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बीजेपी ने घोषित किये 64 उम्मीदवारों के नाम; कांग्रेसी बागियों को मिला टिकट

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चुनावी गहमागहमी के बीच बीजेपी ने रविवार को उत्तराखंड विधानसभा चुनावों के लिये अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इस सूची में राज्य की 64 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। केंद्रीय चुनाव समिति ने सोमवार शाम को आखिरी मीटिंग कर इन नामों पर मुहर लगाई। गौरतलब है कि बीजेपी ने कांग्रेस के सभी बागी विधायकों को सूची में जगह दी है।

विधानसभा क्षेत्र  प्रत्याशियों के नाम

  • पुरोला         मालचंद
  • यमुनोत्री       केदार सिंह
  • गंगोत्री         गोपाल सिंह
  • बद्रीनाथ       महेंद्र भट्ट
  • थराली-       मगन लाल शाह
  • कर्णप्रयाग    सुरेंद्र सिंह नेगी
  • केदारनाथ    शैला रानी रावत
  • रुद्रप्रयाग     भरत चौधरी
  • घंसाली       शक्ति लाल शाह
  • देवप्रयाग     विनोद कंडारी
  • नरेंद्र नगर    सुबोध उनियाल
  • प्रतापनगर    विजय सिंह पंवार
  • टिहरी        धान सिंह नेगी
  • धनौल्टी      नारायण सिंह राणा
  • सहसपुर      सहदेव पुंडीर
  • रायपुर        उमेश शर्मा
  • राजपुर रोड   खजान दास
  • देहरादून कैंट   हरबंश कपूर
  • मसूरी          गणेश जोशी
  • डोईवाला      त्रिवेंद्र सिंह रावत
  • ऋषिकेश      प्रेमचंद्र अग्रवाल
  • हरिद्वार        मदन कौशिक
  • बीएचईएल रानीपुर  आदेश चौहान
  • ज्वालापुर      सुरेश राठौड़
  • भगवानपुर     सुबोध राकेश
  • झबरेरा        देशराज कर्णवाल
  • पिरंकलियार   जय भगवान सैनी
  • रुड़की         प्रदीप बत्रा
  • खानपुर        कुवंर प्रणब सिंह
  • मैंगलोर        ऋषिपाल बलियां
  • लक्सर        संजय गुप्ता
  • हरिद्वार देहात  स्वामी यतिश्वरानंद
  • यमकेश्वर     रितु खंडूरी भूषण
  • पौड़ी          मुकेश कोली
  • श्रीनगर        धान सिंह रावत
  • चौबटाखल    सतपाल महाराज
  • लैंड्सडाउन    दिलीप सिंह रावत
  • कोटद्वार       हरक सिंह रावत
  • धारचूला      विरेंद्र सिंह
  • डीडीहाट      बिशन सिंह चुफाल
  • पिथौड़ागढ़    प्रकाश पंत
  • गंगोलीहाट    मीना गंगोला
  • कपकोट      बलवंत सिंह भोरियाल
  • बागेश्वर      चंदन राम दास
  • द्वाराहाट      महेश नेगी
  • सल्ट         सुरेंद्र सिंह जीना
  • रानीखेत     अजय भट्ट
  • सोमेश्वर     रेखा आर्या
  • अल्मोड़ा     रघुनाथ सिंह चौहान
  • जागेश्वर     सुभाष पांडे
  • चंपावत-     कैलाश गहतोरी
  • लोहाघाट     पूरण फर्टियाल
  • लालकुआं     नवीन धुमका
  • नैनीताल      संजीव आर्य
  • कालाधूंगी     बंसीधर भगत
  • जसपुर      डा.शैलेंद्र मोहन सिंघल
  • काशीपुर     हरभजन सिंह छीमा
  • बाजपुर      यशपाल आर्य
  • गदरपुर      अरविंद पांडे
  • रुद्रपुर        राजकुमार ठुकराल
  • किच्छा       राजेश शुक्ला
  • सितारगंज    सौरभ बहुगुणा
  • नानकमाता    प्रेम सिंह राणा
  • खटीमा       पुष्कर सिंह धामी

इसके  अलावा चकराता, विकास नगर, धर्मपुर, रामनगर, हलद्वानी और भीमताल सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा अभी नही हुई है। इस लिस्ट में पार्टी ने कांग्रेसी बागियों का खासी तरजीह दी है जिसके चलते आने वाले दिनों में पार्टी के सामने अपने खुद के नेताओे को संभालना एक बड़ी चुनौती हो सकती है।

पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी तो मैदानी क्षेत्रों में हुई बूंदाबांदी से गिरा पारा

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जनवरी के बिल्कुल मिड में उत्तराखंड में ठंडक बिल्कुल चरम पर है। मौसम विभाग के अनुसार 15 जनवरी से एक हफ्ते तक मौसम के मिजाज मे बदलाव आना था और ऐसा ही हुआ एक बार फिर बादल और चोटियों पर हिमपात हो गया। जहां प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में सोमवार सुबह से हो रही बूंदाबांदी ने ठंडक बढ़ा दी है,वहीं बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा कुमाऊं में पहाडिय़ों पर बर्फबारी ने मौसम को ठंडा कर दिया है। मसूरी में भी हल्की बर्फबारी हुई है। औली और उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री के पास बर्फबारी हो रही है।

चमोली जिले में निचले इलाकों में हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है।खरसाली, हर्षिल समेत कई इलाके बर्फ से ढक गए हैं। वहीं देहरादून सहित कई मैदानी इलाकों में बूंदाबांदी हुई, जिसके चलते ठण्ड का प्रकोप बढ़ गया है।मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आने वाले शुक्रवार तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा।इस बूंदाबांदी से सर्दी का सितम और बढ़ने की उम्मीद है।प्रदेश में एक तरफ जहां चुनाव की गहमा गहमी है वहीं इन सबसे बेखबर आसमान अपने अलग अलग रुप दिखा रहा है।

एक बार फिर आमिर साबित हुए मिस्टर परफेक्ट

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Aamir khan speaks up on GSt and other issues

बॉक्स ऑफिस पर नया कीर्तिमान रचने के बाद ‘दंगल’ का जलवा जियो फिल्मफेयर अवार्ड्स में भी कायम है। फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक तीनों श्रेणी में पुरस्कार जीते। आलिया भट्ट ने ‘उड़ता पंजाब’ में बेहतरीन अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार अपने नाम किया। फिल्म बिरादरी के बड़े सितारों से सजा प्रतिष्ठित 62वां जियो फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की मेजबानी शाहरुख खान ने की।

नितेश तिवारी ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीतने के बाद कहा, ‘यह पुरस्कार इस बात का सबूत है कि लोगों ने हमारी फिल्म (दंगल) को कितना प्यार दिया, इसलिए मैं इस मौके पर भारत और विदेश में इस फिल्म को पसंद करने और इसको समर्थन देने वाले लोगों को धन्यवाद देता हूं। यह मेरे लिए सब कुछ है।’

अपनी मां सोनी राजदान और बहन शाहीन भट्ट के साथ समारोह में शामिल हुई आलिया को श्रीदेवी और बोनी कपूर के हाथों सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। इस मौके पर आलिया ने कहा, ‘यह (उड़ता पंजाब) मेरे दिल के करीब है। मुझे पटकथा भेजने के लिए शाहिद आपको धन्यवाद। आज का दिन मेरे लिए खास है। श्रीदेवी आपके हाथों पुरस्कार लेना मेरे लिए सम्मान की बात है और उन्होने कहा कि मेरे बहन का यहां होना मेरी खुशी को और बढ़ाता है।

 

मोदी गांधी का स्थान लेने को हैं बेचैन: राहुल गांधी 

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राहुल गांधी ,ऋषिकेश
 चुनाव से पहले कांग्रेस में जोश फूंकने के इरादे से तीर्थनगरी ऋषिकेश पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का जोरदार स्वागत किया गया। ऋषिकेश के डीएसबी स्कूल में चल रही विजय संकल्प सम्मेलन के दौरान ‘जय बदरी-जय केदार, कांग्रेस पार्टी की फिर सरकार’ नारा भी दिया गया।
राहुल गांधी की इस जनसभा में पांच हज़ार तक लोग पहुंचे हैं। मंच पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आए और बीजेपी को आड़े हाथों लिया। केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर प्रहार करते हुए राहुल ने अपने तरकश से एक के बाद एक तीर बीजेपी पर छोड़े।
क्या बोले राहुल गांधी
  • आजादी के बाद 52 साल तक नागपुर के आरएसएस हेडक्वार्टर में तिरंगा नहीं था। वो भगवा झंडे को सलाम करते थे, तिरंगे को नहीं।
  • कांग्रेस पार्टी ने RBI को मजबूत किया ताकि कोई ऐसी संस्था रहे जो सरकार के दबाव में नहीं हो क्योंकि यह आर्थिक निर्णय लेता है।
  • जिसने सीने पर तीन गोली खायी इस तिरंगे के लिए उनकी फोटो मोदीजी ने हटा दी।
  • चरखा गरीब का खून पैसा है। एक तरफ मोदीजी चरखे के साथ फोटो लेते हैं लेकिन दिनभर 50 उद्योगपतियों के लिए काम करते हैं।
  • आजकल सब कुछ मोदी जी ही करते हैं। अगली बार रामलीला होगी तो वहां भगवान राम नहीं दिखाई देंगे, बल्कि राम मोदीजी का मास्क पहनकर रामलीला करेंगे।
  • मेरा पॉकेट/कुर्ता फटा हो तो मुझे फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मोदीजी का कपड़ा कभी नहीं फटा होगा और वो गरीब की राजनीति करते हैं।
  • पूरे देश को डरा रखा है। कहते हैं पेटीएम नहीं है तो बाहर निकलो यहां से।
  • जिस तरह से एक मिनट में नोटबंदी का फैसला लिया मोदीजी, उसी तरह वन रैंक-वन पेंशन का फैसला भी लें।
गौरतलब है कि इससे पहले भी साल 2012 के चुनाव से पहले राहुल गांधी ऋषिकेश में ही कार्यकर्ताओ को संबोधित कर चुके हैं। वहीं आज हुए इस कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी, सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के साथ संजय कपूर मौजूद रहे।
सम्मेलन स्थल में बूथ कमेटियों, ब्लॉक और जिला स्तर की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों और हजारों अन्य दिग्गज नेताओं का जमावड़ा रहा।

यशपाल आर्या ने छोड़ा हाथ का साथ पहुंचे कमल की छाया में

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चुनावी माहौल में उत्तराखंड कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। राज्य के कैबिनेट मंत्री औऱ बाजपुर से पार्टी के वरिष्ठ विधायक औऱ नेता यशपाल आर्या आज कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गये। दिल्ली मे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में उन्हें पार्टी में ज्वाइनिंग कराई गई।इस मौके पर बोलते हुए आर्या ने भावुक होते हुए कहा कि “जिंदगी के 40 साल मैने कांग्रेस को दे दिये और अब भारी मन से पार्टी को छोड़ कर बीजेपी नेतृत्व के साथ काम करने को आ गया हूं”। उन्होने कहा कि “आज मेरे मन में पीड़ा है परिवार छोड़ने का दर्द है पर कांग्रेस में सब कुछ बदल रहा है। पार्टी में वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा हो रही है।”  गौरतलब है कि कांग्रेस में काफी समय से टिकटों के बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। यशपाल आर्या भी अपने और अपने बेटे दोनों के लिये टिकट की मांग पर अड़े हुए थे। लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और आलाकमान एक परिवार एक टिकट पर जोर दे रहा था। इसके चलते यशपाल आर्या के बेटे के लिये टिकट खटाई में पड़ता दिख रहा था। आर्या के बीजेपी में आने के बाद कांग्रेस के और नेताओं के भी पाला बदलकर बीजेपी का दामन थामने की खबरें आ रही हैं।

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यशपाल आर्या राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शामिल थे। वो पार्टी अध्यक्ष रहने के साथ साथ सरकार में वरिष्ठ मंत्री भी थे। कुमाऊं के तराई क्षेत्र  उधमसिंह नगर आधि में उनका अच्छा दबदबा है। हालाकि कांग्रेस फिलहाल इसे आर्या पर अवसरवादी और दबाव की राजनीति करना का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि जनता कांग्रेस के साथ है और चुनावों में इसका जवाब आर्या को मिलेगा।सोमवार को एक तरफ जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ऋषिकेश में कार्यकर्ताओं के बीच कार्यक्रम कर रहे थे उसी समय दिल्ली में बीजेपी ने ये झटका देकर ये बात तो तय कर दी है कि ऐन चुनाव के समय आर्या के इस कदम का राज्य में कांग्रेस के राजनीतिक समीकरणों पर असर ज़रूर पड़ेगा।

 

उत्तराखंड कयाकिंग और कैनोइंग टीम ने हैट्रिक के साथ चैंपियनशिप की अपने नाम

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कयाकिंग और कैनोइंग चैंपियनशिप के विजेता

इंदौर में 9 से 13 जनवरी तक चले पांच दिवसीय 27वें राष्ट्रीय कयाकिंग और कैनोइंग चैंपियनशिप में उत्तराखंड टीम ने एक बार फिर अपनी जीत दर्ज कर ली है। उत्तराखंड नें लगातार तीसरी बार इस चैंपियनशिप को अपने नाम किया है और इसके साथ राज्य की टीमों ने अपना हैट्रिक बना लिया है।

पुरुषों / महिलाओं / जूनियर पुरुष / सब जूनियर लड़के / मास्टर / पेरा केनोइ कैटेगरी में उत्तराखंड की टीम ने धमाकेदार प्रदर्शन से कुल 39 मैडल अपनी झोली में डाले।

अलग अलग कैटेगरी के मैडल इस प्रकार हैः

  • गोल्ड- 14
  • सिल्वर-15
  • ब्राउंज-10

कायाकिंग और कैनोइंग प्रेसिडेंट डा.अलंकनन्दा अशोक ने कहा कि “यह बहुत ही हर्ष का विषय है, कि पिछले तीन साल से उत्तराखण्ड कयाकिंग और कैनोइंग टीम लगातार ओवरआल चैम्पियनशिप जीत रही है।उन्होंने कहा कि अगर हमारी टीमों का प्रदर्शन आगे भी इतना अच्छा रहा और मुझे उम्मीद है कि रहेगा तो आने वाले राष्ट्रीय कॉमनवेल्थ खेलों में भी उत्तराखंड की तरफ से वाटर र्स्पोट्स में मेडल पक्का है।उन्होंने कहा कि इतने सारे मैडल्स के साथ उत्तराखंड ओवर आल विनर है जो प्रदेश के लिए गर्व की बात है।उन्होंने सभी खिलाड़ियो को उनकी जीत पर बधाईयां दी।”

ऋषिकेश पहुंचे राहुल गांधी,कार्यकर्ताओं को करेंगें संबोधित

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रस्तावित ऋषिकेश दौरे को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। कांग्रेस प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने बताया कि 16 जनवरी को राहुल गांधी ऋषिकेश के डीएसबी इंटरनेशनल कालेज परिसर में कांग्रेस पार्टी के बूथ, बाजार एवं ग्राम कांग्रेस अध्यक्षों से मिलेंगे। इस मीटिंग में सभी सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, प्रदेश पदाधिकारी, जिला व शहर अध्यक्ष, अनुषांगिक संगठनों, विभागों व प्रकोष्ठों के अध्यक्षगणों के साथ ही ब्लाक, नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तथा जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नगर पालिका, नगर पंचायत के अध्यक्षगणेां को भी आमंत्रित किया गया है।

विधानसभा चुनावों को लेकर टिकटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस में खासा बवाल मचा हुआ है।पार्टी औऱ नेता आॅल इस वेल की बात तो कह रहे हैं लेकिन सब कुछ ठीक हो ऐसा दिखता नही। हाल ही में सार्वजनिक मंचों पर भी कांग्रेस राज्य आलाकमान को लोकल नेताओं के वद्रोह का सामना करना पड़ चुका है। ऐसे में पार्टी के नेताओं को यही उम्मीद रहेगी कि राहुल गांधी का दौरा बिना किसी परेशानी के गुज़र जाये।

राहुल गांघी के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किये गये हैं। पुलिस मुख्यालय से लेकर सभा स्थल तक सब जगह पुलिस के आला अधिकारी तैयारियों का जायज़ा ले रहे हैं।

 

उत्तराखंड के राज्यपाल की मौजूदगी में 28वें सड़क सुरक्षा सप्ताह का समापन

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रविवार को 28वें सड़क सुरक्षा सप्ताह का समापन हुआ। इस अवसर पर सर्वे आफ इंडिया आडिटोरियम,हाथीबड़कला में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में उत्तराखंड के राज्यपाल डा.के.के पाल कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड एम गणपति  तथा देहरादून एसएसपी स्वीटी अग्रवाल के साथ पुलिस आफिस के अन्य वरिष्ठ कार्मिक मौजूद रहे।कार्यक्रम में एमडीडीए और पीडब्लूडी के कर्मचारी भी मौजूद रहे। एसएसपी देहरादून ने पिछले एक सप्ताह में हुए कार्यक्रमों की जानकारीदेते हुए बताया कि

  • पिछले एक हफ्ते में हम लगभग 10,000 लोगों तक पहुचें और उन्हें सड़क सुरक्षा के लिए शपथ भी दिलवाई।
  • शहर के सभी स्कूलों और कालेजों ने जोश के साथ भाग लिया और इसके माध्यम से हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों को सड़क सुरक्षा के लिए जागरुक भी किया।
  • शहर में 30 स्मार्ट पोल लगाए गए हैं जिनमें सीसीटीवी और वेदर सेंसिंग के लिए उपकरण लगे होंगे जिससे सड़क सुरक्षा में मदद मिलेगी।
  • इसके साथ ही पीडब्लूडी के एक्जिक्यूटिव ईंजिनियर ने पीडब्लूडी द्वारा चलाए जा रहे सड़क सुधार कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम में मौजूद उत्तराखंड राज्यपाल डां.के.के पाल नें सड़क सुरक्षा सप्ताह में आयोजित पेंटिंग कम्पटिशन,निबंध लेखन,साइकिलिंग के विजताओं को सम्मानित किया। राज्यपाल ने उत्तराखंड पुलिस के इस प्रयास की सराहना करते हुए देहरादून पुलिस के लोगों तक पहुचनें के इस माध्यम को बहुत ही सीधा और मजबूत बताया। उन्होंने कहा कि अगर पूरे देश में हर कोई इस तरह की जागरुकता फैलाए तो देश में सड़क दुर्घटनाओं में गिरावट आएगी।उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी के लिहाज से भारत का रिकार्ड बहुत अच्छा नहीं रहा है और हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम इसमें कुछ सुधार कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा कही ना कहीं हुय्मन राईट से जुड़ा हुआ है और इससे बहुत कम लोग जागरुक है,हमारा फर्ज है कि हम अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहें।

उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं का विश्लेषण करना चाहिए जिससे दुर्घटना का मुख्य कारण पता चले सके और उसको रोकने का काम ठीक ढंग से हो सके।

चुनाव आयोग ने जारी किये सोशल मीडिया पर प्रचार के दिशानिर्देश

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उत्तराखंड में विधान सभा चुनावों को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं। इनके अनुसार:

  • किसी भी प्रत्याशी या राजनैतिक दल को जिला स्तरीय/राज्य स्तरीय एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एण्ड कन्टेंट माॅनिटरिंग कमेटी) कमेटियों को अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स की सम्पूर्ण सूचना देनी होगी।
  • प्रत्याशियों एवं राजनैतिक दलों को यह भी बताना होगा की इन अकाउंट्स को चलाने में क्या खर्च आ रहा है जिसमें इंटरनेट और क्रीएटिव टीम को किया जाने वाला भुगतान भी शामिल है। 
  • किसी भी पेज या अकाउंट को स्पाॅन्सर करते समय उस पर आ रहे खर्च की सूचना तथा भुगतान की प्रक्रिया का विवरण एमसीएमसी कमेटी को नियमित रूप से देना होगा। 
  • यदि किसी पोस्ट/विडीओ/ऐनिमेशन/ग्राफिक प्लेट को विज्ञापन के रूप में जारी किया जाना है तो इसका पूर्व प्रमाणीकरण  प्री सर्टिफिकेशन एमसीएमसी से अनिवार्य होगा। सामान्य गैर विज्ञापन पोस्टों का आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के अंतर्गत माना जाता रहेगा। यदि कोई पोस्ट/विडीओ आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन करती पायी जाती है तो उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
  • वेबसाइट पर किसी भी प्रकार के विज्ञापन की सूचना और प्रमाणीकरण एमसीएमसी से आवश्यक होगा। 
  • फेसबुक औऱ ट्वीटर पर पर लाइव के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है परंतु लाइव किए जा रहे विडीओ के कंटेंट में आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन नहीं होना चाहिए। लाइव के दौरान रिका्ॅर्डेड विडियो को भी बाद में प्रचार के लिए एमसीएमसी द्वारा बिना पूर्व प्रमाणीकरण के विज्ञापन के रूप में नहीं चलाया जा सकता है।
  • जिन सोशल मीडिया गतिविधियों में एमसीएमसी द्वारा पूर्व प्रमाणीकरण की बाध्यता नहीं है उनके कन्टेंट भी कमेटियों द्वारा माॅनिटर किए जाएॅंगे और यदि आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन करती हुई कोई सामग्री मिलेगी तो उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। 
  • सभी पोस्टों मे आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का पूरा पालन आवश्यक होगा। 
  • जिला निवार्चन अधिकारियों/ रिटर्निंग आॅफिसर के स्तर से भी राजनैतिक दलों/प्रत्याशियों/राजनेताओं को सोशल मीडिया सम्बन्धी प्रावधानों से अवगत कराते हुए उन्हें समुचित रूप से सूचित भी किया जाय कि वे अपने अकाउंट्स की सम्पूर्ण सूचना एमसीएमसी कमेटियों को उपलब्ध करायें    

गौरतलब है कि पिछले दिनों ही सोसल मीडिया पर प्रचार के मामले में राज्य चुनाव आयोग ने कांग्रेस और बीजेपी दोनो के ही नेताओं को कारण बताओं नोटिस जारी किये थे।

कई मामलो में कुछ हटकर अलग होगा इस बार का उत्तराखंड चुनाव

ब्राह्मणराजपूत  के बाद अब मुस्लिमएससी  बने उत्तराखंड के एक्स फैक्टर

चुनाव आयोग ने जैसे ही चुनावो की घोषणा की उत्तराखंड में राजनैतिक पार्टियां अपना अंकगणित ठीक करने में लग गई हैं। कांग्रेस ने अपना गणित प्रशांत किशोर के हवाले कर दिया है , तो वही बीजेपी ने भी एक भारी भरकम वॉर रूम तैयार कर लिया हैं ।दरअसल दोनों पार्टियों के लिए उत्तराखंड का गणित अब कुछ अलग करवट लेता दिख  रहा हैं । पहले लड़ाई अगर कुमाऊं बनाम गढ़वाल, राजपूत  बनाम ब्राह्मण थी , जो अब बदलकर मुस्लिमएससी के बीच फंस कर रह गई हैं। जिस पार्टी को इन दोनों का समर्थन मिलेगा राज्य की सरकार लगभग यही से बनना तय हैं क्योंकि ये जिले ही लगभग उत्तराखंड को आधी सीटें देते हैं।

एक अनुमान के मुताबित उत्तराखंड के ७० सीट में से लगभग २० से २२ सीटें ऐशी हैं जिनमे मुस्लिम मतदातों की संख्या १५ % से ५०% के बीच हैं . इनमें हरिद्धार, देहरादून, नैनीताल , उधमसिंह नगर, एक सीट पौड़ी गढ़वाल की कोटद्वार भी हैं जिसमें मुस्लिमो की खासी तादाद हैं . इसके अलावा उपरोक्त जिल्लो में अनुसूचित जाति की जनसँख्या भी अच्छी खासी हैं , उत्तराखंड में इनकी संख्या  लगभग १७१८% फीसदी हैं जो अब तक बसपा का वोटर रहा हैं।

इसके अलावा  अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति की सीटो पर भी बीजेपीकांग्रेस और बीएसपी  की नजर रहेगी। बसपा को इन वोटो का शायद इस बार सीधा फ़ायदा ना भी मिले फिर भी वह इस वोट बैंक की दौड़  मैं सबसे आगे दिखती हैं ,  बीजेपी ने इस बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में युवा अजय टमटा को शामिल करके पिछड़ी जातियों में यह सन्देश दिया हैं की बीजेपी उनके साथ हैं। यह तरकीब कहा तक काम आएगी यह तो चुनाव रिजल्ट ही तय करेंगे।

इस बार का चुनाव इस लिए भी अहम् हैं कि पिछले १६ सालो का अनुभव जनता को मिल चुका हैं , २०१७ का  चुनाव बीजेपी कांग्रेस के लिए शायद अंतिम चुनाव होगा जो यह तय करेगा देश की इन बड़ी पार्टियों ने उत्तराखंड को राज्य बनने के बाद किस प्रकार से ठगा , और यही सोच शायद राज्य में बिखरी क्षेत्रीय पार्टियों को एक करने में सफल हो। क्योंकि राष्ट्रीय पार्टियों की सोच राष्ट्रीय ही होती हैं। वे क्षेत्रीय मुद्दों को या तो समझना ही नहीं चाहती हैं या जानबूझ कर जनता को अपने बडे नेताओं के झांसे  में फसाकर वोट बटोरना चाहते हैं। दोने पार्टियों में दागीबागी भी सरदर्द बने हुए हैं , ऐसे में प्रत्याशियों का चुनाव भी बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा हैं ।

उत्तराखंड में इस बार में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। कांग्रेस जहां सीएम हरीश रावत पर दाव लगा रहीं हैं वहीं बीजेपी मुख्यमंत्री के रूप में किसी कॊ भी पेश नहीं करना चाहती। बड़ी पार्टी हैं सामूहिक नेतृत्व की बात की जा रहीं हैं , पार्टी मोदी की नाम पर वोट मांगेगी। दरअसल बीजेपी को चार चार पूर्व मुख्यमंत्रियों से जूझना पड रहा हैं। किसी एक पर दाव लगाने का मतलब विद्रोह। लिहाजा बीजेपी अपने चुनावी कैंपेन में हरीश रावत के खिलाफ मोदी सरकार द्धारा उत्तराखंड को दिए गए तोहफों को भुनाने की  कोशिश कर रहीं हैं  जिसमें 12,000 करोड़ रुपये ऑल वेदर रोड और 17,000 करोड़ रुपये  ऋषिकेशकर्णप्रयाग रेलवे के लिए दिए गए हैं ।

ठगी तो जाएगी जनता, जिसके लिए दोनों पार्टियों का विज़न अभी भी साफ़ नहीं हैं। जल जंगल जवानी , पर्यावरण, पानी,से कब मुक्ति मिलेगी ये कोई पार्टी नहीं जानती , और ही इनके पास पिछले सोलह सालों मैं इससे जूझने की कोई तस्वीर दीखी।