Page 452

तीसरी बार क्राइम मिस्ट्री को हल करेंगे अक्षय खन्ना

0

अक्षय खन्ना की आने वाली फिल्म ‘इत्तेफाक’ तीसरी ऐसी फिल्म है, जिसमें वे एक अपराधिक केस की जांच करने वाले कड़क पुलिस अधिकारी बने हैं। बीआर चोपड़ा, शाहरुख खान की रेड चिल्ली और करण जौहर की कंपनी धर्मा प्रोडक्शन द्वारा मिलकर बनाई गई इस फिल्म मे सिद्धार्थ मल्होत्रा और सोनाक्षी सिन्हा की प्रमुख भूमिकाएं हैं।

ये फिल्म बीआर में 50 साल पहले बनी राजेश खन्ना-नंदा की मर्डर मिस्ट्री पर आधारित फिल्म इत्तेफाक का रीमेक है। ये अक्षय खन्ना की तीसरी फिल्म है, जिसमें वे जांच करने वाले पुलिस अधिकारी बने हैं। इससे पहले हाल ही में आई श्रीदेवी की फिल्म मॉम में भी उनका ऐसा ही रोल था।

इस फिल्म में वे श्रीदेवी की बेटी के साथ हुए बलात्कार के मामले की जांच करते हैं और दोषियों को सजा तक पंहुचाते हैं। पहली बार अक्षय खन्ना ने शाहिद कपूर और करीना कपूर को लेकर बनी अब्बास मस्तान की जोड़ी की फिल्म 36 चाइना टाउन में एक मर्डर मिस्ट्री हल करते हैं।

खुली बैठक में पंचेश्वर बांध पर ग्रामीणों ने रखी मांग

0

चम्पावत। पंचेश्वर बांध निर्माण के संबंध में डूब क्षेत्र में आने वाले प्रभावितों के साथ हुई खुली बैठक में क्षेत्र के लोगों ने अपने सुझावों को ड्रॉफ्ट में शामिल करने की मांग की।

बाराकोट के ग्राम पंचायत छंदा में प्रस्तावित बांध को लेकर बैठक में लोगों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं, उनका विरोध जारी रहेगा। बैठक में कानूनगो खुशाल सिंह धौनी, राकेश गोस्वामी, महेश पंरगाई की मौजूदगी डूब क्षेत्र में आने वाले लोगों ने अपने सुझाव दिए।

ग्रामवासियों का कहना था कि सरकार की ओर से बार-बार गांव वालों से सुझाव मांगे जा रहे हैं लेकिन उन पर अमल नहीं हो पा रहा है। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगों को सरकार पूरा नहीं करती है, उनका विरोध जारी रहेगा।
ग्राम प्रधान प्रकाश मेहता ने कहा कि मेरी ग्राम पंचायत के लोगों को मकान के लिए 20 लाख रुपये मिले और जहां पर बेट्टा का विस्थापन होगा डीपीआर में उस जगह का नाम भी लिखा जाए।
मोहन सिंह सामंत ने कहा कि पूर्व में गांव वालों ने कई सुझाव दिए थे, उन सुझावों को अब तक अमल में नहीं लाया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सुझाव के नाम पर बैठकों में लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
करम सिंह सूबेदार ने कहा कि डूब क्षेत्र के लोगों को चम्पावत मार्केट के सर्किल रेट से भूमि का मुआवजा मिले। कैप्टन जगत सिंह ने कहा कि डूब क्षेत्र के लोगों के लिए सर्किल रेट एक समान हों। पूर्व पोस्टमास्टर मान सिंह सामंत ने कहा कि सरकार सभी प्रभावितों को भवन बनाकर दें, नहीं तो बांध का विरोध होगा। 

कृषि शोध पर फोकस करें वैज्ञानिक: सीएम त्रिवेंद्र

0

देहरादून। राज्य में कृषि को मजबूत करने में वैज्ञानिक तकनीक अहम भूमिका निभा सकती है। इसलिए वैज्ञानिकों के राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों की ओर ध्यान देना चाहिए। पंतनगर विश्वविद्यालय के गांधी हाल में 102वें अखिल भारतीय किसान मेले के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किसानों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
शुक्रवार को शुरू हुए मेले में मुख्यमंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों को राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों की ओर भी ध्यान देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने वैज्ञानिकों से खेती की नई और आधुनिक तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने को कहा। उन्होंने ऐरोमैटिक प्लांट्स की खेती की विश्व स्तर पर बढ़ती मांग को देखते हुए कहा कि इन पौधों की खेती की उन्नत तकनीकें किसानों को सुलभ कराने पर बल दिया जाए। छोटे स्तर पर पालीहाउस में बेमौसमी खेती की भी उन्होंने आवश्यकता जताई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के किसानों की आय को बढ़ाने के उपाय किए जाने एवं पर्वतीय क्षेत्रों से युवाओं के पलायन को रोकने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार पर ध्यान देने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषको को एक लाख तक का ऋण दो प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तराई बीज निगम की साख को पहले की तरह लाने के लिए बुद्धिजीवियों व वैज्ञानिकों के सुझाव लिए जाएगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मेले में लगाई गई उद्यान प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
इस मौके पर गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एके मिश्रा ने कहा कि कृषि लागत में कमी एवं कृषि उत्पादकता में वृद्धि के द्वारा किसानों की आय दोगुना करने के लिए विश्वविद्यालय प्रयासरत है। उन्होंने बताया की वर्ष में दो बार आयोजित होने वाले विश्वविद्यालय के किसान मेले में हजारों की संख्या में किसान भाग लेते हैं, जो उत्तराखण्ड के अतिरिक्त विभिन्न प्रदेशों व नेपाल से भी आते हैं। उन्होंने किसानों को फलों एवं सब्जियों, जिनको अधिक समय तक भण्डारित नहीं किया जा सकता, के मूल्यवर्धित उत्पाद बनाये जाने की सलाह दी, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। साथ ही कृषि अधारित व्यवसाय, जैसे मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, मुर्गी पालन, पशुपालन, मछली पालन इत्यादि को अपनाने को कहा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खेती में अभिनव प्रयोग करने और उल्लेखनीय सफलता के लिए राज्य के विभिन्न जनपदों से चुने गए नौ प्रगतिशील कृषकों को प्रतीक चिह्न व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले किसानों में प्रदीप रस्तोगी, ग्राम भोगपुर, जिला उधमसिंह नगर, सुनील कुमार, ग्राम थिथकी कवादपुर, जिला हरिद्वार, नरेन्द्र गोबाड़ी, ग्राम भटेरी, जिला पिथौरागढ़, खुशाल सिंह, ग्राम मुंदोली, जिला चमोली, नरेन्द्र सिंह मेहरा, ग्राम देवली मल्ला, जिला नैनीताल, परवीन कुमार, ग्राम शाहपुर-कल्यानपुर, जिला देहरादून, महेश चन्द्र काण्डपाल, ग्राम कोटयूडा, जिला अल्मोड़ा, पंकज तिवारी, ग्राम अथखण्डी, जिला चम्पावत और रंजना रावत, ग्राम भीरी (ऊखीमठ), जिला रुद्रप्रयाग सम्मिलित थे। इस अवसर पर विधायक राजेश शुक्ला, राजकुमार ठुकराल, जिलाधिकारी डॉ. नीरज खैरवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. सदानन्द दाते, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. वाईपीएस डबास आदि मौजूद रहे।
सीएम ने प्रचार वाहन किए रवाना
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को पंतनगर में कृषक महोत्सव रबी-2017 का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। कृषक महोत्सव रबी-2017 के माध्यम से किसानों को नई तकनीक आदि की जानकारी दी जाएगी, साथ ही किसानों के सुझाव भी प्राप्त किए जाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद के न्याय पंचायतो में जाने वाले तीन प्रचार रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह प्रचार रथ छह से 15 अक्टूबर, 2017 तक जनपद की 27 न्याय पंचायतों में जाकर कृषकों की समस्याओं का निराकरण करेगें व उर्वरक, बीज, जैव रसायन, कृषि रक्षा रसायन तथा उद्यान, पशुपालन, रेशम, मत्स्य विभाग से सम्बन्धित निवेश भी उपलब्ध करायेंगे।

भवन का किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को पंतनगर विश्वविद्यालय में इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) भवन का लोकार्पण किया। इस भवन में इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इण्डिया) के पंतनगर चैप्टर का कार्यालय रहेगा जो अभी प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में स्थित है। इस संस्था द्वारा चलायी जाने वाली एसोशिएट मेम्बर आॅफ इंस्टिट्यूशन आॅफ इंजीनियर्स (एएमआई) की उपाधी के लिए पाठ्यक्रम भी संचालित किये जायेंगे। इस उपाधि का ‘बी’ सर्टिफिकेट बी.टेक की उपाधि के बराबर होता है, जो सेवारत तकनीकी कर्मियों की शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि के लिए सहायक होता है।

चार वर्षों से बिछड़े दिव्यांग को मिलाया परिवार से

0

गोपेश्वर। बहराइच उत्तर प्रदेश से अपने परिजन से बिछड़ा मानसिंक रूप से दिव्यांग शिव वाजपई ठोकरें खोता हुआ सुदूर पहाड़ के विकास खंड घाट पहुंचा तो उसे वहां के व्यापारी युवा प्रकाश मैंदोल ने अपने साथ स्नेह के साथ रखा और उसे भांजा नाम दिया। उसे मानसिंक दिव्यांग की स्थित से भी उबारते हुए उसके परिजनों का पता कर उन्हें घाट बुलाकर शुक्रवार को उसके परिजनों को सौंप दिया है। यह क्षण बहुत ही भावुक था जब बहराइच से आए परिजनों ने चार साल पूर्व बिछड़े अपने भाई को पाया। उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक उठे और उन्होंने पहाड़ के लोगों की इस उदारता के प्रति कृतज्ञता प्रकट की और कहा कि ऐसी संवेदनशीलता और प्यार सिर्फ पहाड़वासियों में ही देखा जा सकता है।
चार वर्ष पहले मानसिक रूप से दिव्यांग शिव वाजपई लखनऊ जाने वाली ट्रेेन में बैठने के बजाय हरिद्वार की ट्रेन में बैठ गया और जब वह हरिद्वार पहुंचा तो रेलवे के टीटी ने उसे बिना टिकट यात्रा करने के जुर्म में आरपीएफ को सौंप दिया। आरपीएफ ने उसे रोशनाबाद जेल भेज दिया। उसकी जेब से मिले वोेटर कार्ड पर उसके घर वालों को सूचना पोस्टकार्ड से दी। पोस्टकार्ड मिलने से पहले ही रोशनाबाद जेल ने उसे छोड़ दिया। जब उसके घर वाले उसे खोजते हुए रोशनाबाद पहुंचे तो तब तक वह वहां से निकल चुका था। परिजनों ने उसे खोजने की बहुत कोशिश की मगर पता नहीं चल पाया। मानसिंक रूप से दिव्यांग शिव वाजपई पहाड़ की बस में बैठक कर किसी तरह विकास खंड घाट पहुंचा। यहां पर प्रकाश मैंदोली ने उसे सहारा देते हुए भांजा नाम दिया और देखते ही देखते हुए वह पूरे घाट बाजार में भांजा नाम से प्रसिद्ध हो गया। सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण बताते है कि प्रकाश केे प्यारे भांजा अपने मानसिंक दिव्यांगता से भी काफी उबरा और जब उससे उसके परिजनों जनों के बारे में पूछा गया तो उसने सारी कहानी बता डाली और प्रकाश ने उसके घर संपर्क किया। शुक्रवार को जब उसके परिजन उसे लेने घाट पहुंचे तो अपने शिव को पाते ही उनके आंखों में आंसू छलक पड़े। प्रकाश व घाट के लोगों के प्रति उन्होंने अपनी कृतज्ञता प्रकट की। प्रकाश मैंदोली कहते है कि मानसिंक रूप पीड़ित लोगों को दुत्कार की नहीं प्यार की आवश्यकता है। यह प्रेरणा हिंदी फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस से मिली।

एक शिक्षिका के सहारे संचालित हो रहा स्कूल

0

विकासनगर। प्रखंड के रुद्रपुर संकुल अंतर्गत दूरस्थ राजकीय प्राथमिक विद्यालय बड़वा में 22 नौनिहालों का भविष्य एक शिक्षिका के सहारे संवारा जा रहा है, जबकि विद्यालय को राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के लिए चयनित किया गया है। ऐसे में शिक्षिका के प्रशासनिक कार्यों में व्यस्त रहने व अवकाश पर रहने से नौनिहालों की परीक्षा की तैयारी पर प्रभाव पड़ रहा है।

शुक्रवार को ग्रामीण अभिभावकों ने खंड शिक्षाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक तैनात करने की मांग की है। ग्राम प्रधान सुमनलता ने बीईओ को बताया कि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र का विद्यालय होने के चलते नौनिहालों के शिक्षा ग्रहण करने का अन्य कोई साधन नहीं है। विद्यालय में एक ही शिक्षक की तैनाती होने से पांच कक्षाओं के संचालन में परेशानी आ रही है। इसके साथ शिक्षिका प्रशासनिक कार्यों के चलते विभागीय कार्यालयों में भी जाना पड़ता है। जबकि विद्यालय में भी दस्तावेजी कार्य के साथ ही एमडीएम संबंधी कार्य भी निपटाने होते हैं। ऐसे में शिक्षिका पूरा समय शिक्षण के लिए नहीं दे पा रही है। इस वर्ष नवंबर माह में होने वाली राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के लिए भी विद्यालय का चयन हुआ है। ऐसे में विद्यालय में अध्ययनरत 22 नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए पर्याप्त शिक्षकों की तैनाती की जानी जरूरी है। उन्होनें बीईओ से नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए विद्यालय में शिक्षक तैनात करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में कला, मनोज, प्रेमपाल, सुरेश कुमार, सीमा, सुमित्रा, विनोद, प्रवीन, बबीता, सुरेंद्र, सत्यपाल सिंह आदि शामिल रहे।

क्वींस बेटन दिल्ली के लिए रवाना, सीएम ने किया दून में स्वागत

0

देहरादून। गुरुवार को हल्द्वानी और शुक्रवार को ऋषिकेश व हरिद्वार के बाद देहरादून में 21वें कामनवेल्थ गेम्स (ऑस्ट्रेलिया) की क्वीन्स बेटन रिले का स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पुलिस लाइन रेसकोर्स में खेल मंत्री अरविन्द पाण्डे, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री, डॉ धनसिंह रावत व मेयर विनोद चमोली के साथ क्वीन्स बेटन रिले का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि क्वीन्स बेटन के उत्तराखण्ड आगमन से खेलों के प्रति जो उत्साह का माहौल बना है, इससे प्रेरणा लेकर आने वाले समय में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राष्ट्रीय, राष्ट्रमंडल एवं ओलम्पिक खेलों के लिए राज्य सरकार राज्य के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में खेलों के प्रति अभिरुचि विकसित करने के लिए राज्य सरकार नीति बनाकर कार्य कर रही है। क्वीन्स बेटन को देहरादून लेकर पहुंचे ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमण्डल की कैरी थाम्पसन, केरी एल्गर, रेमण्ड किचिंग, कालिंग मैक्फर्सन एवं भारतीय लम्पिक संघ के ज्वाइंट सेक्रेटरी राकेश गुप्ता ने मशाल मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सौंपी। रेसकोर्स मैदान में विशाल जन समूह के बीच क्वींस बेटन रिले का स्वागत कर रवाना किया गया। क्वीन्स बेटन का स्वागत करने वाला भारत 51वां देश है। क्वीन्स बेटन के स्वागत समारोह में विधायक उमेश शर्मा, पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी, एडीजी अशोक कुमार, सचिव खेल हरबंस सिंह चुघ, गढ़वाल कमीश्नर दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी, देहरादून एसए मुरूगेशन आदि मौजूद रहे।

धरती पर प्रकृतिक सौंदर्य का प्रारूप मसूरी की विंटरलाइन शुरु

0
सुधांशु रावत

मसूरी को एक बार फिर रानी का दर्जा देने वाली प्राकृतिक विंटरलाईन इस वर्ष में पहली बार बीते शुक्रवार शाम को दिखाई दी।लाखों का मन मोहने वाली ये विंटरलाईन अब से लकेर 3-4 महीनों तक अपना जादू बिखेरेगी।

इस साल अक्टूबर के दूसरे हफ्ते ही यह अद्भुत रेखा सभी को अपनी ओर आर्कषित करने लगी। जैसे ही सर्दियां दस्तक देती है, विंटरलाईन सभी रंगों में कभी नारंगी,गुलाबी,लैवेंडर, हल्का बैंगनी तो कभी गहरा लाल रंग से मसूरी को भर देती है अौर हर कोई ढलते हुए सूरज के सामने, हाथ में एक र्स्माट फोन लिये, इस पल को कैमरे में कैद करने के लिए तैयार रहता है।   

winterline

मसूरी के नीचे पश्चिम की ओर देहरादून की फैली हुई वादियों की छटा हर तरफ फैली हुई है-विंटरलाईन और उसके ऊपर गिर्डल आफ वीनस है। प्रसिद्ध लेखक गणेश शैली बताते हैं कि, “हमसे हमेशा यह पूछा जाता है कि तुम मसूरी वाले विंटरलाइन के बारे में हमेशा कैसे बोल सकते हो, और मैं हमेशा यही कहता हूं कि विंटर लाईन के लिए कुछ विशेष माहौल होना ज़रूरी है।मसूरी, दून वैली से 6000 फीट ऊपर हैं और दून का तापमान जल्दी-जल्दी बदलता रहता है।डस्ट, नमीं, धूल, कोहरा सब एक साथ एक लाईन में आकाश मे नजर आते है और साथ में ढ़लता हुआ सूरज विंटरलाईन को जन्म देता है।”

मसूरी के अलावा यह दृश्य दक्षिणी हेमिस्फेयर-केप टाउन मे देखने को मिलता है। अगली बार जब आप मसूरी का रुख करे, तो निराश न हो, इस स्वागिक और अद्भभुत कुदरत की देन को देखने के लिये अाप अपने को कतार में पायेंगे, अाप जैसे हजारों पर्यटक हर शाम माल रोङ या फिर लाल टिब्बा अाते है सिर्फ मसूरी की मशहूर विंटरलाईन को कैमरे में कैद करने के लिये।

‘स्वच्छ भारत अभियान’ में दिया गया बेटी बचाओ का संदेश

0

देहरादून। मानवाधिकार एवं सामजिक न्याय संगठन द्वारा बालिका शिक्षा सदन में बालक एवं बालिकाओं ने स्वच्छ भारत अभियान एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान पर चित्रकला प्रतियोगिता का अयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और एक से बढ़कर एक चित्रकला की।
इस अवसर मानवाधिकार की प्रदेश अध्यक्षा मधु जैन ने बच्चों को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ और ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। बेटियों को अपने अंदर छुपी हुई शक्ति को महसूस कर सभी मुश्किलों से लड़ने की और किसी भी परिस्तिथि में नहीं हारने की प्रेरणा दी और उन बच्चों को अपने आसपास स्वच्छ रखने की अपील की गन्दगी से होंने वाली बीमारियों के बारे अवगत कराया।
अध्यक्षा मधु ने कहा कि भविष्य में भी बच्चों के साथ इस तरह के कार्यक्रम होते रहेंगे। उन्होंने बच्चों के बीच बैठकर मिड-डे-मील का खाना भी खाया। स्कूल परिसर में ‘बेटी बचाओ’ का पोस्टर भी लगाया। इस अवसर पर प्रदेश कानूनी सलाहकार राजकुमार तिवारी ने भी अपने विचार रखे हुए कहा कि ‘स्वच्छ भारत अभियान’ से बच्चों में काफी जागरुकता आएगी। बच्चे साफ सुथरे वातावरण में सांस लेंगे तो वो बीमार काम पड़ेंगे। इस अवसर पर राहुल चौहान, शारदा गुप्ता, रवि जैन, ममता जैन व अनामिका आदि मौजूद रहे।

नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने को डीआइजी से गुहार

0

जौनसार-बावर के प्रवेश द्वार कालसी में फैल रहे नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए स्थानीय बाशिंदे ने डीआइजी से गुहार लगाई है।  डीआइजी को प्रेषित ज्ञापन में स्थानीय बाशिंदे एडवोकेट विजय कुमार ने बताया कि, “कालसी के हरिपुर कोटी रोड, हरिपुर खादर, ब्लाक रोड सहित मुख्या बाजार में चरस, स्मैक, गांजा व कैमिकल नशीले पदार्थ धड़ल्ले से बिक रहे हैं जिससे क्षेत्रीय युवा नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। बावजूद इसके स्थानीय पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।”

ज्ञापन के माध्यम से बताया कि कालसी क्षेत्र जौनसार-बावर का प्रवेश द्वार होने के साथ ही प्रमुख व्यापारिक, धार्मिक स्थल भी है। साथ ही यहां स्थित ऐतिहासिक अशोक शिलालेख के इसे राष्ट्रीय पहचान भी दिलाता है। ऐसे में क्षेत्र में फल फूल रहे नशे के कारोबार से स्थानीय युवाओं का भविष्य बर्बाद होने के साथ ही शांत क्षेत्र की छवि धूमिल हो रही है।

बताया कि नशे के कारोबार में कुछ स्थानीय लोग भी संलिप्त हैं जिसके चलते स्थानीय पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने से गुरेज कर रहा है। पुलिस की लापरवाही के चलते युवाओं के साथ ही स्कूली छात्र भी नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। कहा कि शीघ्र ही नशे के कारोबार पर अंकुश नहीं लगाया गया तो स्थानीय युवा पीढ़ी नशे के भंवर जाल में फंस कर अपना भविष्य तबाह करने के साथ ही समाज के लिए भी परेशानी का कारण बनेगी।

हाथियों ने पुलिस व वन कर्मियों को दौड़ाया

0

विकासनगर, कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज के जंगल में आए हाथियों के झुंड ने दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर सात घंटे तक ट्रैफिक प्रभावित रखा। रोड के बीच आ धमके हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। हाथी वाहनों के पीछे दौड़े और वन व पुलिस कर्मियों को भी दौड़ा लिया। झुंड में मादा व बच्चा होने के कारण हाथियों का मिजाज आक्रामक रहा। वन अधिकारी कर्मचारी व सहसपुर की धर्मावाला पुलिस रात आठ बजे से दो बजे तक हाइवे पर सक्रिय रहे। हाथियों के हाइवे पर आने के कारण धर्मावाला व दर्रारीट बेरियर पर कुछ देर तक ट्रेफिक को रोका गया, फिर कानवाई लगाकर वाहन छोड़े गए।

करीब तीन साल पहले आधा दर्जन हाथियों का दल तिमली जंगल में आया था लेकिन कुछ दिन बाद सिर्फ एक टस्कर हाथी ही जंगल में रह गया था। पिछले करीब एक साल से तिमली जंगल में हाथी नहीं था लेकिन हाल ही में तिमली जंगल में नौ हाथियों का झुंड आ गया है, जिसमें मादा व बच्चा भी हैं। हाथियों की आमद से तिमली जंगल से सटे गांवों आदूवाला, धर्मावाला, तिपरपुर, मटक माजरी आदि ग्रामों के ग्रामीणों की नींद उड़ गयी है। गुरुवार की रात में हाथियों का झुंड दिल्ली यमुनोत्री हाइवे पर आ धमका। जिस कारण ट्रेफिक जाम हो गया। चालकों ने अपने वाहनों को पीछे की ओर दौड़ाया। लाइट जलाने पर हाथी वाहनों के पीछे भागे।

सूचना मिलने पर डीएफओ सुरेंद्र सिंह के निर्देश पर तिमली रेंजर पूजा रावल मय टीम व असलहों के साथ मौके पर पहुंची। धर्मावाला पुलिस चौकी इंचार्ज रणजीत खनेड़ा भी पुलिस बल के साथ मौके पर आए। दोनों विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पटाखे आदि जलाकर हाथियों को भगाया। जिस कारण करीब आधे घंटे तक हाइवे पर यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस ने धर्मावाला व दर्रारीट बेरियरों पर ट्रैफिक को रोके रखा, हाथियों के जंगल में जाने पर वाहनों को कानवाई लगाकर छोड़ा गया। कुछ देर तक यातायात सुचारू चला कि अचानक फिर हाथियों का झुंड हाईवे पर आ धमका। हाथियों के झुंड में मादा व बच्चा भी होने के कारण मिजाज आक्रामक रहा। हाथियों ने टार्च की लाइट जलाने पर वन व पुलिस कर्मियों को भी दौड़ा लिया। हाथियों की चिंघाड़ से पुलिस व वन कर्मियों के पसीने छूट गए।

किसी तरह से पुलिस व वन अधिकारियों व कर्मचारियों ने हाथियों को जंगल में भगाया और कानवाई लगाकर वाहनों को छोड़ा। तिमली रेंजर पूजा रावल के अनुसार, ‘ रात आठ बजे से दो बजे तक वन व पुलिस टीम सक्रिय रही। हाथियों के मूवमेंट को देखते हुए ग्रामीणों को भी सतर्कता बरतने को कहा गया है। साथ ही वन टीम ने हाइवे पर रात्रि गश्त तेज कर दी है।”