साथ मोदी सरकार ने इन फैसलों पर अमल किया।”

शाह ने कहा कि, “पहले दुनिया मानती थी कि भारत की कोई रक्षा नीति नहीं है। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तो दुनिया के लोगों ने कहा कि ये तो अचम्भित करने वाली कार्रवाई है, ये भारत की नीति नहीं है। जब एयर स्ट्राइक हुई तब दुनिया के लोगों ने मान लिया कि अब ये भारत की नीति है।”  उन्होंने अतंरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के सम्मान का जिक्र करते हुए कहा कि, “पेरिस में ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के सम्मेलन में जब सब विफल हो जाते हैं तब मंच से कहा जाता है कि इसका रास्ता भारत दिखा सकता है, ये देश के लिए गौरव की बात है।” उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत का गौरव कितना बढ़ा है इसे इस बात से समझा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी को दुनिया के आठ देशों ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है। ये सम्मान मोदी और भाजपा का नहीं बल्कि देश की 130 करोड़ आबादी का है।

गृहमंत्री ने कहा कि, “भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। कुछ लोगों को इसमें संदेह होगा लेकिन उन्हें भरोसा करना चाहिए कि भारत को 2024 के पहले पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना ही है, ये सुनिश्चित है।” उन्होंने कहा कि मोदी सरकार औद्योगिक विकास को गति देना चाहती है। आज स्टार्टअप्स के लिए सरकार ने जो किया है वो पहले किसी सरकार ने नहीं किया। शाह ने भरोसा जताया कि 15 साल बाद भारत के पास भी गूगल, फेसबुक जैसे स्टार्टअप्स होंगे।