95 करोड़ रुपये के अभाव में दून के पेयजल व सीवरेज के चार प्रोजेक्ट समेत छह प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं। हालांकि, इसमें मसूरी सीवरेज योजना एवं सड़क निर्माण का प्रोजेक्ट पिछले साल ही स्वीकृत हुआ था, जबकि चंपावत की योजना दो साल में पैसे के अभाव के चलते मात्र दस फीसद पूरी हो पाई है। यही नहीं, देहरादून के चार प्रोजेक्ट 80 से 95 फीसद तक पूरे होने के बावजूद अंतिम रुप नहीं ले पा रहे हैं। इन योजनाओं के पूरा न होने से तीन शहरों की करीब पांच लाख से ज्यादा की आबादी परेशानी झेल रही है। हालांकि, हाल ही में शासन में हुई बैठक में इन योजनाओं को एसपीए (विशेष सहायता) से पूरा करने का आश्वासन दिया है। यदि शासन इन योजनाओं के लिए बजट मुहैया कराता है तो अगले एक साल के भीतर सभी योजनाएं चालू हो जाएंगी।
दून की एक पेयजल व दो सीवरेज योजनाएं जेएनएनयूआरएम के तहत सात साल पहले स्वीकृत हुई थी। जबकि, एक योजना 13वें वित्त आयोग के तहत। पेयजल निगम की सुस्ती के कारण काम समय से पूरा नहीं हो पाया और केंद्र में एनडीए की सरकार आने के बाद इन जेएनएनयूआरएम व 13वें वित्त आयोग को बंद कर दिया गया। जिस कारण 90 फीसद तक पूरी होने के बावजूद ये चारों योजनाएं बीच में लटक गई। पेयजल निगम ने विभिन्न मदों से इन योजनाओं को पूरा करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
अब निगम को शासन आश्वासन दिया है कि विशेष सहायता के तहत इन्हें पूरा कराया जाएगा। साथ ही राज्य सेक्टर के तहत स्वीकृत चंपावत नगर की पेयजल योजना व मसूरी सीवरेज व सड़क निर्माण योजना को भी इसी मद से पूरा किया जाएगा। इसके लिए निगम ने करीब 95 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की तैयारी कर ली है।
पेयजल निगम के मुख्य अभियंता प्रभात राज ने बताया कि बजट के अभाव में अधूरे पड़े इन महत्वपूर्ण छह प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए शासन ने विशेष सहायता के तहत बजट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। शासन को आवश्यक बजट का प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है।
योजना का नाम-कुल बजट-बाकी
दून पुनर्गठन पेयजल योजना फेस-एक-7002.70-700.26
दून सीवरेज योजना जोन-एच-5465-133.71
दून सीवरेज योजना फेस-एक जोन-एल-6283-207.39
दून सीवरेज योजना-19064-6646
चंपावत नगर पेयजल योजना-3088.73-426.97
मसूरी सीवरेज योजना-1361.24-1361.24
कुल-42264.67-9475.57























































