वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में मंगलवार, 21 मार्च, 2017 को अन्र्तराष्ट्रीय वानिकी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान के सूचना केन्द्र में एक प्रदर्शनी आयोजित की गई। वन अनुसंधान संस्थान के विभिन्न प्रभागों द्वारा पोस्टरों व माॅडलों आदि के जरिए से वानिकी शोध क्रियाकलापों को दर्शाया गया। वनस्पति प्रभाग के पादप दैहिकी शाखा द्वारा बांस की विभिन्न प्रजातियों के पौधों का बहुमात्र गुणन प्रौद्योगिकी व उसके रोपण, उपयोग आदि तकनीकी बिन्दुओं की जानकारी दर्शकों को दी गई। अकाष्ठ वन उपज प्रभाग द्वारा औषधीय पादपों के भिन्न-भिन्न बीमारियों से निदान व उनकी रोपण तकनीक आदि की वैज्ञानिक जानकारी से भी आम जनता को अवगत कराया गया। वन संवर्धन प्रभाग की केन्द्रीय पौधशाला द्वारा सजावटी व अन्य वृक्ष प्रजातियों के पौधों व बीजों के साथ ही रसायन प्रभाग द्वारा वन जैव मात्रा द्वारा प्राकृतिक रंग, खाद, अगरबत्ती, एलोवेरा जैल, हर्बल गुलाल अन्य विकसित प्रौद्योगिकियों के बारे में आम जनता को बताया गया। संस्थान निदेशक, डा. सविता ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होने सभी तकनीकियों को सरलीकरन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जिससे कि आम जनमानस इसे आसानी से समझ सके व उससे लाभ तथा जीविकोपार्जन वृद्वि हेतु इसे अपना सके।
इस प्रदर्शनी में विभिन्न स्कूलों के छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों व आम जनता तथा विदेशी सेलानियों ने इस प्रदर्शनी का भ्रमण किया। इस अवसर पर विशेष रूप से प्रातः 9.00 बजे से सांय 5.00 बजे तक संस्थान के सभी पांच संग्रहालयों को आम जनता के लिए निःशल्क खुला रखा गया।




















































