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महाविद्यालयों में ड्रेस कोड का विरोध करेगी एबीवीपी

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राज्य के कई कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव हारने के कारणों की समीक्षा के बाद आखिरकार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध करने का ऐलान किया। पत्रकारों से बातचीत में एबीवीपी पदाधिकारियों ने कहा कि, “महाविद्यालयों में ड्रेस कोड लागू करने का फैसला अगर सरकार ने वापस नहीं लिया तो एबीवीपी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।” इस मौके पर एबीवीपी ने डीएवी कॉलेज में कराए गए कार्यों और आगामी वर्ष के लिए लक्ष्यों की जानकारी भी दी।

एबीवीपी के प्रांतीय कार्यालय में डीएवी कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार और प्रदेश सह मंत्री संकेत नौटियाल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि, “10 साल से कॉलेज में एबीवीपी लगातार जीत दर्ज कर रही है, इस दौरान कॉलेज में तमाम विकास कार्य कराए गए”। छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि, “बीते वर्ष में डीएवी महाविद्यालय में लंबे समय से तैयार खड़े 18 नए कमरों को खुलवाया गया, वाईफाई सेवा फ्री कराई गई, कैंटीन को नवीन रूप दिया गया, पूरे परिसर में रंगाई-पुताई कराई गई। छात्रों को प्राथमिक उपचचार मुहैया कराने के लिए उपचार केंद्र खुलवाया गया, जो लंबे समय से बंद था।”

वहीं, महाविद्यालय में पार्किंग का निर्माण कराया गया, शौचालयों का निर्माण कराया गया, दो बड़ी फ्लड लाइटें परिसर में लगवाई गईं, शहीद स्मारक का जीर्णोद्धार किया गया, महाविद्यालय के भूमि दाता स्वर्गीय ठाकुर पूरण सिंह नेगी जी की मूर्ति लगाई गई, क्रिकेट खेलने वाले छात्रों के लिए क्रिकेट पिच का निर्माण करवाया गया, पुराने शौचालयों का जीर्णोद्धार करवाया गया और ऑडिटोरियम का नवीनीकरण करवाया गया।

राहुल कुमार ने बताया कि इसके साथ ही प्रत्येक छात्र का ढाई लाख रुपये बीमा कराने की मांग को पूरा कराया गया, प्रत्येक टॉपर छात्र को लैपटॉप दिए जाने का वादा पूरा किया गया और विदेश पढ़ने जाने के इच्छुक छात्रों को 50 लाख रुपये तक का सस्ता एजुकेशन लोन दिलाने की मांग को पूरा कराया गया। उन्होंने कहा कि कुछ कामों के लिए धनराशि स्वीकृत हो गई है, जो जल्द शुरू होंगे।

उधर, छात्र संघ अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शुभम सिमल्टी के लिए मतदान की अपील करते हुए प्रदेश सहमंत्री संकेत नौटियाल ने कहा कि आगामी वर्ष के लिए एबीवीपी ने अपना घोषणा पत्र तैयार कर लिया है। इसके तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में सरकार द्वारा ड्रेस कोड लागू करने का विरोध करेगी। यदि सरकार ने इस आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस नहीं लिया तो विद्यार्थी परिषद् पूरे प्रदेश में आंदोलन के लिए बाध्य होगी।

नौटियाल ने कहा कि साथ ही एबीवीपी आगामी वर्ष में छात्रों के लिए वातानुकूलित गर्ल्स कॉमन रूम, डीएवी महाविद्यालय में प्रत्येक संकाय में सीटों में वृद्धि, शिक्षकों के रिक्त पदों पर जल्द तैनाती, महाविद्यालय के जर्जर हालत में पड़े कक्षों के जीर्णोद्धार का कार्य करेगी। इसके साथ महाविद्यालय के छात्रों को सुरक्षित भविष्य मुहैया कराने के लिए स्किल इंडिया के तहत छात्रों को विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा, साथ ही उनके प्लेसमेंट की व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों के सेमीनार कराए जाएंगे।

महालिद्यावय की लाइब्रेरी डिजिटल बनाने का लक्ष्य है। नौटियाल ने बताया कि साथ ही छात्रों के लिए रोजगार व स्वरोजगार के नए रास्ते तलाशे जाएंगे। इस मौके पर छात्र नेता मोहित चौहान ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ एबीवीपी की सदस्यता ली।

धारा 144 उल्लघन पर भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग

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नैनीताल में धारा 144 का उल्लंघन को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है। बीजेपी के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को लेकर व्यापारी और अन्य संगठनों ने कोतवाली का घेराव किया है।

शनिवार को बीजेपी ने धारा 144 का उल्लंघन कर पॉलिटेक्निक में हंगामा और तोड़फोड़ की। साथ ही दो पक्षों में जमकर मारपीट हुर्इ, जिसमें दो व्यापारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल व्यापारियों को प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर कर दिया। जैसे ही व्यापारियों  इस बात का पता चला तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। संगठन के अध्यक्ष किशन नेगी, आप नेता प्रदीप दुमका, विक्की वर्मा के नेतृत्व में दर्जनों व्यापारी और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग कोतवाली जा धमके और घेराव कर दिया। इस दौरान सड़क पर हंगामा और प्रदर्शन भी किया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने  आरोपी रवि कन्याल और अभय बवाड़ी की गिरफ्तारी की मांग की।

उन्होंने कहा कि भाजपा राज में गुंडे बदमाश पुलिस पर हावी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कोतवाली से चंद दूरी पर हुर्इ वारदात को लेकरर पुलिस ने कुछ नहीं किया। अध्यक्ष किशन नेगी ने तो खुली चेतावनी दी है कि अगर रवि को गिरफ्तार नहीं किया तो वह खुद उसे सबक सिखाएंगे। मौके पर मौजूद सीओ विजय थापा और कोतवाल विपिन पंत ने व्यापारियों को गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, लेकिन वह नहीं माने। जिसके बाद एसपी सिटी हरीश सती ने व्यापारियों से बातचीत शुरू की। इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना को किया गया है।

ये पुल दे रहा किसी बडे हादसे को न्योता

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नेशनल हाईवे 74 पर अंग्रेजों के जमाने का पुल कभी भी गिर सकता है। जिसकी नींव भारी ओवर लोर्ड वाहनों ने खोखली कर दी है। वहीं पुल की जडे इतनी हिल चुकि है कि कभी भी कोई बडा हादसा हो सकता है। काशीपुर से रुद्रपुर जाने वाले नेशनल हाईवे 74 पर आईआईएम के पास बना ये पुल सैंकडों साल पुराना है।तब शायद पुल से महज कुछ ही वाहन गुजरते थे। समय के साथ साथ इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही तो बडी ही है साथ ही खनन के वाहनों की संख्या बढने से पुल पर भार बी बड़ गया है।यही वजह कि पुल की जडे हिल चुकि है और पुल जगह जगह पर टुटने भी लगा है,लेकिन नेशनल हाईवे के अधिकारी हो या फिर जिले के उच्च अधिकारी इसी पुल से होकर तो गुजरते हैं मगर इस पुल की ओर देखने की जहमत तक नहीं उठाते जबकि बर्सात के चलते पुल कई जगहों से टुट चुका है और खस्ताहाल हो चुका है ।बावजूद इसके इस ओर किसी का द्यान नहीं है जिससे भविष्य में किसी बडे हादसे का अंदेशा बना हुआ है। वहीं जिलाधिकारी का कहना है कि वो इस बारे में सम्बन्धित अधिकारियों से वार्ता करेंगे और जल्द ही समाधान निकालेंगे।

रोशनी देने वाली तारों ने बुझाये घरों के चिराग,यहां मौत दौडती है हर वक्त घरों की छतों पर

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हर दिन मौत के साये में जीते है और हादसों के डर से सहमे रहते हैंय़ कही कोई हादसा ना हो जाए इसके लिए हर सम्भव कोशिश भी करते है बावजूद इसके कई हादसों से कुछ लोगों की जाने चली गयी तो उनके परिवार के लोग आज भी आसमान की ओर ताकते हैं तो यही दुा करते है कि किसी और के साथ ये हादसे ना हो, मगर इन हादसों के लिए जिम्मेदार अधिकारी है कि नियमों का पाढ पडाकर लोगों को मौत के मुंह में झोंक रहे हैं। जी हां काशीपुर शहर के बीचों बीच 33 केवी की विघुत लाईन सौंकडों घरों के उपर से होकर गुजरती है और इनपर दौडती मौत कई लोगों की जान लील चुकि है।
काशीपुर शहर के बीचों बीच घनी आवादी के उपर गुजरती बिजली की तारें कई घरों को रोशन तो करती है मगर कई घरों के चिराग बुझा भी चुकि है। हाईटेंश लाईन के नीचे एसे सैंकडो घर है जो हर दिन मौत के साये में जीते है।अल्लीखां, काली बस्ती, मजरा, महेशपुरा और लक्ष्मीपुर पट्टी जैसे इलाके इस हाईटेंशन लाई के नीचे ही बसी हुई है।जहां घरों की छत से महज दो फूट ऊंची तारों में करंट दौडता है लोग ना तो धतों पर जा सकते है और ना ही बच्चों को जाने देते हैं बावजूद इसके कई हादसे एसे हुए जिसने घरों के चिराग बुझा दिये। इन बिजली की तारों को हटाने के लिए सालों से लोग विधुत विभाग को लिखते रहे हैं लेकिन की कानों पर आज तक जूं ना रेंगी और मौत का साया बनकर आज भी लोग यहां सहम कर रहते हैं।
वहीं विधुत विभाग की माने तो उनके द्वारा पहले तो इन बस्तियों को ही गलत ठहराते हैं लेकिन आवादी को बढते देख उनका कहना है कि अन्डर ग्राउन्ड लाईन बिछाने की प्रक्रिया के लिए विभाग द्वारा लिखा गया है और जल्द ही अन्डर ग्रऊन्ड लाईन का प्रस्ताव पास होते ही प्रक्रिया को शुरु कर दिया जाएगा।
मौत मंडराती है छतों पर जहां , डरे और सहमे रहते हैं लोग जहां, उम्मीद है कि एक दिन एसा आयेगा, कि जब वो भी अपने घरों की छतों पर बिना डरे खुली सांस ले सकेंगे। बिजली की तारों पर चौडते करंट के डर से जहां लोग हर दिन हादसों के डर से सहमे रहते हैं वहीं कई घरों के चिराग बुझ गये घरों को रोशन करने वाली तारों से वहीं विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते सालों से लोग घरों में सहमे है।आखिर कब विभाग की नींद टूटती है और कब मौत की ये तारे हटती है ये विभाग की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खडे करता है।

बारिश से नदियों का प्रवाह तेज

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जिले में शुक्रवार रात से शुरू हुई बारिश शनिवार सुबह बारिश के पानी से काली, गोरी और सरयू का प्रवाहतेज हो गया है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। बारिश के बाद जनपद के तापमान में गिरावट आई है।

शनिवार सुबह सीमांत जनपद में कई क्षेत्रों मुनस्यारी, बेरीनाग, धारचूला, डीडीहाट और गंगोलीहाट सहित कई अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश हुई है। बारिश के कारण जगह-जगह जल भराव हो गया। इससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। बारिश से नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि होने से नदी किनारे बसी आबादी में दहशत का माहौल है।

उधर, बारिश के बाद कनालीछीना के ख्वांकोट में मनीराम का दो मंजिला मकान गिर गया जिसमें मनीराम के दो मवेशी मलबे में जिंदा दफन हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद राजस्व विभाग की टीम ने क्षति का आंकलन की प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी है।

वहीं बारिश के चलते काली नदी का डेंजर जोन 889 मीटर है। जो 888.50 मीटर पर बह रही है। गोरी नदी का डेंजर जोन 606.80 मीटर है। बारिश के बाद यह 604.70 मीटर पर बह रही है। इसके अलावा सरयू नदी का जलस्तर भी बढ़ा है। जिस कारण नदी किनारे रह रहे लोगों में भय व्याप्त है। 

प्रेमी ने प्रेमिका को छेड़ रहे युवक की पिटाई की

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सिडकुल थाना क्षेत्र में प्रेमी के सामने प्रेमिका से छेड़छाड़ करना युवक को महंगा पड़ गया। प्रेमी ने युवक की पिटाई कर सिडकुल पुलिस के हवाले कर दिया, माफी मांगने के बाद पुलिस ने युवक को छोड़ दिया।

थाना सिडकुल क्षेत्र के गांव रावली महदूद के पास में शाम को छुट्टी के बाद महिला कर्मचारी प्रेमी के साथ पैदल लौट रही थी। जिसे फैक्ट्री से कुछ दूरी पर खड़े युवक ने छेड़ दिया। जिसका युवती ने विरोध किया, अश्लील टिप्पणी करने पर प्रेमी ने युवक को पकड़ लिया और पीट दिया।,इसकी सूचना सिडकुल पुलिस को दी गई। पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया।

एसओ कमल मोहन भंडारी ने बताया कि, “आरोपी बरेली उप्र हाल निवासी रावली महदूद का निवासी था, युवती से माफी मांगने पर चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।” चेतक पुलिसकर्मियों को छुट्टी के समय फैक्ट्री के आसपास गश्त करने के निर्देश दिए हैं। 

एसओजी ने मारा छापा, तीन गिरफ्तार

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रुड़की के ढंडेरा में एसओजी ने छापा मारकर सट्टा लगा रहे तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से सवा लाख की रकम बरामद हुई है। एक माह में पुलिस की यह तीसरी कार्रवाई है। शहर में कई जगह सट्टा लगाया जा रहा है। एसएसी की तरफ से सट्टा लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

शुक्रवार की देर रात एसएसपी कृष्ण कुमार वीके के निर्देश पर एसओजी की टीम ने ढंडेरा गांव में छापेमारी की। गांव की एक सुनसान गली में सट्टा लगा रहे तीन लोगों को पुलिस ने धर दबोचा। उनके कब्जे से एक लाख 25 हजार की रकम बरामद की। आरोपियों को शुक्रवार रात को ही सिविल लाइंस पुलिस को सौंप दिया गया।

निरीक्षक ऐश्वर्य पाल ने बताया कि आरोपी बॉबी अग्रवाल निवासी आदर्शनगर, अफरोज निवासी गुलाबनगर कोतवाली गंगनहर तथा अश्वनी निवासी मिलापनगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाना सुनिश्चित कराना होगा : राज्यपाल

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उत्तराखंड के राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने कहा कि कृषि-शिक्षा, कृषि-अनुसंधान के साथ ही कृषि उत्पादों के भण्डारण व विपणन पर फोकस किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि खेती को लाभकारी बनाने के लिए किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना सुनिश्चित कराना होगा।
राज्यपाल शनिवार को किसानों को खेती के प्रति और अधिक आत्मनिर्भर करने के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित योजना न्यू इंडिया मंथन-सकंल्प से सिद्धि कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। किसान भवन लाडपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल सहित प्रदेश के कई किसानों एवं वैज्ञानिकों तथा सम्बन्धित अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड में पलायन को रोकने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करना होगा। इसलिए उत्तराखंड के संदर्भ में कृषि, हाॅर्टीकल्चर, पशुपालन, मत्स्य पालन व कृषि से जुड़ी अन्य गतिविधियों का महत्व और भी बढ़ जाता है। किसानों के कल्याण के लिए भारत सरकार व राज्य सरकारों के साथ ही सभी संबंधित संस्थाओं को भी सक्रिय भागीदारी निभानी होगी।
इस अवसर पर किसानों को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों की आय को 2022 तक दोगुनी करने के लिए कई कार्ययोजना तैयार की गयी हैं। जिसके तहत न्यू इंडिया मंथन-सकंल्प सिद्धि कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसके सफल क्रियान्वयन के लिए किसानों की स्मृद्धि एवं खुशहाली के लिए संकल्प लेना है कि हमें 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करना है। उन्होंने कहा कि देश की आत्मा गांव में बसती है जिसके लिए किसानों के नई तकनीक के ऐसे उत्पाद पैदा करें, जिससे की उनकी पैदावार ठीक ढंग से हो, इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों को निर्देश दिए हैं कि हमें किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज समय से उपलब्ध कराना है तथा बेहतर खाद भी उपलब्ध कराना है।
उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों की विषम भौगोलिक परिस्थितयों को मद्देनजर रखते हुए उस तरह कार्ययोजना तैयार करें तथा पर्वतीय क्षेत्र से हो रहे पलायन को रोकना होगा। लोगों का कृषि से लगाव कम हो रहा है एवं मनरेगा से अपनी आजीविका चला रहे हैं जो कि एक चिंता का विषय है। इसके लिए पर्वतीय क्षेत्रों के निवासियों को खेती के प्रति जागरूक करने के लिए सभी वैज्ञानिकों को इस पर गम्भीरता से कार्य करना है। उन्होंंने कहा कि प्रदेश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार प्रयासरत है, जिसके लिए 1 लाख तक के ऋण पर 2 प्रतिशत् ब्याज पर मुहैया कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हम किसानों के हित के लिए आंशिक रूप से चकबंदी भी देने जा रहे हैं जिसके लिए नया कानून लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम नर्सरी एक्ट को भी लागू करने जा रहे हैं जिसमें गलत पौध देने वाले के विरूद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी। इसमें अच्छे उत्पाद के पौधे ही उपलब्ध कराए जाएंगे जिससे उत्पाद अच्छे होने पर किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जड़ी बूटी के क्षेत्र में अपार सम्भावना है जिसके लिए सरकार द्वारा अटल हर्बल मिशन योजना तैयार की गयी है। जिसकी शुरूआत जनपद टिहरी के घंसाली से की गयी है। उन्होंने कहा कि प्रगति में बाधा के रूप में भ्रष्टाचार मूल जड़ है। जिसे खत्म करने की सबकी जिम्मेदारी है। उन्होेंने कहा कि सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है।
उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों में भू-कटाव को रोकने के लिए लेमन ग्रास लगाने का भी सुझाव दिया है। इससे जंगली जानवरों/सुअरों से भी रक्षा होगी एवं लेमन घास उगाने से आमदनी बढ़ेगी तथा जंगली जानवर इसे नुकसान नही पंहुचाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में 84 करोड़ का बजट प्राप्त हुआ है जिससे कि कृषि के क्षेत्र में रोजगार की कई योजनाएं संचालित की जाएंगी। 

ब्रह्मकमल लाने के लिए नंगे पांव भक्त ग्लेशियर रवाना

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मां नंदा भगवती की पूजा के लिए हीरामणि ग्लेशियर ब्रह्मकमल लेने के लिए तल्ला और मल्ला जोहार के ग्रामीण रवाना हो गए हैं। यात्रा के दौरान नंदा भक्त नंगे पांव उच्च हिमालय के पथरीले रास्तों पर चलेंगे। शनिवार को तल्ला और मल्ला जोहार के बिर्थी, झेकला, बला, सैंणराथी, सुरिंग, क्वीरीजिमिया, रांथी, मरतोली, बुरफू, टोला, पांछू, गनघर और मिलम के ग्रामीणों ने क्षेत्र में स्थित मां नंदा के मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने पंडित गोपाल दत्त द्विवेदी के नेतृत्व में एक दल गाजे-बाजे के साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों से ब्रह्मकमल लाने के लिए रवाना हुआ।

यह दल 28 अगस्त को ब्रह्मकमल लेकर वापस लौटेगा। यह दल थल टॉप के गुफाओं में रात्रि विश्राम करेगा। सोमवार को यह दल हीरामणि कुंड में स्नान करने के बाद देर रात वापस गांव पहुंचेगा जहां ब्रह्मकमल से मां नंदा की पूजा-अर्चना की जाएगी। तल्ला और मल्ला जोहार के लोगों की आराध्य देवी हैं मां नंदा मुनस्यारी। मुनस्यारी तहसील के तल्ला और मल्ला जोहार के लोगों की आराध्य हैं नंदा देवी।
वहीं, मान्यता के अनुसार हिमालय में रहने वाली नंदा देवी का प्रिय पुष्प ब्रह्मकमल है। इसी के तहत तल्ला और मल्ला जोहार के कई गांवों के लोग अति दुर्गम इस यात्रा में जाते हैं। प्रतिवर्ष अलग-अलग गांवों के लोग हीरामणि ग्लेशियर पहुंच कर नंदा कुंड में स्नान करने के बाद ब्रह्मा कमल खोजते हैं। वहां से लाए जाने वाले ब्रह्मा कमल को जमीन में नहीं रखा जाता है। भक्त इन्हें डंडों के सहारे कंधे पर उठा कर लाते हैं।
विश्राम करने के दौरान ब्रह्म कमलों को पेड़ों में रखते हैं। नंदा मंदिर में पहुंचने के बाद मां नंदा की मूर्ति को ब्रह्मा कमल से सजाया जाता है। ब्रह्मकमल 3500 से 4400 मीटर की ऊंचाई पर मिलता है।

विश्व पुस्तक मेला:महापुरुषों की पुस्तकों पर 20 फीसदी छूट

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‘पढ़ेगा उत्तराखण्ड और बढे़गा उत्तराखण्ड’ थीम को लेकर राजधानी स्थित परेड ग्राउण्ड में विश्व पुस्तक मेला का आयोजन 28 अगस्त से पांच सितम्बर के मध्य होगा। आम नागरिको में पढ़ाई-लिखाई की प्रवृत्ति को बढ़ाने एवं जागरुकता में वृद्धि के उद्देश्य से लगाए जाने वाले इस विश्व पुस्तक मेला के आयोजन को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने समीक्षा की।
इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने शनिवार को प्रेस वार्ता भी की। उन्होंने बताया कि पुस्तक मेला का उद्घाटन राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल एवं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। एनबीटी के अधीन लगाई जाने वाले विश्व पुस्तक मेला में लगभग 200 प्रकाशकों के स्टाॅल लगने की आशा की गई है। 2019 तक पूर्ण साक्षरता का लक्ष्य हासिल करने में यह पुस्तक मेला सहयोगी होगा। नौ दिवसीय विश्व पुस्तक मेला में प्रतिदिन सुबह 11 बजे से सायं आठ बजे तक अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस दौरान विचार गोष्ठी, बौद्धिक परिचर्चा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विश्व विद्यालय, अन्र्तविद्यालय प्रतियोगिता के आयोजन में प्रख्यात साहित्यकार, शिक्षाविद् एवं समाजसेवी को आमंत्रित किया गया है। आम नागरिकों को न्यूनतम 10 प्रतिशत की छूट पुस्तकों पर होगी। जो छात्र अपने पहचान पत्र के साथ आयेंगे, उन्हें 20 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इसके अतिरिक्त महापुरुषों से संबंधित पुस्तकों पर 20 प्रतिशत की छूट होगी। पुस्तक मेला का उद्देश्य उत्तराखण्ड के छात्र-छात्राओं में पढ़ने की अभिरूचि को जगाना है तथा विश्व स्तरीय पुस्तकों की