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हादसे के बाद मंगलवार से फिर पटरी पर दौड़ेगी उत्कल एक्सप्रेस

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उत्तर प्रदेश के खतौली में शनिवार को भीषड हादसे का शिकार होने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस मंगलवार से एक बार फिर से पटरी पर दौड़ना शुरू करेगी। 
पूर्व तट रेलवे (ईसीओआर) ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि रेलगाडी संख्या 18477/18478 पुरी-हरिद्वार-पुरी कलिंग उत्कल एक्सप्रेस मंगलवार को पुरी से हरिद्वार के लिए रवाना होगी। वहीं इसकी वापसी सेवा 25 अगस्त को हरिद्वार से पुरी के लिए चलेगी।
रेलवे ने बताया कि 19 अगस्त को मुजफ्फरनगर के खतौली में उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के कारण इस ट्रेन की पुरी और हरिद्वार से एक-एक सेवा को रद्द करने का निर्णय लिया गया था।
रेलवे ने यह फैसला उत्कल-कलिंग एक्सप्रेस के खतौली में बेपटरी होने के कारण बाधित हुए मेरठ-मुजफ्फरनगर-सहारनपुर रेल खंड पर लगभग 31 घंटे बाद रेल यातायात बहाल होने के बाद उठाया है। सोमवार को तडके 1:21 बजे खतौली से पहली यात्री रेलगाड़ी संख्या 54542 अंबाला-मेरठ सिटी पैसेंजर ट्रेन दौडाई। इस रेलमार्ग पर यात्रीगाडी से पहले मध्यरात्रि में 00:48 बजे मालगाडी चलाई गई।
उल्लेखनीय है कि रेलगाड़ी संख्या 18477 पुरी-हरिद्वार उत्कल-कलिंग एक्सप्रेस के शनिवार को खतौली में दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण मेरठ-मुजफ्फरनगर- सहारनपुर रेल खंड पर रेल यातायात प्रभावित हो गया था। रेलवे ने क्षतिग्रस्त बोगियों को क्रेनों की मदद से हटाने और 200 मीटर के बुरी तरह टूट चुके ट्रेक को दुरुस्त करने के काम को युद्धस्तर पर अंजाम दिया।
इसके चलते रविवार शाम को साढे सात बजे तक यह ट्रेक रेल परिचालन के ट्रायल के लिए तैयार हो गया। इस के बाद ट्रैक पर 10-12 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से मालगाड़ी दौड़ाई गई। इसके बाद 11:30 बजे सक्षम प्राधिकारी ने खतौली-मंसूरपुर ट्रैक को मालगाडी चलाने के लिए फिट घोषित कर दिया। मध्यरात्रि 12.48 बजे मालगाड़ी से इस ट्रैक पर ट्रायल लिया गया।

‘केदारनाथ’ का पहला मोशन पोस्टर हुआ जारी

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एकता कपूर की प्रोडक्शन कंपनी बालाजी में बनने जा रही फिल्म ‘केदारनाथ’ का पहला मोशन पोस्टर सोमवार को सोशल मीडिया पर जारी किया गया। इस फिल्म से सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान का बालीवुड में लांच होने जा रहा है। उनके हीरो सुशांत सिंह राजपूत होंगे। फिल्म की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।

फिल्म का निर्देशन अभिषेक कपूर कर रहे हैं, जो रिश्ते में एकता कपूर के कजिन ब्रदर लगते हैं और इससे पहले काय पोचे और फितूर जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। अभिषेक ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में सारा के साथ सुशांत के कुछ फोटो जारी करते हुए बताया कि दोनों फिल्म की पटकथा की रीडिंग में व्यस्त हैं।


सितंबर से इस फिल्म की शूटिंग शुरू होगी और अगले साल मार्च या अप्रैल में इसे रिलीज किया जाएगा। फिल्म के मोशन पिक्चर में सिर्फ फिल्म का टाइटल ही नजर आ रहा है। सारा अली खान को पहले करण जौहर की कंपनी में बनने वाली फिल्म स्टूडेंट्स आफ द ईयर के सीक्वल में लांच किया जाना था, लेकिन सारा की मां अमृता सिंह के साथ सारा की ड्रेसेज और किसिंग सीन को लेकर हुए मतभेदों के बाद सारा को इस फिल्म से अलग कर दिया गया। उनकी जगह करण जौहर की कंपनी की फिल्म में चंकी पांडे की बेटी अनन्या को कास्ट किया गया है। 

रेस्टोरेंट में घुसा गुलदार, वन विभाग ने पकड़ा

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अल्मोड़ा जिले में कोसी नदी के पास स्थित एक रेस्टोरमेंट में गुलदार घुस आया। इससे रेस्टोरेंट में बैठे लोगों में हंड़कंप मच गया। लोगों ने शोर मचाया तो गुलदार रेस्टोरेंट संचालक के बाथरुम में जा घुसा। सोमवार को रेस्टोरेंट और फिर संचालक के घर में घुसे गुलदार ने जमकर आतंक मचाया।

गुलदार ने घर में बंधे कुत्ते को निवाला बनाने की कोशिश की। इसके बाद गुलदार मकान के बाथरूम में घुस गया। परिवार के लोगो ने हिम्मत दिखाते हुए गुलदार को बाथरुम में बन्द कर दिया। इस बीच सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर जा पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद गुलदार को कब्जे में किया। वन रेंजर संचिता वर्मा ने बताया कि गुलदार की उम्र करीब तीन साल है, उसे पकड़कर जंगल में छोड़ दिया गया है।

जवाब दे गया धेेैर्य, सड़कों पर उतरे

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सातवें वेतन आयोग आदि लंबित मुद्दों की कोई सुनवाई न हुई तो ग्रामीण डाक सेवकों का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने जुलूस निकाल प्रधान कार्यालय में प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ गुबार निकाला। इधर लगातार छठे दिन बेमियादी हड़ताल का असर अब दिखने लगा है। स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री व बचत खातों का काम ठप हो गया है।अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के बैनर तले सोमवार को हड़ताली कर्मचारी सड़क पर उतर आए। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी के बीच माल रोड पर जुलूस निकाला। प्रधान डाकघर कार्यालय पहुंच प्रदर्शन के बाद सभा की गई। शाखा अध्यक्ष नंदन सिंह नेगी ने कहा कि डाक सेवकों को केंद्रीय कर्मी होने के बावजूद सातवें वेतन व अन्य सुविधाओं से वंचित रख उत्पीड़न किया जा रहा है। दो टूक चेतावनी दी कि जब तक लंबित मुद्दों का समाधान नहीं हो जाता हड़ताल खत्म नहीं की जाएगी।

राखी सावंत को पंजाब की अदालत में पेश होने का आदेश

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पंजाब के लुधियाना की जिला अदालत की ओर से अभिनेत्री राखी सावंत को 25 अगस्त तक सत्र अदालत में पेश होने के आदेश दिए गए हैं। ये आदेश उस सम्मन के बाद दिए गए, जिसमें राखी को सात अगस्त को अदालत में पेशी के लिए हाजिर होने को कहा गया था, लेकिन राखी सावंत के वकीलों ने दलील दी थी कि अमेरिका में होने की वजह से वे अदालत में हाजिर नहीं हो पाएंगी।

जिला अदालत ने साफ शब्दों में कहा है कि इस बार अगर राखी सावंत की पेशी में किसी भी तरह की परेशानी हुई, तो जिला अदालत उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी करने में संकोच नहीं करेगी। लुधियाना की स्थानीय अदालत में राखी के खिलाफ वाल्मिकी समाज के लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का मामला चल रहा है।

राखी ने एक टीवी शो के दौरान इस समाज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। बाद में राखी ने अपनी टिप्पणी वापस लेते हुए इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी और अदालत से केस खत्म करने की गुहार लगाई, लेकिन अदालत ने इससे मना कर दिया और कहा कि जब तक वाल्मिकी समाज उनकी माफी को स्वीकार नहीं करता, तब तक केस को खत्म नहीं किया जा सकता। 

अल्मोड़ा में आठ दिवसीय मां नंदा देवी महोत्सव

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मां नंदा पार्वती को उनकी ससुराल कैलाश पर्वत से मायके में बुलाने लिए की जाने वाली पूजा (आठु) से छानी लवेशाल गांव भक्तिमय है। छानी लवेशाल के ग्रामवासी,1711 (करीब 300 वर्ष) से आठु पूजा की परंपरा को जिंदा रखे हैं। आठ दिन चलने वाली इस पूजा में दूरदराज से लोग शामिल होते हैं।

छानी लवेशाल गांव में चल रहा यह आठ दिवसीय देवी महोत्सव 25 अगस्त तक चलेगा। 26 अगस्त आठ पहर की पूजा के बाद मां नंदा की विदाई होगी। पूजा में झोड़े-जागर गीतों के माध्यम से मां तो बुलाया जाता है। इनके साथ गोलू देव, छुरमुल देव, लाटू देव और दाणु देव भी अवतरित होंगे। मां मुंह में कटार दबाए रौद्र रूप के साथ भक्तों को आशीर्वाद देंगी।
इस पूजा के दौरान हरिजन बंधू जागर गा कर मां का आह्रवान करते हैं। पूजा के अंतिम दिन बड़े मेले ता आयोजन किया जाएगा। 91 वर्षीय दीवान सिंह दोसाद आज भी दाणु देवता के रुप में अवतरित होते हैं। वे बताते हैं कि मां की पूजा से पूरे क्षेत्र की बुरी आत्माएं वर्ष भर शांत रहेंगी और क्षेत्र में कोई विपत्ति नहीं आएगी। 

सोशल मीडिया के माध्यम से महिला को मिली पेंशन

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बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद ना केवल खुद सीएम बल्कि लगभग सभी मंत्री व विधायक सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं।अपने हर कार्यक्रम व हर बात की जानकारी वह लोगों के सामने रखते हैं।सोशल मीडिया ने ना केवल लोगों के बीच बातचीत का दायरा कम कर दिया है साथ ही लोगों के लिए यह बहुक फायदेमंद साबित हो रहा है।सोशल मीडिया आम लोगों से संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं के निस्तारण में कितनी अहम भूमिका निभा सकता है इस बात पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार जोर देते रहते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री स्वयं तो सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते ही हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने को कहा है।

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कुछ ऐसा ही देखने को मिला कि अल्मोड़ा के चैखुटिया की रहने वाली अंबुली देवी को पिछले 6 महीन से समाज कल्याण विभाग द्वारा देय विधवा पेंशन नहीं मिली थी। ऐसे में नम्रता कांडपाल नाम की महिला ने ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को शिकायत लिखी। मुख्यमंत्री ने शिकायत को ट्विटर पर ही अल्मोड़ा की जिलाधिकारी को फॉरवर्ड करते हुए कार्रवाई के आदेश दिए। जिस पर डीएम ने तुरन्त संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। डीएम ने ट्विटर पर ही शिकायतकर्ता से श्रीमती अंबुली देवी के विवरण उपलब्ध कराने को कहा जिस पर आगे की कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने अगले ही दिन उनकी पेंशन का चेक जारी किया।

जिलाधिकारी, अल्मोडा ने मुख्यमंत्री रावत और शिकायतकर्ता को ट्विटर पर टैग करते हुए चेक की फोटो एवं विधवा पेंशन की धनराशि जारी किये जाने का आदेश पोस्ट किये। त्रिवेंद्र ने सभी जिलाधिकारियों से सोशल मीडिया पर सक्रिय रहकर इसी प्रकार जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण की अपेक्षा की है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि जिन जनपदों में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षकों द्वारा सोशल मीडिया का उपयोग प्रारम्भ नही किया गया है वे तत्काल इसका उपयोग जन समस्याओं के निस्तारण और महत्वपूर्ण सूचनाओं के प्रसार हेतु करें।

 

पुलिस का कारनामा बिना जांचे ही कर दिया सीज

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अवैध खनन और ओवर लोर्ड वाहनों पर अंकुश लगाये जाने को लेकर पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान पर अब सवालिया निशान लगने लगे हैं।यहां पुलिस का अनोखा कारनामा देखने को मिला.. पुलिस ने बिना जांच के ही वाहन सीज तो कर दिया  लेकिन सीज करते हुए वाहन में जो सामग्री दिखाई गयी है दरअसल वो है ही नहीं।वाहन में ओवर लोर्ड रेता होना बताया जा रहा है जबकि वाहन में आर.बी.एम रखा हुआ था।जब वाहन चालक द्वारा पुरे कागज दिखाये गये तो पुलिस द्वारा वाहन चालक के साथ बदसकुली तक की गयी। जिसके बाद पुलिस ने आधा दर्जन मुकदमें वाहन चालक पर लागाकर जबरन उसे फंसाने का प्रयास करना शुरु कर दिया।इसकी सूचना जब वाहन स्वामी को मिली तो उनके द्वारा उच्च अधिकारियों से सूर्या चोकी इन्चार्ज के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गयी।वहीं अब मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद जांच की जा रही है,जबकि अधिकारी अपने मातहतों को बचाने की जुगत में लगे हुए है।

ऋतिक रोशन के साथ फिर से कटरीना कैफ की जोड़ी

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बिहार में युवाओं के लिए शिक्षा का प्रबंध करने वाले मशहूर आनंद कुमार की जिंदगी पर बनने वाली फिल्म में रितिक रोशन के साथ कैटरीना कैफ की जोड़ी बन सकती है। इस बात का संकेत फिल्म की निर्माण टीम की ओर से मिले हैं।

इस फिल्म की योजना को लेकर कैटरीना कैफ के साथ संपर्क हुआ है और वहां से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। कैटरीना कैफ इन दिनों आबू धाबी में सलमान खान के साथ यशराज की फिल्म टाइगर जिंदा है की शूटिंग के अंतिम शेड्यूल में हिस्सा ले रही हैं। इस शेड्यूल के समाप्त होने के बाद मुंबई लौटकर कैटरीना कैफ की मुलाकात विकास बहल के साथ हो सकती है, जो आनंद कुमार पर बनने वाली फिल्म के निर्देशक हैं।

माना जा रहा है कि अगर कटरीना कैफ के साथ बात नहीं जमी, तो दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के साथ भी बात की जाएगी, लेकिन कटरीना कैफ को पहली पसंद माना जा रहा है। कटरीना के साथ रितिक रोशन ने अब तक फरहान अख्तर की कंपनी की फिल्म जिंदगी न मिलेगी दोबारा और बैंग-बैंग में काम किया है।

कटरीना इन दिनों यशराज की फिल्म ठग आफ हिंदोस्तां और शाहरुख खान के साथ बन रही आनंद एल राय की फिल्म में व्यस्त रहेंगी। रितिक रोशन भी अक्तूबर से अपने पापा राकेश रोशन के साथ कृष-04 की योजना पर काम शुरू कर रहे हैं और वे अगले पूरे साल इस फिल्म में बिजी रहेंगे। इसलिए माना जा रहा है कि आनंद कुमार वाली फिल्म 2019 में ही शुरू हो सकेगी। 

रास्ते पर पड़ी खंडित मूर्तियों को सहेज कर शिवेंद्र करते है उसका संस्कार

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हिंदु संस्कृति की एक पहचान तो होती है, घर में एक मंदिर, जिसमें लगभग सभी भगवानों की एक या एक से ज्यादा मूर्तियां होती ही है, लेकिन एक बार जब यह मूर्तियां खंडित हो जाती है तो आप उसका क्या करते हैं?

जवाब आसान है! किसी पीपल के पेड़ के नीचे या किसी छोटे मंदिर के पास बने चबूतरे पर या किसी नुक्कड़ पर यह खंडित मूर्तियां रख दी जाती हैं।इन मूर्तियां का बाद में क्या होता है किसी को परवाह नहीं क्योंकि अपने हिसाब से आपने उन मूर्तियों को सही जगह रख दिया है। लेकिन हम में से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन खंडित मूर्तियों, पुराने कैलेंडर और भगवान से जुड़ी चीजों को इकट्ठा करते हैं और उसका पूरे रिति रिवाज के साथ संस्कार करते हैं।

जी हां, देहरादून शहर के शिवेंद्र सिंह एक ऑटो चालक हैं और पिछले 3 महीने से सड़क के किनारे मिले खंडित मूर्तियों को इकट्ठा कर रहें हैं। शिवेंद्र से न्यूज़पोस्ट की हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि, “हमेश से यह बात परेशान करती थी कि लोग खंडित मूर्तियों को कहीं भी क्यों छोड़ देते हैं?” इसके विषय में उन्होंने दून के मेयर विनोद चमोली से मुलाकात भी की। शिवेंद्र ने अपनी पहल के बारे में मेयर को बताया और मेयर ने उन्हें दो-तीन आदमी उपलब्ध कराएं जिन्होंने इस काम में उनकी मदद की। शिवेंद्र बताते हैं कि, “टपकेशवर से लेकर चंद्रमणि तक एक ट्राली से भी ज्यादा खंडित मूर्तियां इकट्ठी की, इसके अलावा नगर निगम से मिले एक कमरे में वह इन सारी मूर्तियों को रखते हैं। इन मूर्तियों में सभी भगवान जैसे कि साई बाबा, शिव जी,मां दुर्गा और भी बहुत सारी मूर्तियां मौजूद होती है।” पिछले तीन महीने से इकट्ठी की हुई इन मुर्तियों को सोमवार को संस्कार कर दिया गया।जिसके लिए शांतिकुंज के पुरोहित सेमवाल जी,डा.ततोदशी,शर्मा जी(नगर निगम अधिशासी अभियन्ता), ए.के चौधरी आदि लोग मौजूद थे।

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शिवेंद्र कहते हैं कि, “इस आयोजन पर हमने काफी लोगों को बुलाया था लेकिन दुख इस बात का है कि लोग इसके बारे में सोचना ही नहीं चाहते।” शिवेंद्र की इस पहल के लिए प्रेरणा बनी उनका माँ जिनके देहांत को लगभग एक साल हो चुका है। शिवेंद्र कहते हैं कि जब तक मेरी मां जीवित थी मेरा द्यान इन चीजों पर कम जाता था लेकिन समय के साथ मैं इनसे जुड़ता चला गया।

शिवेंद्र कहते हैं कि कहने को हिंदु धर्म में सबसे ज्यादा भगवान है लेकिन इसके प्रति लोगों की जागरुकता शून्य है। भगवान की मूर्तियों को सालों तक घर में पूजने के बाद एकाएक उसको उठाकर गली नुक्कड़ पर रखना कोई भक्ति नहीं है। शिवेंद्र कहते हैं कि, “इस संबंध में बनाई गई फिल्म ‘पीके’ दिल के बहुत करीब है जिसमें आमिर खान मुख्य भूमिका में हैं।”

शिवेंद्र ने कहा कि, “अब मैं इस पहल को आगे भी करता रहूंगा क्योंकि इससे और कुछ तो नहीं मन की शांति और मूर्तियों को इधर-उधर ठोकरे खाने से तो बचा ही लूंगा। खंडित मूर्तियों को इधर-उधर रख कर हम केवल अपने धर्म की दुर्गति कर रहे हैं।”

अपनी इस पहल के माध्यम से शिवेंद्र सबसे कहना चाहते हैं कि अपने घर की की पुरानी और खंडित मूर्तियों को सड़क,नाली,दिवार आदि पर रखने से बेहतर विकल्प है उसको किसी पेड़ के नीचे मिट्टी में दबाना।इससे कम से कम पुरानी मूर्तियां जानवरों का आहार और लोगों के पैरों को नीचे आने से बच जाएंगी।