Page 348

गैरसैंण में शीतकालीन सत्र की तैयारियां पूरी,विपक्ष को भी दिया जवाब- प्रेम चंद अग्रवाल

बांग्लादेश की राजघानी ढाका में आयोजित 63वें कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री ऐसोसिएशन(सीपीए) सम्मेलन और संसदीय अध्ययन भ्रमण के तहत सिंगापुर, हांगकांग और टोकियो(जापान) की यात्रा कर वापस लौटे विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल का ऋषिकेश विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों मे भाजपा कार्यकर्ताओं ने अभिनंदन किया।
उन्होंने कहा कि विदेश भ्रमण के दौरान जो कुछ सीखने को मिला, भविष्य मे उसका उपयोग वह विधानसभा के साथ उत्तराखंड के विकास मे करेंगे। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश विधानसभा को राज्य की सबसे आर्दश विधानसभा बनाने के लिए वह कटिबद्वता के साथ जुटे हुए हैं। देवभूमि के लोगों की आशाओं और विश्वास पर खरा उतरना उनका प्रमुख ध्येय है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका था जब उनहे उत्तराखंड को प्रस्तुत करने का मौका मिला। वहां के लोगो में काफी उत्साह देखने को मिला और ये देखकर अचछा लगा कि भारत एक बड़े समूह के रूप में देखा जाता है। उन्होंने वहां पर हिंदी में अपनी बातों को रखा और बताया कि उत्तराखंड में निवेश के लिए लोगो को आमंत्रित किया।


वहीँ विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की गैरसैंण में सत्र को लेकर हमारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। शीतकालीन विधान सभा सत्र को लेकर विधान सभा अध्यक्ष ने बताया की हम पहाड़ी लोग है और चुनौतियों से भागते नहीं है। मौसम की वजह से गैरसैंण में सत्र करना अपने आप में बड़ी बात है। ऐसे में हम चाहते है की विपक्ष हमारा साथ दे ताकि ये सत्र पूरी तरह से अच्छे से संम्पन हो सके।

गौरतलब है कि गैरसेंण में साथ ही राजधानी बनाने को लेकर राजय बनने के बाद से ही राजनीति होती रही है। कांग्रेस ने भी अपनी सरकार के दौरान न केवल यहां विधानसभा सत्र करवाया था बलकि करोड़ों रुपये की लागत से सथाई विधानसभी भवन का भी निरमाण करवाया था। हांलाकि इस निरमाण को लेकर अब नेशनल ग्रीन ट्रीबयूनल ने सरकार को आढ़े हाथों लिया है।

सौरः घोस्ट विलेज फेस्टिवल में रही पारंपरिक चीजों की धूम

0
विभोर यादव

अपनी तरह का पहला सौर फेस्टिवल तीन रात और दो दिन का इवेंट था, जिसमे लगभग 120 ऑडियंस ने भाग लिया जो देश-विदेश से सौर आए। कुछ लोग श्रीलंका और मलेशिया से भी भाग लेने आये, इस फेस्टिवल में भाग लेने वालों में उद्यमि, रिसर्चर, कालेज के छात्र, चेंज-मेकर, आर्टिस्ट, फिल्म-मेकर, इन्फ्लूऐंसर और लेखकों ने शिरकत की। इस फेस्टिवल में सौर गांव के आसपास रहने वालों को रोजगार भी मिला जिसमें अलग-अलग डिर्पाटमेंट जैसे कि कुकिंग, लॉजिस्टिक, सुरक्षा विभाग, कल्चरल कोआर्डिनेशन,परर्फामेंस और वर्कशॉप फेलिसिटेशन में लोगों ने काम किया।

saur

दो दिन के इस कार्यक्रम में ट्रेकिंग, पेटिंग, कल्चरल नाईट, फूड स्टॉलस, पाईन नीडल क्रॉफ्ट पर वर्कशॉप, ग्रीन सॉल्ट मेंकिंग, गढ़वाली गानों पर डांस की प्रस्तुति के अलावा विलेज-वॉक भी कराया गया। इस कार्यक्रम की खास बात थी कि हर एक भाग को गांव के ही लोगों ने लीड किया, कल्चरल नाईट में होने वाला लोक नृत्य रवि गुसाई के ग्रुप ‘श्री देव संस्कृति कला मंच’ ने पेश किया, इसके अलावा मशहूर बैंड भैरवा और सूरज गोदियाल और गौरव सैली की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। आपको बतादें कि सौर फेस्टिवल में ढ़ोल और दमाउं की प्रस्तुति गांव के ही क्षेत्रीय लोगों ने दी।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले हर प्रतिभागी को हाथ से बनाए हुए जूट-बैग और यूएचएचडीसी के माध्यम से लोकल लोगों द्वारा बनाई गई गढ़वाली टोपी भेंट दी गई। इसके अलावा क्षेत्रीय लोगों द्वारा बनाए गए हरे नमक का पैकेट, पारंपरिक मिठाई रोटाना, फ्यूल प्रोजेक्ट का ब्रोशर, भूली द्वारा बनाए गए पोस्टकार्ड, गांव के लोगों का जीवन परिचय और हंस-फाउंडेशन द्वारा गांववालों के लिए किए गए कामों का वर्क रिर्पोट तैयार भी दिया गया।

दीपक रमोला से टीम न्यूजपोस्ट से बातचीत में बताया कि, “इस कार्यक्रम के दौरान पहाड़ों में कैंपिंग भी की, इसके अलावा हिमाद्री को दो स्टाल और सौर गांव की महिलाओं द्वारा हाथ से बनाए गए स्वेटर,स्मृति चिन्ह, शॉल की प्रदर्शनी भी लगाई गई।”

इस कार्यक्रम के अंत में लोगों ने कार्यक्रम की सराहना की और आगे आने वाले ऐसे सभी वर्कशॉप के लिए बधाईयां भी दी।

पीएम की कौशल विकास योजना के तहत मजदूरों को दिया प्रशिक्षण

0

ऋषिकेश। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत भवन निर्माण कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। अखिल भारतीय सर्व जन समाज कल्याण समिति ने चंद्रेश्वर मंदिर में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की।
गुरुवार को चंद्रेश्वर मंदिर में आयोजित दूसरे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान के राज्य सरकार से आए सिविल ट्रेनर धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा निर्माण कार्यों में लगे राज मिस्त्री और मजदूरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस योजना में 120 घंटे की ट्रेनिंग दी जाती है, महिलाओं को सिलाई बुनाई और लड़कियों को अन्य प्रशिक्षण भी दिए जाते हैं। सरकार की योजना है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वालो को पारिश्रमिक दिया जाए ताकि बड़ी कंपनियों में आवश्यकता के वक्त काम मिल सके। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मियों को सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण कराना आवश्यक है । इस अवसर पर ट्रेनिंग देने वालों में प्रसन्न कुमार रावत, सहसन मोहम्मद ,विपिन खत्री, के अलावा कार्यक्रम संयोजक अरुण कुमार राजाभाऊ शास्त्री रामदास प्रेम नाथ राव, संजय कुमार, मुन्ना भारती, दिनेश कुमार, त्रिभुवन भारती, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

फर्स्ट लुक में मॉडलों ने बिखेरे अदाओं के जलवे

0

देहरादून। स्टाइल, गुड लुक्स ओर अदाओं के जलवे जब रैंप पर एक साथ देखने को मिले तो हर किसी की धड़कन थम गई। मौका था फाइव फेसेस एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित किए जा रहे मिस्टर एंड मिस देहरादून 2017 के फर्स्ट लुक का। जहां पचास से ज्यादा मॉडल्स ने अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरा। कॉन्टेस्ट का ग्रैंड फिनाले 10 दिसंबर को होगा।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को युवाओं तक ले जाने के मकसद से आयोजित हो रहे कॉन्टेस्ट में प्रतिभाग करने वाले मॉडल्स का गुरुवार को फर्स्ट लुक जारी किया गया। इस मौके पर दो आॅडिशनों से चयनित सभी पार्टिसिपेंट ने भाग लिया। होटल सोलिटेयर में आयोजित हुए कार्यक्रम में मॉडल्स ने रैंप पर अपनी दिलकश अदाओं का जलवा बिखेरा।
फाइव फेसेज एंटरटेनमेंट की डायरेक्टर श्वेता चौधरी ने बताया कि पूरा आयोजन राष्ट्रिय अभियान बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ को लेकर समर्पित होगा। उन्होंने बताया कि आॅडिशन के बाद चुने गए प्रतिभागियों को एक्सपर्ट कोरियोग्राफरों द्वारा तराशने का काम किया जा रहा है। ग्रैंड फिनाले से पहले सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। जहां प्रतिभागी समाज को बेटी बचाओं और बेटी पढ़ाओ के साथ ही स्वच्छा का भी संदेश देंगे। इसके अलावा विभिन्न सब टाइटल राउंड भी आयोजित होंगे। जिनके परिणाम 10 दिसंबर को ग्रैंड फिनाले के दिन घोषित होंगे।
निदेशक विनायक शर्मा ने बताया कि आयोजन शेखर बाय मयंक, हेयरकैफे, रिवायत, कावेरी ज्वैलर्स, स्पोर्ट्रस फिट, अवनीष फोटोग्राफी, इंसर्गो प्राइवेट लिमिटेड व दून ग्रुप आॅफ कॉलेजेज का विशेष सहयोग रहेगा। ग्रैंड फिनाले के दिन सब कॉन्टेस्ट के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर जैज पुष्कल सोनी, विभोर गुप्ता, तुषार रस्तोगी आदि मौजूद रहे।

प्रदेश में तेजी से बढ़ रही गो-सदनों की संख्या

0

देहरादून। प्रदेश में इन दिनों गो-सदन खोलने वालों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है। इसका अंदाजा पशु निदेशालय में हर माह आ रहे आवेदनों की संख्या से लगाया जा सकता है। आवेदनों की संख्या में हुई बढो़तरी को देखते हुए अब विभागीय अधिकारी भी गो-सदनों की मान्यता देने से पहले संस्थाओं की अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर रहे हैं।

प्रदेश में निजी एवं धर्मार्थ संस्थाएं अवारा एवं निराश्रित गोवंशों के लिए आश्रय के रूप में गो-सदनों की स्थापना करते हैं। इसके लिए संस्थाओं को पशु कल्याण बोर्ड से मान्यता लेेनी होती है। पंजीयन होने पर संस्था को प्रदेश सरकार से आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की जाती है। वर्तमान में प्रदेश में 22 पंजीकृत गो-सदन हैं। इनमें अधिकांश गो-सदन देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर जैसे मैदानी क्षेत्रों में हैं। विभागीय अधिकारियों की मानें तो पिछले दो-तीन वर्षों में गो-सदनों के लिए आवेदनों की संख्या में तेजी देखने को मिली है। विभाग का कहना है कि हर महीने गो-सदनों के लिए 12 से 20 तक आवेदन आ रहे हैं। आज कईं गो-सदनों में यह शिकायत भी आती हैं कि गो-सदनों में निराश्रित पशुओं को नहीं रखा जाता है, बल्कि लाभकारी पशुओं को ही तवज्जो दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विभाग जल्दबाजी में किसी भी संस्था को मान्यता नहीं देना चाहता। कड़ी जांच-पड़ताल के बाद ही मान्यता दी जाएगी।
निर्धारित शर्तें:
गो-सदन में कम से कम 50 अलाभकारी गोवंश अनिवार्य। गो-सदन में रखे जाने वाले गोवंशों के लिए खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था। भूमि स्वामित्व का अभिलेख। पट्टे की जमीन है तो निर्विवाद हो। स्थानीय निकाय से एनओसी।

2022 तक किसानों की आय करनी होगी दोगुनीः सीएम

0

देहरादून। सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए संकल्पबद्ध है। इसके लिए जिलाधिकारियों और संबन्धित विभागीय अधिकारियों को पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना होगा। बेस्ट प्रैक्टिसेज को चिह्नित करके उनका प्रचार-प्रसार करना होगा। सभी लाइन डिपार्टमेंट(संबंधित विभाग) और फंडिग एजेन्सियों के प्रयासों का एकीकरण करने की जरुरत भी है। आईएस वीक के दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसानों को सभी योजनाओं की जानकारी व सभी सुविधाएं एक स्थान पर मिले इसके लिये एक सिंगल विण्डो सिस्टम स्थापित किया जाना जरुरी है।

इस मौके पर सचिव कृषि सेंथिल पाण्डियन ने मुख्यमंत्री और अन्य आईएएस अधिकारियों के समक्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने संबंधी एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। पाण्डियन ने कहा कि सरकार फार्म मैनेजमेंट के सभी पहलुओं पर ध्यान देगी। किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीज समय पर मिले तथा कृषि मे सीड रिप्लेसमेंट दर बढ़ाना (बीजों में बदलाव) भी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि क्लस्टरवार कृषि उपजों को चिह्नित कर खेती करना एक लाभदायक उपाय होगा। पाली हाउस खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा। सभी किसानों को सायल हेल्थ कार्ड दिए जाएंगे और गावों में फार्म मशीनरी बैंक विकसित किए जा रहे हैं। फसल बीमा योजना में ऐसे सभी किसानों को आच्छादित किया जायेगा जिन्होने खेती के लिये ऋण लिया है। जंगली जानवरों से कृषि को बचाने के लिये क्लस्टरवार ऐसी उपजें चिन्हित की जा रही है, जिनको जंगली पशुओं से खतरा न हो। इसके साथ ही उन्होंने पोस्ट हारवेस्ट प्रबन्धन पर भी अपनी कार्ययोजना बताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 400 से अधिक सहायक कृषि अधिकारी है जो कृषि विषय में परास्नातक हैं इनका उपयोग जिलाधिकारियों को करना चाहिए। पाण्डियन के प्रस्तुतिकरण के उपरान्त उपस्थित आईएएस अधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव भी प्रस्तुत किए। 

मेडिकल स्टोर पर मिला प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा

0

बनबसा। क्षेत्र में नशे का कारोबार खूब फल फूल रहा है। मेडिकल स्टोरों पर लगातार मिल रही नशीली दवाईओं की शिकायत पर प्रशासन, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी अभियान चलाया तो एक दुकान पर प्रतिबंधित दवाईयों के साथ नशीली दवाईयों का जखीरा पकड़ लिया। एसडीएम ने दुकान को मौके पर ही सीज कर दिया। हालांकि ड्रग इंस्पेक्टर के न होने से दवाईयों का आंकलन नहीं हो सका।

नशे की बढ़ती प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए पुलिस व प्रशासन द्वारा निरंतर लोगों को जागरूक किया जा रहा है लेकिन क्षेत्र के कुछ मेडिकल स्टोर नशीली दवाइयों का व्यापार कर युवाओं को नशे की लत लगा रहे हैं। पुलिस को इसकी लगातार शिकायतें आ रही हैं। इसको देखते हुए गुरुवार को एसडीएम अनिल चन्याल के नेतृत्व में पुलिस व स्वास्थ्य विभाग ने नगर के मेडिकल स्टोरों मे संयुक्त छापेमार कार्यवाही की। जब टीम अजय मेडिकल स्टोर पर पहुंची तो वह सकपका गया। चेकिंग शुरू की तो दुकान व उसके गोदाम से भारी मात्रा मे प्रतिबंधित दवाइयां मिली। दुकान से कोरेक्स सीरप, कोकस कोडीन सीरप और नाइजिमाम टेबलेट जैसी प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की। टीम ने इसके बाद राज मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की लेकिन वहां सब ठीक मिला। एसडीएम ने मौके पर ही दुकान व गोदाम को सीज कर दिया। टीम मे डॉ. एच एस हयांकी, फार्मसिस्ट वीवी पंत, एलआईयू प्रभारी भास्कर बडोला और एसओटीएफ प्रभारी मोहम्मद आसिफ आदि शामिल रहे।
एसडीएम ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर के न होने के कारण गोदाम मे रखी प्रतिबंधित दवाईयों की मात्रा का आकलन नहीं हो पाया है। ड्रग इंस्पेक्टर के आने के बाद जांच की जाएगी। सीओ राजन सिंह रौतेला ने बताया कि उक्त मेडिकल स्टोर के द्वारा प्रतिबंधित दवाईयों को उचे दामों में नेपाल सप्लाई करता था। थानाध्यक्ष मनीष खत्री ने बताया कि पुलिस को लंबे समय से इसकी शिकायत मिल रही थी। जिसे आज जाल बिछाकर पकड लिया गया है।
विदेश में रहता है संचालक
अजय मेडिकल स्टोर अर्चना राणा नाम की महिला के लाइसेंस पर चलता है। स्टोर का मालिक अजय मदान न्यूजीलैंड रहता है। छापेमारी के दौरान दुकान पर उसका भतीजा लवी मदान मिला।
नेपाल पुलिस ने पकड़ी थी प्रतिबंधित दवाइयां
सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पूर्व ही नेपाल के गड्ढा चौकी में नेपाल पुलिस ने भारत से तस्करी कर लाई गई भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाईयां पकड़ी थी। इससे एक बात तो साफ है कि क्षेत्र में नशे का कारोबार व प्रतिबंधित दवाईयों की तस्करी बड़ी मात्रा में हो रही है।

मोबाइल एप जल्द होगा शुरू, कवायद तेज

0

देहरादून। ऊर्जा निगम की एंड्राइड आधारित बिलिंग सिस्टम की शुरुआत हरिद्वार, रुड़की और रुद्रपुर से होगी। एक जनवरी को इस योजना का शुभारंभ करने का लक्ष्य है। निदेशक परिचालन ने इसके लिए मोबाइल एप तैयार करने वाली कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक भी की है। इन जगहों से योजना शुरू करने के पीछे कारण ये है कि सबसे ज्यादा बिजली कनेक्शन भी इन्हीं क्षेत्रों में है और बिजली ज्यादा खपत भी यहीं होती है।

बिलिंग सिस्टम में खामियों के चलते उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मीटर रीडर मौके पर जाने के बजाय अपने हिसाब से रीडिंग दर्ज कर देते हैं तो कभी सही मीटर को भी खराब दर्शा देते हैं। तो कभी रीडिंग दर्ज ही नहीं होती, जिससे कई-कई महीने का बिल उपभोक्ताओं को एक साथ मिलता है। निदेशक परिचालन अतुल अग्रवाल ने बताया कि बिलिंग सिस्टम को मजबूत और बेहतर करने के लिए एप लाया जा रहा है। इसके जरिये मीटर रीडरों पर पैनी नजर रहेगी। इसमें सबकुछ सिस्टम के माध्यम से होगा। एप शुरू होने के बाद गलत बिल जारी होने की समस्या भी समाप्त हो जाएगी।

ऐसे काम करेगा एप: मोबाइल एप्लीकेशन डाटा सेंटर से कनेक्ट रहेगी। मीटर रीडरों को ब्लूटूथ प्रिंटर दिए जाएंगे, जो मोबाइल से कनेक्ट होगा। मशीन के बजाय मोबाइल से ही बिल जारी किए जाएंगे, जिसकी जानकारी तत्काल डाटा सेंटर को मिल जाएगी। इसमें कैमरे का विकल्प भी होगी। मीटर रीडर को मीटर की फोटो भी एप पर अपलोड करनी होगी। जीपीएस के माध्यम से ये भी पता रहेगा कि मीटर रीडर मौके पर गया या नहीं।

जल्द ही आपके शहर देहरादून में होगा ”स्पीकआउट” का ओपन माइक सेशन

0

देहरादून। इंतजार की घड़ियां खत्म हुई, देहरादून एक बार फिर आपके सामने एक रोमांचक लिट्रररी इवेंट ‘स्पीकआउट’ को होस्ट करने के लिए तैयार है।’स्पीकआउट’ जैसा कि नाम सुनकर पता चल रहा बोलो दिल खोल के, एक ऐसा मंच है जो पिछले डेढ़ साल से अलग अलग लेखकों की कविताएं, शब्दों को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहंचा रहा है।

जैसा कि पुरानी कहावत हैं कि, ‘एक-एक कदम चलकर ही बड़े से बड़े पहाड़ पर चढ़ा जा सकता है’ ठीक वैसे ही ‘स्पीकआउट’ ने छोटी शुरुआत करके अपने आप को एक वेंचर की तरह स्थापित कर लिया है।जिया कुरैशी द्वारा ‘स्पीकआउट’ को अगस्त 2016 से शुरु किया गया, जिसके पीछे जिया का मुख्य लक्ष्य था लोगों की अंदर छुपी कला को सामने लाना। ‘स्पीकआउट’ प्रोफेशनल और नॉन प्रोफेशनल राइटर को उनके द्वारा लिखी गई कविताएं, कहानीयां, शायरी भेजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं jinhe जिया अपने सोशल मीडियम के जरिए लोगों तक पहुंचाते हैं।

टीम न्यूजपोस्ट से बातचीत में जिया ने बताया कि, “यह सफर फेसबुक के माध्यम एक पोस्ट के माध्यम से शुरु हुआ जिसमें मैनें नए लेखकों को उनका काम भेजने के लिए कहा और उनके काम को अपने ‘स्पीकआउट’ पेज पर छापना शुरु किया।बस एक के बाद एक लोगों के पोस्ट आते रहे और उसके बाद ‘स्पीकआउ’ट ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने इस सफर में ‘स्पीकआउट’ किसी भी नए लेखक या लेखिका के काम को अपने फेसबुक पेज पर जगह देना नहीं भूला और यह सफर चलता रहा।

‘स्पीकआउट’ एक संस्था की तरह उभरते कलाकारों को और अधिक प्रोत्साहन देने के लिए अलग-अलग माध्यमों से उनके विचारों को एक मंच दे रहा है। इतना ही नहीं ‘स्पीकआउट’ के खाते में अब वर्कशॉप और ओपन-माइक सेशन भी आ चुके हैं।अब तक ‘स्पीकआउट’ ने देहरादून के ग्राफिक एरा यूनिर्वसिटी मे राइटिंग-स्किल की वर्कशॉप, लखनऊ और बैंगलोर में ओपन माइक सेशन का आयोजन भी किया है।

speakout

‘स्पीकआउट’ ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से अब तक तकरीबन पांच सौ राइटअप जिसमें लगभग तीन सौ लेखकों ने योगदान रहा है उसे अपने मंच के जरिए लोगों तक पहुंचाया है।’स्पीकआउट’ अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म  जैसे कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों की कला को छापते हैं। जल्द ही ‘स्पीकआउट’ अपनी किताब का पहला एडिशन दून में होने वाले इवेंट में लाँच करने वाला है, जहां ओपेन-माइक सेशन के माध्यम से सभी लेखकों को अपनी कला को इवेंट में मौजूद दर्शकों के सामने रखने का मौका मिलेगा।

ओकेश छाबड़ा, सीक्यूब देहरादून के मालिक और सेंट-थॉमस स्कूल की अध्यापिका सोनिया पांडे इस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट होंगे।इस इवेंट को खुद ‘स्पीकआउट’ के ओनर जिया कुरैशी होस्ट करेगें।

यह इवेंट आने वाले 19 नवंबर को क्रॉसबार कैफे जाखन, देहरादून में 1:30 मिनट पर शुरु होगा।

 

महाराष्ट्र सरकार ने संजय लीला भंसाली को दी सुरक्षा

0

विवादित फिल्म ‘पद्मावती’ की रिलीज को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली को सुरक्षा प्रदान की है। इसके लिए फिल्म निर्माता, सामाजिक कार्यकर्ता और टेलीविजन डायरेक्टर अशोक पंडित ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को पत्र लिखा था।

अशोक पंडित ने पूरे फिल्म बिरादरी की तरफ से मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को संजय लीला भंसाली को सुरक्षा प्रदान करने करने के लिए धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि हमारे पास आपका आभार व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं।