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केदारनाथ आपदा पीड़ितों का 58.25 लाख मुआवजा अब भी बाकी

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देहरादून। केदारनाथ आपदा को करीब साढ़े चार साल की अवधि बीत गई, लेकिन पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम सरकार अब तक पूरा नहीं कर पाई है। आपदा पीड़ितों के मुआवजे के अभी तक 58.25 लाख रुपये जारी किए जाने बाकी हैं। यह जानकारी अपर आयुक्त गढ़वाल ने मानवाधिकार आयोग को दी है। आयोग अब इस मामले में आठ नवंबर को सुनवाई करेगा।

देहरादून की झीवरहेड़ी निवासी सावित्री देवी को अब तक पूरा मुआवजा न मिल पाने को लेकर आरटीआइ कार्यकर्ता राजेंद्र प्रसाद ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत की थी। सावित्री देवी के पति दिवाकर प्रसाद चमोली आपदा के दौरान केदारनाथ में तैनात थे। उन्हें बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने तैनात किया था और आपदा में उनकी मौत हो गई थी। दिवाकर प्रसाद चमोली की मृत्य पर क्षतिपूर्ति के रूप में सावित्री देवी को पांच लाख रुपये विकासनगर तहसील से प्राप्त हो गए थे, हालांकि मुख्यमंत्री ने आपदा में जान गंवाने या लापता लोगों के आश्रितों को दो लाख रुपये व जिन्होंने आपदा में अपना पति खो दिया, उन्हें 25 हजार रुपये अतिरिक्त देने का आदेश दिया। लंबे समय बाद भी सावित्री देवी को 2.25 लाख रुपये मुआवजा न मिलने पर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। इस संबंध में जागरण में खबर प्रकाशित होने पर आरटीआइ कार्यकर्ता राजेंद्र प्रसाद ने मनवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। प्रकरण को गंभीर मानते हुए आयोग सदस्य डॉ हेमलता ने मंडलायुक्त को जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए थे। आयोग के निर्देश के क्रम में अपर आयुक्त की ओर से दिए जवाब में कहा गया कि सावित्री देवी को शेष मुआवजा देने की मांग मुख्यमंत्री कार्यालय से की गई है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी अवगत कराया कि सावित्री देवी की राशि को मिलाकर कुल 58.25 लाख रुपये का मुआवजा नहीं देने की कार्रवाई भी शुरू की गई है।

विदेशी पिस्टल के नाम पर देशी माउजर का कौन सौदागर

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काशीपुर। विदेशी के नाम पर देशी तमंचे के सौदागरों का खेल आखिर पकड में आ ही गया, हूबहू विदेशी पिस्टल की तरह दिखने वाले तमंचे को नकलचियों ने इस कदर मोडिफाई किया कि कोई भी शक ना कर सके, लेकिन कौन है वह सौदागर जो देसी माउजर बनाकर विदेशी नाम देकर बाजार में बेच रहा है, पुलिस ने मेड इन इंग्लैंड के नाम से बनी देसी माउजर के साथ दो आरोपियों को पकड़ तो लिया लेकिन अवैध देसी हथियारों को विदेशी नाम से बेचने वाले असली सौदागर तक पहुंचने के लिए पुलिस अबी गुत्थी को सुलझा नहीं पायी है। पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया।

कोतवाली पुलिस ने रात नया ढेला पुल के पास दो युवकों को मेड इन इंग्लैंड माउजर के साथ पकड़ लिया था। आरोपी किसी वारदात को अंजाम देने के प्रयास में थे। आरोपी मोहल्ला काजीबाग निवासी बिलाल पुत्र अब्दुल नासिर खान व गिरीताल निवासी अभिषेक तोमर पुत्र सर्वेश तोमर थे। बिलाल के पास से मेड इन इंग्लैंड लिखी माउजर व अभिषेक के पास से 32 बोर के चार कारतूस बरामद हुए। सूत्रों के अनुसार अभिषेक ने बिलाल से माउजर को 40 हजार रुपये में खरीदा था। लेकिन कुछ समय बाद उसने माउजर बिलाल को वापस कर दिया। पूछताछ में भी माउजर को दोनों एक-दूसरे का होना बताया। खैर जो भी हो यह पुलिस की जांच का विषय है। सवाल यह है कि आखिर दोनों के पास यह माउजर कहां से आई? वह कौन है, जो देसी हथियारों को विदेशी नाम देकर अवैध तरीके से बाजार में मुंह मांगे दामों पर बेच रहा है। अपराधी काशीपुर क्षेत्र में अवैध हथियारों की तस्करी धड़ल्ले से कर रहे हैं। पुलिस रिकार्ड की माने तो वर्ष 2017 में ही 26 अवैध तमंचे बरामद हुए हैं। सन 1985 से कोतवाली के मालखाने में अवैध तमंचे पड़े हुए हैं। इस हिसाब से मालखाने में करीब 832 अवैध तमंचे हो सकते हैं। जिनकी नालों पर अब जंक लग गई होगी, लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक अवैध हथियारों के तस्कर नहीं लग पाए हैं। हालांकि कभी-कभार पुलिस अवैध तमंचे के साथ एक-दो आरोपी को गिरफ्तार कर वाहवाही लूट लेती है। सूत्रों की मानें तो शहर में एक बंदूकची अवैध हथियार की सप्लाई करता है, लेकिन पुलिस अभी तक उसे पकड़ने में नाकाम रही है। सूत्र यह भी बताते हैं कि बंदूकची की पैठ अच्छी होने की वजह से भी वह हर बार पुलिस के कानून में आने से बच जाता है। हालांकि पुलिस असलहों के सौदागर तक पहुंचने में जुटी है।

 

कुमांऊ मण्डल के अधिकारियों की हुई ट्रेनिंग

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विधान सभा निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की अवधि में प्राप्त दावे/आपत्तियों के निस्तारण एवं उनके डाटा इन्ट्री कार्य हेतु ईआरओ नेट से सम्बन्धित एक दिवसीय प्रशिक्षण मंगलवार कलक्टेट सभागार में देहरादून से आये सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तूदास एवं सूचना विज्ञान केन्द्र देहरादून के मास्टर ट्रेनर मनीश जुगरान द्वारा संयुक्त रूप से कुमायूं मण्डल के सभी उप जिलाधिकारियों/तहसीलदारों एवं जिला निर्वाचन कार्यालयों के अधिकारियों तथा कार्मिको को दिया गया।

मस्तूदास ने अधिकारियों को बताया कि पूरे देश में फोटो युक्त निर्वाचक नामावलिया सेन्ट्रालाइज हो चुकी है जिससे मतदाता सूचियों में शुद्धता के साथ ही डुप्लीकेसी भी नही हो पायेगी। उन्होंने अधिकारियों को डाटा प्रेजेन्शन के जरिये स्क्रीन पर ईआरओ नेट वर्किग की विस्तार से डाटा फीडिंग के टिप्श दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारी कन्ट्रोल टेबुल में पीजीआर पर बीआरओ आदि की डिटेल अपडेट कर लें। श्री दास ने भारत निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुसार 15 नवम्बर से 30 नवम्बर तक 01 जनवरी 2018 को 18 वर्ष पूर्ण कर चुके युवक/युवतियों के नाम भी अनिवार्य रूप से मतदाता सूची में शामिल किये जाने के लिये डो टू डोर अभियान चलाया जाय। उन्होंने इस कार्य के लिये मोबाइल एप एवं मैनुअल रूप से कार्य किये जाने की भी जानकारी दी। उन्होंने नामावलियों के लिये फार्म-1,2,4,5,7 एवं 8 के बावत भी अधिकारियों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अधिकारी बीएलओ को पर्याप्त मात्रा में विभिन्न प्रकार के फार्म उपलब्ध करा दें। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मतदाताओ द्वारा आॅनलाईन फार्म भरने के लिये उन्हें जागरूक किया जाय। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस कार्य की फीडवैक अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाये।
मास्टर ट्रेनर मनीष जुगरान नेे निर्वाचक नामावलियों के फीडिंग में बीएलओ,सुपरवाइजर,आपरेटरर्स के कार्यो के भूमिकाओं के बावत जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निर्वाचक नामावलियों का नेटवर्किग का कार्य वेहद सावधानी पूर्वक सम्पन्न कराया जाना है लिहाजा डाटा इन्ट्री में खास ध्यान दिया जाय ताकि निर्वाचक नामावलियों में किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहने पाये।  उन्होंने कहा कि चैक लिस्ट को बीएलओ को उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में ईआरओ/एईआरओ की मुख्य भूमिका है। अतः वह विषेश चैकसी के साथ कार्यो का निर्वहन करें।

प्रशिक्षण कार्यशाला में एसडीएम नरेष चन्द्र दुर्गापाल,दयानंद सरस्वती,विनोद कुमार,विजयनाथ षुक्ल,एपी बाजपेयी,पंकज उपाध्याय,सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी हरीष सिंह रावत समेत कुमायूं मण्डल के सभी जिलों के उप जिलाधिकारी/तहसीलदार के अलावाल निर्वाचन कार्यालयों के अधिकारी/डाटा इन्ट्री कार्मिक उपस्थित थें।

डीपी के लिए गैर जमानती वारंट का करेंगे आवेदन

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रुद्रपुर- फरार पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह की पुलिस तलाश में जुटी हुई है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि डीपी सिंह कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं। इसे देखते हुए जहां पुलिस कोर्ट के बाहर सिविल ड्रेस में डीपी सिंह पर नजर रखे हुए है। वहीं मंगलवार को डीपी की गिरफ्तारी न होने पर एसआइटी गैर जमानती वारंट लेने के लिए कोर्ट में आवेदन करेगी। एनएच मुआवजा घोटाले में रविवार को निलंबित पीसीएस अधिकारी समेत आठ लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस की नजर अब एक पीसीएस अधिकारी समेत कई अन्य कर्मचारियों पर है। इसके लिए पुलिस तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार कर सकती है।एसएसपी सदानन्द दाते ने बताया कि एनएच घोटाले में अब तक की सबसे बडी गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी के लिए पुलिस जल्द ही आवेदन करने जा रही है जिसमें डीपी सिंह के गैर जमानती वारंट के लिे एसआईटी आवेदन करेगी।

दो शातिर चोर देहरादून से गिरफ्तार

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अलग-अलग पुलिस टीमें के चैकिंग अभियान के दौरान एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर अभियुक्त के कब्जे से देहरादून जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्र से चोरी की गयी 8 स्कूटी बरामद की गयी। उसी अभियान के क्रम में अलग-अलग 4 टीमें गठित की गयी। जिसमें से 2 टीमों को सादे कपडों में नियुक्त किया गया, जिसके चलते लगातार सार्थक प्रयास एवं सूरागरसी पतारसी करते हुये संदिग्ध व्यक्तियों / वाहनो की चैकिंग के दौरान शक्ति बिहार तिराहे के पास सुबह दो व्यक्ति जो शक्ति विहार की तरफ से आते दिखायी दिये तथा पुलिस कर्मियों को देखकर वापस भागने लगे ।

शक होने पर पुलिस पार्टी ने दोनो को पकड लिया गया तथा पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नही दे पाये। नाम पता पूछा तो अपना नाम इश्तिगार व अनीस बताया। दोनों व्यक्तियों की तलाशी ली गयी तो उनके कब्जे से नगदी, जेवरात, चांदी के सिक्के व चाँदी की मूर्तिया बरामद हुयी।

बरामद माल के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर कोई संतोषजनक जवाब नही दे पाये। व्यक्तियों से सख्ती से पूछताछ की गयी तो बताया कि हम टर्नर रोड, एमडीडीए कालोनी पटेलनगर व सेवलाकंला के बन्द घरो से चोरी कर चुके थे।

अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, दोनो से सम्बन्धित जेवरातों के सम्बन्ध में पूछा गया तो बताया गया कि, “हम लोगों के  बन्द घरो से चोरी कर, कुछ दिनों बाद, कुछ जेवरातों को राह चलते लोगों को ओने -पौने दामो में बेच दिया करते थे।”

अपराध का तरीका: अभियुक्त शातिर किस्म के चोर है, जो कि दिन के समय बन्द मकानों की रेकी कर रात को बन्द घरों के ताले तोडकर व रोशनदान से अन्दर जाकर चोरी को अंजाम देते है ।

उद्धव ठाकरे परिवार के साथ पहुंचें पहाड़ों की रानी मसूरी

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पहाड़ों की रानी मसूरी की खूबसुरती देखने लोग हर मौसम में आते रहते हैं ।खासकर फिल्मी सितारे और राजनितिज्ञों की भी यह पहली पसंद है। इसी कड़ी में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने निजी दौरे पर मसूरी के कैंपटी फॉल स्थित जेडब्लू मेरियाट होटल में पहुँचे। इस दौरे में उद्धव अपने परिवार के साथ कुछ दिन पहाड़ों में छुट्टियां बिताने आए हैं।

इस पूरे दौरे को मीडिया की पहुंच से दूर रखा गया है। इस दौरे में उदव ने अपने पारिवारिक दोस्तों के साथ कैंपटी फॉल के पास सैंजी गांव का भ्रमण किया जहां उनका गांववालों ने जोरदार स्वागत किया। इतना ही नहीं उद्धव ने गांव के लोगों के साथ फोटो खिंचवायी और खुद भी गांव की खूबसुरती को अपने कैमरे में कैद किया।

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उद्धव ठाकरे ने गांव में ग्रामीण संस्कृति का लुत्फ उठाया लेकिन उद्धव ठाकरे की सुरक्षा में लगे सुरक्षा कर्मियों ने मीडिया कर्मियों को ठाकरे के दौरे से दूर रखा।हालांकि उद्धव ने अपने इस दौरे में उत्तराखंड की पारंपरिक झंगोरे की खीर का आनंद भी उठाया।

गांव में घुमते हुए उद्धव ठाकरे ने अपने कैमरे पहाङ की वास्तूकला से बने भवनों की तस्वीर भी कैद की। साथ ही उद्धव ठाकरे के आगमन पर ग्रामीणो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजित किया।आपको बतादें कि उद्धव बीते 5 नवंबर को मसूरी आए और आने वाले 9 नवंबर तक वह मसूरी में हैं। खबर यह भी है कि वह मसूरी माल रोङ में भी घूमेंगे।

चुनाव के मद्देनजर हिमाचल की सीमा पर चौकसी

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विकासनगर। हिमाचल प्रदेश में आगामी नौ नवंबर को विद्यानसभा चुनाव के मद्देनजर त्यूणी थाना पुलिस ने हिमाचल की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। हिमाचल और उत्तराखंड की सीमा पर जगह-जगह चैकपोस्ट और बैरियर लगाकर पुलिस हर आने-जाने वाले वाहनों की सघन चेकिंग कर रही है।

नौ नवंबर को होने वाले हिमाचल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए त्यूणी पुलिस ने सघन चेकिंग अभियान शुरू किया है। जिसमें त्यूणी व हिमाचल की सीमा पर चार स्थानों पर चेकपोस्ट और बैरियर लगाये गये हैं। त्यूणी थाना पुलिस ने पंद्राणू,कठंग, अटाल और मीनस में बैरियर लगाये गए है लगातार आने जाने वाले वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है। थानाध्यक्ष त्यूणी राकेश शाह ने बताया कि प्रत्येक चे़क पोस्ट पर बारह पुलिस कर्मियों की टीम तैनात की गयी है। जिनमें दो दरोगा, आठ सिपाही, एक एक वायरलेस ऑपरेटर व कैमरा मैन शामिल हैं। बताया कि लगातार वाहनों की चेकिंग करने के साथ ही सूचना हिमाचल प्रशासन, चुनाव आयोग, उत्तराखंड पुलिस प्रशासन को दी जा रही है। कहा कि सभी व्यवस्थायें चाक चौबंद कर दी गयी हैं ताकि उत्तराखंड की सीमा से लगे हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सकें।

छात्राओं ने सरकारी शिक्षा को दिखाया आईना

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देहरादून। राज्य स्थापना दिवस समारोह की श्रंखला में मुख्यमंत्री ने शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को इस लिहाज से सरकारी स्कूलों में भेजा कि वह बच्चों को संबोधित कर उन्हें सही दिशा में ले जाने के लिए प्रेरित कर सके। लेकिन, जब सचिव स्कूलों में पहुंचे तो उल्टे बच्चों ने अधिकारियों पर ऐसे सवाल दाग दिए, जिनके जवाब फिलहाल तो उनके पास नहीं थे। कम से कम राजकीय इंटर कॉलेज कारगी में तो ऐसा ही हुआ। छात्राओं ने सचिव के सामने सरकारी व्यवस्थाओं की बखिया उखाड़ दी।

सोमवार को सचिव डी सेंथिल पंडियन ने छात्राओं को संबोधित करने के बाद उनसे सवाल पूछने को कहा। इतना कहते ही एक छात्रा खड़ी हुई और बोली, सर, हमारी कक्षाओं में बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सियां नहीं हैं, सर्दी में तो हम जैसे-तैसे काम चला लेते हैं, लेकिन गर्मियों में चार-चार लड़कियों को एक-एक सीट पर बैठना पड़ता है, जिससे हम ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाती। दूसरी छात्रा ने कहा कि, सर, मैं पुलिस में जाना चाहती हूं लेकिन हमारे स्कूल में एनसीसी नहीं है। एनसीसी से भर्ती में 15 अंक मिलते हैं, लेकिन हमें इसका नुकसान हो रहा है। तभी तीसरी बालिका खड़ी हुई और बोली सर, यह विद्यालय 2016 में उच्चीकृत हो गया था, जिसे 11 साल बीत चुके हैं, लेकिन आज तक विद्यालय में एक अदद लेबोरेट्री तक उपलब्ध नहीं कराई गई, अब हम कैसे पढ़ाई करें।
चौथी छात्रा ने कहा कि विद्यालय में कक्षा छह, सात व आठ में 137 छात्राएं पढ़ती हैं, लेकिन उनके लिए सिर्फ एक कंप्यूटर दिया गया है। एक कंप्यूटर से 137 छात्राएं कैसे कंप्यूटर का ज्ञान ले सकती हैं। इसके अलावा भी छात्राओं ने कहा कि छात्राएं खेल में आगे बढऩा चाहती हैं, लेकिन न पीटीआई की व्यवस्था है और न खेल का मैदान है। छात्राओं ने एक के बाद एक शहरी क्षेत्रों की सरकारी शिक्षा पर कई सवाल खड़े कर दिए। इतना ही नहीं, छात्राओं के सवालों पर सचिव भी गंभीर नजर आए, लेकिन वह कैंपस से बस छात्राओं को यह आश्वासन देकर आ गए कि उनकी समस्याओं पर तुरंत उचित कार्रवाई की जाएगी।। 

किसानों को हर संभव सहायता मुहैया करा रही प्रदेश सरकार

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विकासनगर। सोमवार को सहसपुर ब्लाक सभागार में पंडित दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना का शुभारंभ करते हुए क्षेत्रीय विधायक सहदेव पुंडीर ने कहा प्रदेश के काश्तकारों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के लिए प्रदेश सरकार कई लाभकारी योजनाएं शुरु कर रही है जिससे कांग्रेस शासनकाल में उपेक्षित किसानों को सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।

उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत राज्य सरकार किसानों की आय में वृद्धि करने तथा उन्हें मिश्रित खेती करने हेतु सहायता प्रदान करेगी। इस योजना में किसानों को दो प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा। इसके साथ ही योजना के तहत लघु, सीमान्त एवं गरीब किसानों को मुहैया कराये जाने वाले विभिन्न लाभों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में किसानों की आय में वृद्धि करने तथा उन्हें मिश्रित खेती करने के लिए योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा। विधायक पुंडीर ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में कांग्रेस शासनकाल के दौरान सूबे में कृषि व किसान की उपेक्षा की गई जिससे कृषि के प्रति रुचि कम होने के साथ ही कृषि जोतों का आकार भी कम हुआ है। भाजपा सरकार ने गठन के बाद से प्रदेश में कृषि को बढ़ावा देने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरु की हैं। जबकि इससे पूर्व केंद्र सरकार देश को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े कदम उठा चुकी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहाड़ी व मैदानी दोनों ही किसानों के लिए योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में भी कृषि को पर्याप्त बढ़ावा मिल सके। उन्होंने पंडित दीनदयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना को काश्तकारों के लिए संजीवनी करार दिया। इस दौरान जिला नियोजन समिति के सदस्य यशपाल नेगी, क्षेपं सदस्य सुखदेव फर्सवाण, रविंद्र रमोला, सुखवीर बुटोला, ओमप्रकाश गुप्ता, दयानंद जोशी, माया पंत, रमा थापा, रामपाल राठौर आदि मौजूद रहे।

तीन दिन में बैकलाग पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग

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विकासनगर। प्रदेश के शिक्षा विभाग में बैकलाग के रिक्त पड़े 541 पदों पर अनुसूचित जाति के बीएड, टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को तीन दिन में नियुक्ति देने की मांग उत्तराखंड संवैधानिक संरक्षण मंच ने मुख्य सचिव से की है।

सोमवार को मुख्य सचिव कार्यालय में ज्ञापन सौंपने गए मंच के कार्यकर्ताओं ने बताया कि हाईकोर्ट की सिंगल व डबल बैंच ने रिक्त पदों पर दो माह में भर्ती करने के निर्देश सरकार को दिए थे लेकिन निर्धारित समय पूरा होने में तीन दिन शेष रहने के बावजूद सरकार भर्ती प्रक्रिया शुरु नहीं कर रही है। जबकि नियुक्ति की मांग को लेकर अनुसूचित जाति के प्रशिक्षित युवा लंबे समय से धरना दे रहे हैं। इससे पूर्व मंच कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल पर पहुंच कर बेरोजगार युवाओं को समर्थन दिया। मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपने के बाद पछवादून लौटे उत्तराखंड संवैधानिक संरक्षण मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर व सह प्रवक्ता अरविंद शर्मा ने बताया कि लंबे समय से शिक्षा विभाग में रिक्त पड़े बैकलाग के पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरु करने की मांग पात्र अभ्यर्थी कर रहे हैं। सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर बेरोजगार युवा हाईकोर्ट की शरण में गए। हाईकोर्ट की सिंगल बैंच ने दिसंबर 2016 में बेरोजगार युवाओं के पक्ष में फैसला सुनाते हुए सरकार को नियुक्ति प्रक्रिया शुरु करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद मामला डबल में बैंच में गया। सितंबर 2017 में शिक्षा विभाग में रिक्त पड़े 541 पदों पर पात्र अभ्यर्थियों को दो माह में नियुक्ति देने के आदेश दिए। बताया कि हाईकोर्ट द्वारा नियुक्ति के लिए तय की गई तिथि समाप्त होने में मात्र तीन दिन शेष रहने के बावजूद सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कार्रवाई शुरु नहीं की गई है। लिहाजा मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपकर नियुक्ति प्रक्रिया शुरु करने की मांग की गई है। बताया कि सरकार द्वारा बैकलाग के पदों पर हाईकोर्ट द्वारा निर्धारित तिथि तक नियुक्ति नहीं दिए जाने पर उत्तराखंड संवैधानिक मंच अभ्यर्थियों के पक्ष में आंदोलन शुरु करेगा। इस दौरान अमर सिंह कश्यप, टीसी माथुर, एसबी शाही आदि मौजूद रहे।